रेल मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रम भारतीय रेल कैटरिंग एवं टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) को रेलमंत्री सुरेश प्रभु की ओर से नई जिंदगी मिल गई है. इस कंपनी को एक दफे फिर से ट्रेनों के साथसाथ स्टेशन परिसर में भी कैटरिंग का हक हासिल हो गया है. सुरेश प्रभु ने वित्तीय साल 2016-17 का रेल बजट पेश करते हुए कहा कि खरीदारों की तसल्ली के लिए खानपान का मुद्दा बेहद खास है. रेलयात्रा से जुड़े ग्राहकों को उम्दा किस्म का खाना मुहैया कराने के लिए खानपान सेवा सिलसिलेवार तरीके से आईआरसीटीसी को सौंपी जाएगी.

आईआरसीटीसी को स्टेशन परिसरों में कैटरिंग की जिम्मेदारी के अलावा ई कैटरिंग के लिए भी तमाम अधिकार मिले हैं. पहले इस कंपनी के पास सिर्फ 45 बड़े स्टेशनों पर ई कैटरिंग सेवा देने का ही हक था. अब इस का दायरा बढ़ा कर ए और ए1 दरजे के सभी 408 स्टेशनों तक कर दिया गया है. पहले यह कंपनी सिर्फ उन गाडि़यों में ई कैटरिंग सेवा दे पा रही थी, जिन में पैंट्रीकार नहीं थी. अब कंपनी शताब्दी एक्सप्रेस व राजधानी एक्सप्रेस सहित सभी गाडि़यों में ई कैटरिंग सेवा दे सकेगी. गौरतलब है कि साल 2010 से पहले तमाम ट्रेनों में कैटरिंग सेवा आईआरसीटीसी के पास ही थी, मगर तब की रेल मंत्री ममत बनर्जी ने इसे रोक दिया था.

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