बौलीवुड के लिए आज भी दक्षिण भारतीय सिनेमा के साथ ही हौलीवुड सिनेमा हौव्वा बना हुआ है. जिस सप्ताह दक्षिण की कोई बड़ी फिल्म हिंदी में भी प्रदर्शित होने वाली होती है या जिस सप्ताह हौलीवुड की कोई फिल्म प्रदर्शित होने वाली होती है, उस सप्ताह हिंदी की कोई फिल्म प्रदर्शित नहीं होती, यानी कि उस सप्ताह बौलीवुड पलायन कर जाता है.

जुलाई माह के चौथे सप्ताह यानी कि 26 जुलाई को हौलीवुड फिल्म ‘डेडपुल एंड वुल्वरिन' प्रदर्शित हुई तो बौलीवुड ने अपनी फिल्में नहीं प्रदर्शित की. केवल निर्माता कुलदीप उमर सिंह ओस्तवाल ने अपनी नीरज सहाय निर्देशित फिल्म ‘द यूपी फाइल्स’ ही प्रदर्शित की. इस फिल्म में योगी आदित्यनाथ यानी कि अभय सिंह का किरदार मनोज जोशी ने निभाया है. वह भी इसलिए कि इन्हें डर नहीं था. यह फिल्म उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बायोपिक फिल्म ही है, जिस में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से उन के कामों का महिमा मंडन किया गया है.

निर्माता को यकीन था कि उत्तर प्रदेश सरकार से मिली सब्सिडी पर बनी उन की इस सरकार परस्त फिल्म को हर दर्शक देखना चाहेगा. मगर अफसोस ऐसा कुछ नहीं हुआ. सच तो यह है कि इस फिल्म में सिनेमाई स्वतंत्रता के नाम पर इस कदर गलतियां हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इस फिल्म को देखने के बाद अपना माथा पीट लिया होगा.

ऐसे में इस फिल्म को दर्शक कहां से मिलते?  जानकारी के अनुसार फिल्म ‘द यूपी फाइल्स’ पूरे सप्ताह भर में एक करोड़ रुपए भी बौक्स औफिस पर इकट्ठा नहीं कर पाई. यों तो फिल्म के पीआर ने खबर भेजी थी कि फिल्म ने 3 दिन में ही 9 करोड़ कमा लिए. मगर फिल्म के निर्माता ने फिल्म की लागत और बौक्स औफिस के आंकड़ों पर चुप्पी साध रखी है. यह पहली बार है जब किसी फिल्म के निर्माता ने विक्कीपीडिया पर अपनी फिल्म के पेज पर फिल्म की लागत व बौक्स औफिस की कमाई न बताई हो.

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