साबूदाना काफी पौष्टीक आहार है. आमतौर पर इसका इस्तेमाल मीठे व्यंजनों के लिए किया जाता है. साबूदाना सैगो पाम नामक पेड़ के तने के गूदे से बनता है. वैसे साबूदाना का पौधा पूर्वी अफ्रीका में पाया जाता है. उबलने के बाद यह चिपचिपा, गुदगुदा और लहसदार हो जाता है.

आपको बता दें, साबूदाने का उत्पादन सबसे पहले भारत में तमिलनाडु के सेलम में हुआ था. लगभग 1943-44 में भारत में इसका उत्पादन एक छोटे रूप में हुआ. इसमें पहले टैपियाका की जड़ों को मसल कर उसके दूध को छानकर उसे जमने देते थे. फिर उसकी छोटी छोटी गोलियां बनाकर सेंक लेते थे. इस तरह साबूदाना तैयार किया जाता था.

क्या आप जानते हैं, टैपियाका एक जड़ का नाम है. साबुदाना के उत्पादन के लिए इसी जड़ का इस्तेमाल किया जाता है. इसे टैपियाका कहते हैं..

ये भी पढ़ें- अजब गजब: यहां 100 साल तक जीते हैं लोग

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
 
सब्सक्राइब करें

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
  • देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
  • 7000 से ज्यादा कहानियां
  • समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
 

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
 
सब्सक्राइब करें

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
  • देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
  • 7000 से ज्यादा कहानियां
  • समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
  • 24 प्रिंट मैगजीन
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...