परीक्षा की समाप्ति के बाद मिलने वाली लंबी छुट्टियां सिर्फ मौजमस्ती करने में ही बिताने से अच्छा है कि इन छुट्टियों में कुछ अच्छे, रचनात्मक कार्य कर के अपनी योग्यता बढ़ाएं, इस से छुट्टियों का आनंद भी मिलेगा और व्यक्तित्व का उज्ज्वल पक्ष भी उभर कर सामने आएगा.

प्रस्तुत हैं, कुछ ऐसे सुझाव जिन पर अमल कर के आप अपनी रचनात्मकता बढ़ा सकते हैं :

रुचि पर ध्यान दें

अगर आप की कोई रुचि है और समय की कमी के कारण आप अब तक उस पर अच्छी तरह ध्यान नहीं दे पाते थे तो यह सही समय है

कि आप अपनी उस रुचि पर ध्यान दे कर उसे बढ़ाएं. बागबानी, चित्रकारी, फोटोग्राफी, लेखन, पठनपाठन आदि जिस में भी आप की रुचि हो, उसे करने के लिए साधन जुटाने का प्रयास करें. अपनी रुचि से संबंधित पुस्तकों का अध्ययन करें.

इस से आप अपनी रुचि को अच्छी तरह समझ सकते हैं और अपने काम में अधिक मौलिकता ला सकते हैं. अगर आप को ऐसे किसी व्यक्ति के बारे में पता हो जो आप ही की तरह रुचि रखता हो तो आप उस से मिलें, बातचीत करें और उस के काम करने का ढंग देखें. इस से आप को बहुतकुछ सीखने को मिलेगा.

जेबखर्च के लिए काम करें

जब आप को जेबखर्च के लिए पैसे की आवश्यकता पड़ती है तो आप अपने मातापिता से मांगते हैं, पर अगर आप इन दिनों कोई काम कर के कुछ पैसे कमा लेते हैं तो आप को कभी अपने जेबखर्च के लिए उन से पैसे नहीं मांगने पड़ेंगे. छोटीछोटी कंपनियों में समयसमय पर सहायकों की आवश्यकता पड़ती रहती है. आप उन कंपनियों जाएं और वहां काम करने की अपनी इच्छा बताएं, शायद आप को वहां कोई छोटामोटा काम मिल जाए. इस के अलावा आप अपने घर में कोई वस्तु जैसे लिफाफे, पतंग आदि बना कर दुकानों में सप्लाई भी कर सकते हैं.

जब आप काम कर के पैसे कमाएंगे तो आप का आत्मविश्वास बढ़ेगा और आप में स्वयं के प्रति सम्मान की भावना भी पैदा होगी.

व्यावसायिक कोर्स सीखें

इन दिनों आप कोई व्यावसायिक कोर्स भी सीख सकते हैं. जैसे टाइपिंग, टीवी, वीडियो मैकेनिक, कंप्यूटर, व्यक्तित्व विकास, अंगरेजी बोलचाल आदि अनेक कोर्स हैं जिन्हें सीख कर आप अपनी योग्यता बढ़ा सकते हैं. अगर आज आप कोई कोर्स सीखते हैं तो निश्चित रूप से आप को भविष्य में इस का फायदा मिलेगा.

शारीरिक सौष्ठव बढ़ाएं

बहुत से किशोरकिशोरियां अपने शरीर के दुबलेपन और कम लंबाई के कारण हीनभावना का शिकार हो जाते हैं. अगर आप भी उन में से हैं तो आज से ही व्यायाम करना शुरू कर दें. जौगिंग, रस्सीकूद, दंडबैठक आदि कई व्यायाम हैं, जिन्हें आप आसानी से कर सकते हैं. आप घर के पास का कोई जिम भी जौइन कर सकते हैं. 2 महीने व्यायाम करने के बाद ही आप अपने को पहले से अधिक शक्तिशाली और आकर्षक पाएंगे. इस से जहां आप का शारीरिक सौष्ठव बढे़गा वहीं आप में आत्मविश्वास भी बढ़ेगा.

खेल में प्रशिक्षण लें

अगर किसी खेल में आप की रुचि है और आप एक अच्छा खिलाड़ी बनने और प्रसिद्धि पाने की सोचते हैं तो देर न करें. शीघ्र ही किसी प्रशिक्षण केंद्र का, जहां आप की पसंद के खेल का प्रशिक्षण दिया जाता हो, पता लगाएं और वहां प्रवेश ले लें. अगर आप के मातापिता आप के प्रशिक्षण का शुल्क वहन करने की स्थिति में नहीं हैं तो आप अपने शहर के किसी अच्छे खिलाड़ी से संपर्क करें. उसे अपनी इच्छा बताएं और उस से निवेदन करें कि वह आप को प्रशिक्षण दे. अगर आप गंभीर रहते हैं तो वह आप को निशुल्क प्रशिक्षण देने के लिए तैयार हो जाएगा.

प्रशिक्षण से आप की प्रतिभा निखरेगी और आप को अपने खेल की बारीकियों का पता लगेगा जिस से आप एक अच्छे खिलाड़ी बन जाएंगे. वैसे भी आज खेलों में इतनी प्रतिस्पर्धा है कि बिना प्रशिक्षण लिए आप आगे बढ़ ही नहीं सकते.

अपनी पत्रिका निकालें

आप को कहानी व कविताएं लिखने का शौक है, पर जब आप की रचनाएं पत्रपत्रिकाओं से लौट आती हैं तब आप को बुरा लगता है. ऐसे में आप सोचते हैं कि काश, एक अपनी पत्रिका होती जिस में मेरी रचनाएं छपतीं.

अब जबकि आप के पास काफी समय है तो फिर देर किस बात की. झट से योजना बनाएं अपनी पत्रिका निकालने की. इस में आप अपनी कहानियां व कविताएं लिखें. अपने मित्रों को भी कुछ लिखने के लिए प्रेरित करें. आप अपनी पत्रिका हाथ से ही लिखें और फिर उस की फोटोकौपी निकाल कर लोगों में बांटें. अगर आप चाहें तो उन से सहयोग राशि के तौर पर कुछ रुपए भी ले सकते हैं. इस से आप की लेखन क्षमता का भी विकास होगा और आप की रचनाओं के छपने की संभावना भी बढ़ जाएगी.

सफाई अभियान चलाएं

जरा अपने कमरे में नजर दौड़ाइए, किताबें बेतरतीब रखी हुई हैं, अलमारियों में धूल जमी हुई है और कपड़े उलटेसीधे टंगे हैं. क्या आप को इन में कुछ सुधार की आवश्यकता महसूस नहीं होती? पहले आप के पास बहाना था पढ़ाई के कारण समय नहीं मिलने का, पर अब तो आप के पास समय ही समय है. चलिए, आज ही अपने कमरे की सफाई कर डालिए. प्रत्येक चीज को सजा कर उचित जगह पर रखिए. अपने कमरे की सफाई खुद ही रोज करने की आदत बना लें. तब आप देखेंगे कि आप के मम्मीपापा आप से कितना खुश होते हैं.

छुट्टियों में मौजमस्ती जरूर करें किंतु मौजमस्ती करने के अपने तरीके में बदलाव लाएं. मौजमस्ती करने में आप जितने रचनात्मक होंगे उतना ही आप को आनंद भी मिलेगा.           

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