गैरबैंकिंग वित्तीय कंपनी मुथूट फाइनैंस की चोरी पकड़ी गई है. आयकर विभाग ने केरल के 6 शहरों में कंपनी के 56 दफ्तरों में छापे मारे हैं. विभाग ने कई संदिग्ध दस्तावेजों के साथ ही अवैधरूप से रखा गया 26 किलोग्राम सोना भी बरामद किया है. विभाग ने पिछले दिनों लगातार 5 दिन तक कंपनी के कार्यालयों पर छापे मारे. आयकर विभाग को छापों के दौरान कंपनी के पास 250 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध संपत्ति मिली. आयकर विभाग का कहना है कि कंपनी पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी और उस के आकलन के आधार पर छापे मारने की योजना बनाई गई. छापे में बरामद दस्तावेजों का आकलन किया जा रहा है.
उधर, मुथूट समूह का कहना है कि उस ने किसी तरह की धांधली नहीं की है. गैरबैकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा हाल के वर्षों में लोगों को लूटने की घटनाएं लगातार हुई हैं. मुथूट समूह रियल एस्टेट का कारोबार भी करता है. अब इस कंपनी में चोरी पकड़े जाने से यह स्पष्ट हो गया है कि गैरबैंकिंग वित्तीय कंपनियों पर भरोसा सोचसमझ कर ही किया जाना चाहिए. यह ठीक है कि मुथूट लोगों का सोना ले कर फरार नहीं हुई है लेकिन आयकर में अनियमितता को भी फरार होने से कम नहीं माना जा सकता. पारदर्शी कारोबार जरूरी है, आइडिया अनूठा ही क्यों न हो. सरकार भी लोगों की तिजोरी से सोने को बैंकों के लौकर तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है लेकिन उसे उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिल रही है जबकि सोने के बदले कर्ज के कारोबार के आइडिया से इस कंपनी ने खूब तरक्की की.