फिटनैस हर वर्ग के और हर उम्र के लोगों के लिए जरूरी है. आजकल तरहतरह की बीमारियां पैदा हो रही हैं, जिन में से कई बीमारियां सिर्फ फिटनैस को मेंटेन करने से खत्म हो सकती हैं. डायबिटीज, हाई ब्लडप्रैशर, अस्थमा, हड्डियों से जुड़ी बीमारियां ऐसी हैं जो खराब जीवनशैली व खानपान के चलते हर आयुवर्ग व लिंग के लोगों को उम्र से पहले ही बूढ़ा बना रही हैं. इसलिए आज किसी भी इलाज या परहेज से ज्यादा जरूरी है ऐक्सरसाइज करना. अगर आप जिम नहीं जा सकते तो एक फिटनैस किट अपने पास रखें जो आप को ऐक्सरसाइज करने में मददगार साबित हो. फिटनैस किट में क्या होना चाहिए और इसे मेंटेन कैसे रखें, यह भी जानना बेहद जरूरी है.

फिटनैस पाने के लिए हर उम्र के व्यक्ति को कुछ चीजों का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि उचित तरह के जूते. जूतों का चयन सूझबूझ से करना चाहिए. उदाहरण के लिए आजकल जूते बनाने वाली कंपनियां खेल व ऐक्सरसाइज के अनुसार जूतों का तकनीकी तौर पर निर्माण करती हैं.

एक फिटनैस किट में सब से पहले सही तरह के जूते होना बहुत जरूरी है. सही जूतों के पहनने से घुटनों में या दूसरे जोड़ों में गलत असर नहीं पड़ता. इसी तरह एक अच्छी टीशर्ट, लोअर जिस का कपड़ा पसीने को सोखने वाला हो, होना चाहिए. फिटनैस वाले कपड़े, जिन को फिटनैस अटायर भी कहते हैं, आरामदायक होने चाहिए.

फिटनैस किट में तौलिया, पानी की बोतल, ग्लूकोस, गरम पट्टी, दास्ताने आदि भी होने चाहिए. सब से महत्त्वपूर्ण इन सब में पानी की भरी हुई बोतल है क्योंकि ऐक्सरसाइज करते समय शरीर से पसीने के साथ काफी महत्त्वपूर्ण मिनरल तत्त्व भी निकल जाते हैं, जिन की पूर्ति पानी या ग्लूकोस का पानी पीने से हो जाती है.

फिटनैस किट ले कर जिम या खेल के मैदान में जाने वाला व्यक्ति फिटनैस या खेल के प्रति अपनी अनुशासनशीलता दिखाता है. फिटनैस किट में फिटनैस करने वाले के स्तर के अनुसार कुछ क्रीम्स व स्प्रे भी होने जरूरी हैं, जैसे वौलिनी, आयोडैक्स. जरूरत पड़ने पर इन्हें प्राथमिक उपचार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. कई बार हैवी वेट उठाने या बौडी स्ट्रेच करने से नसों या जोड़ों में खिंचाव आ जाता है, तब इन की जरूरत पड़ती है.

यदि हम फिटनैस घर पर या अपने दफ्तर या फिर किसी ऐसी जगह कर रहे हैं जहां जगह कम है तो फिटनैस किट में स्किपिंग रोप भी रखें. इसे रस्सी कूदना कहते हैं. यह काफी महत्त्वपूर्ण व्यायाम है.

फिटनैस किट में आप पुशअप्स (डंड) करने के लिए ग्रिप रख सकते हैं. इस के अलावा कलाइयों की मांसपेशियों को सुडौल बनाने के लिए पाम ग्रिप्स भी रख सकते हैं. और भी कई ऐक्सरसाइज टूल्स होते हैं जो उम्र, स्वास्थ्य, वजन व फिटनैस गोल के हिसाब से तय होते हैं.

किट की मेंटिनैस की बात करें तो जूते जल्दी बदलें ताकि पैरों को दिक्कत न हो. फिटनैस किट का हर सामान फ्रैश व मजबूत होगा तो आप की हैल्थ भी स्ट्रौंग होगी और आप होंगे मिस्टर फिट.

इस तरह आप की तकरीबन पूरी फिटनैस किट तैयार हो जाती है.

:हरीश शर्मा, हैल्थ ऐंड फिटनैस कंसल्टैंट, इक्वलीब्रियम प्रो-जिम, एशियन हौस्पिटल

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