मोडलिंग से एक्टिंग की तरफ बढ़ी डायना पेंटी अब जल्‍द ही फिल्‍म 'लखनऊ सेंट्रल' में नजर आने वाली हैं. इससे पहले वह 'कौकटेल' और 'हैप्पी भाग जाएगी' जैसी फिल्‍मों में नजर आ चुकी हैं. डायना का कहना है कि अगर किरदार अच्‍छा हो, तो उन्‍हें इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि उनका रोल फिल्‍म में कितनी देर का है.

डायना ने कहा, 'अगर किरदार दमदार और असरदार हो, तो स्‍क्रीन पर मैं कितनी देर दिखती हूं इस बात से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि वह मेरी प्राथमिकता नहीं है. मैं हमेशा किरदार के असर और उनके मायनों पर गौर करती हूं, रोल की लंबाई पर नहीं.'

बता दें कि डायना फिल्म ‘लखनऊ सेंट्रल’ में पुरुषों के समाज में एक स्‍ट्रांग महिला का किरदार निभा रही हैं. डायना ने अपने किरदार के बारे में बात करते हुए कहा, 'मैं इस फिल्‍म में गायत्री का किरदार निभा रही हूं, जो एक एनजीओ के लिए काम करती है. एक ऐसा एनजाओ, जो कैदियों के जेल से रिहा होने के बाद उन्‍हें एक अच्‍छी सामाजिक जिंदगी जीने में मदद करती है. उनका कहना है कि यह एक मजेदार किरदार है क्‍योंकि इस फिल्म में वह जेल के भीतर काम कर रही हैं.

फिल्म ‘लखनऊ सेंट्रल’ का हाल ही में ये ट्रेलर रिलीज हुआ था.

इसके बाद डायना जान अब्राहम की फिल्‍म में नजर आने वाली हैं. इस फिल्म का नाम शांतिवन है. यह जबर्दस्त एक्शन और ड्रामा से भरपूर फिल्म है. 1998 में भारतीय सेना के पोखरण रेंज में पांच बार सीरीज में परमाणु परीक्षण किया गया था. डायना ने अपनी इस फिल्म के बारे में बताया कि उन्होंने इस पटकथा को पढ़कर ही फिल्म को साइन कर लिया. यह एक सत्य घटना पर आधारित है. साथ ही भारत के इस परमाणु परीक्षण को हर कोई जानने में इच्छुक है. उन्होंने यह भी बताया कि यह फिल्म उनकी पहली एक्शन ड्रामा फिल्म है. यह काफी चुनौतीपूर्ण किरदार होगा जिसमें ढेर सारा दिमागी खेल शामिल होगा.

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