उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मीडिया के लोगों का एक वाट्सएप ग्रुप बना है. जिसमें तमाम बड़े नेता, अफसर, मीडिया के लोग मेम्बर हैं. मेम्बर में महिलायें भी है. एक दिन किसी ने एक अश्लील वीडियो ग्रुप में भेज दी. कुछ लोगों ने आपत्ति की तो वाट्सएप ग्रुप के एडमिन ने उस मेम्बर को ग्रुप से रिमूव कर दिया. यह कोई अकेली घटना नहीं है. महिलाओं की पत्रिका का एक वाट्सएप ग्रुप है. जिसमें पत्रिका के कार्यालय के लोगों को छोड़ कर सभी महिला सदस्य ही है.

एक महिला सदस्य द्वारा एक अश्लील वीडियो ग्रुप में भेज दिया गया. बहुत सारे सदस्यों के आपत्ति के पहले ही ग्रुप एडमिन के द्वारा उस सदस्य को रिमूव कर दिया गया. एक ग्रुप में ऐसा वीडियो भेजने वाले के खिलाफ कुछ लोगों ने पुलिस में आईटी एक्ट की धारा में मुकदमा भी लिख दिया.

ऐसी ही एक घटना लेखकों के एक वाट्सएप ग्रुप में हुई जहां पत्रिका के कार्यालय सहयोगी के द्वारा अश्लील वीडियो को ग्रुप में भेज दिया गया. केवल औफिशियल वाट्सएप ग्रुप में ही नहीं. कई बार फैमीली ग्रुप में भी ऐसी घटनायें घट जाती है. जहां हालत और भी खराब हो जाते है. वाट्सएप के सदस्य को रिमूव करने के बाद भी गलती की संभावनायें बनी रहती है.

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क्या करें जब आ जाये अश्लील वीडियो:

अगर किसी सदस्य के द्वारा अनजाने में यह भेजा गया है तो सबसे पहले उसे कहे कि वह वीडियों को डिलीट कर दें. अगर वीडियों भेजने के पहले 7 मिनट में वीडियो को भेजने वाला डिलीट कर दें तो वह वीडियो वाट्सएप ग्रुप से हट जाता है. अगर किसी ने वीडियो को डाउनलोड कर लिया है तो अलग बात है. 7 मिनट के बाद वीडियो को ग्रुप से हटाने का कोई लाभ नहीं है.

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