जब किसी उत्साहवर्धक और प्रेरित करने वाली कहानी पर फिल्म बनती है,तो उसके समर्थन में काफी लोग एकत्र हो जाते हैं.कुछ बड़े दिग्गज फिल्मकार सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों से अपनी फिल्म का जबरदस्त प्रचार करने में सफल रहते हैं.मगर छोटे फिल्मकार एक उत्कृष्ट फिल्म का निर्माण करने के बावजूद उसका प्रचार करने में असफल रहते हैं.
जी हॉ!यह कटु सत्य है.अंबिकापुर,छत्तीसगढ़ निवासी आनंद गुप्ता पिछले 24 वर्ष से थिएटर करते आ रहे हैं.लगभग पांच वर्ष पहले उन्होने हर गरीब को शिक्षा मिले इस पर एक बेहतरीन फीचर फिल्म ‘‘लंगड़ा राजकुमार’’का निर्माण करने के साथ उसमें मुख्य भूमिका निभायी थी.अब बतौर निर्माता व अभिनेता वह एक फिल्म‘‘आई एम नॉट ब्लाइंड’’ लेकर आए हैं,जिसका निर्देशन गोविंद मिश्रा ने किया है.पर उनके पास इस फिल्म को प्रचारित करने के लिए धन की कमी है.मगर उन्हे दिव्यांग आई ए एस अफसरों व कुछ मंत्रियो का साथ जरुर मिला है.
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हमारे देश में राजेश कुमार सिंह,अजय अरोड़ा,रवि प्रकाश गुप्ता, कृष्ण गोपाल तिवारी और प्रांजल पाटिल सहित तकरीबन एक दर्जन दिव्यांग आई ए एस अफसर हैं,जो कि आंखों से देख नहीं सकते,मगर आई ए एस अफसर के रूप में बेहतरीन काम कर रहे हैं.इन सभी ने फिल्म‘‘आई एम नॉट ब्लाइंड’’देखी और फिल्म से प्रभावित होकर कृष् ण गोपाल तिवारी और प्रांजल मेहता ने तो वीडियो के माध्यम से इस फिल्म की प्रशंसा भी की है.इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह और छत्तीगढ़ के मंत्री अमरजीत भगत ने भी फिल्म की सफलता के लिए शुभकामना संदेश जारी किया है