सौ से भी अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके तथा ‘एअरलिफ्ट’ व ‘रुस्तम’ जैसी देश भक्ति की बात करने वाली फिल्मों का हिस्सा बनने के बाद अब टायलेट के प्रति लोगों की सोच बदलने के लिए ‘‘टायलेट : एक प्रेम कथा’’ जैसी फिल्म करने वाले अभिनेता अक्षय कुमार को लोग कई नामों से पुकारने लगे हैं. कुछ लोग उन्हें संदेश वाहक की संज्ञा दे रहे हैं, तो कुछ लोगों का मानना है कि वह खुद को मनोज कुमार की तरह अपनी ईमेज देश प्रेमी की बनाना चाहते हैं. तो कुछ लोग उन्हें एक राष्ट्रप्रेमी के रूप में देखते हैं. पर खुद अक्षय कुमार ऐसा कुछ नहीं मानते. अक्षय कुमार का मानना है कि वह तो महज एक कलाकार हैं, जिनका मकसद लोगों का मनोरंजन करना है.
देशभक्ति व राष्ट्रप्रेम के संदर्भ में अक्षय कुमार कहते हैं, ‘‘मेरे लिए देशप्रेम यह है कि आप अपना काम खुद करने का प्रयास करें. हमारी सबसे बड़ी खराब आदत है कि हम सदैव सरकार को कोसते रहते हैं कि सरकार ने यह नहीं किया. सरकार यह नहीं कर रही, सरकार वह नहीं कर रही. मेरी राय में सच्चा देशप्रेमी इस तरह की बातें करने की बजाय यह सोचता है कि हमने देश के लिए क्या किया.’’