कोई बीमार होना नहीं चाहता लेकिन बीमार हो जाता है. बीमारियां सभी को किसी न किसी तरह से परेशान करती रहती हैं. हालांकि, दुनिया में किसी की भी जिंदगी की समयसीमा की कोई गारंटी नहीं है, लेकिन कोई बीमार न हो, इस के लिए साइंटिस्ट रिसर्च करते रहते हैं.
महिलाओं को सब से ज्यादा तादाद में और बहुत सी बीमारियों का सामना करना पड़ता है. महिलाओं से जुड़ी कई बीमारियां आम हैं, जैसे गर्भावस्था की समस्याएं, मैनोपोज, ओवरियन और ब्रेस्ट कैंसर. इन के अलावा कुछ और मेडीकल कंडीशंस हो सकती हैं जो कि महिलाओं की सेहत पर असर डालती हैं. हालांकि, कुछ बीमारियां महिलाओं और पुरूषों को एकजैसे ही प्रभावित करती हैं लेकिन कई बार कुछ बीमारियां महिलाओं के लिए खतरा साबित हो सकती हैं.
यह सच है कि आने वाले वक्त में उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं की दिनचर्या और भी बिजी होती जाती है. महिलाएं कितनी भी बिजी क्यों न हों, फिर भी वे अपने घर के सभी सदस्यों का बखूबी खयाल रखती हैं, लेकिन वे खुद की जरूरतों और सेहत को पीछे छोड़ देती हैं. ऐसे में वे बीमार पड़ सकती हैं या यों समझिए कि उन के बीमार होने के चांसेस ज्यादा होते हैं. सो, महिलाओं को चाहिए कि वे समय समय पर इन जरूरी जांचों को करवाती रहें ताकि उन्हें और न ही उन के परिवार वालों को डाक्टर या अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ें. साथ ही, सेहत को ठीक रखने के लिए जरूरी नींद भी लें.
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पैपटेस्ट: जब आप 20 की उम्र पार कर रही हों, तभी पेल्विकएग्जाम की जांच शुरू करवा दें, जो कि यूटरस की सही हालत का पता लगाने के लिए की जाती है. इस के अलावा पैपटेस्ट भी हर साल करवाएं. पैपटेस्ट सर्वाइकल कैंसर की जांच के लिए किया जाता है, ताकि ऐसी किसी भी स्थिति में पहले ही समस्या का पता लगा कर इलाज शुरू किया जा सके.
ब्रेस्ट कैंसर: ब्रेस्ट कैंसर की जांच जरूर कराएं, क्योंकि इस में भी कैंसर के शुरूआती संकेत दिखाई नहीं देते. जब आप पैपटेस्ट करवाने जाते हैं, तभी डाक्टर से ब्रेस्ट कैंसर की जांच भी कराएं इस के लिए आप हर 3 साल में मेमोग्राफी करवा सकती हैं.
स्किन की जांच: स्किन कैंसर से बचने के लिए इस की जांच कराना बेहद जरूरी है. इसलिए 20 साल की उम्र में ही स्किन की जांच करवा कर स्किन कैंसर के खतरे को नकारें और फिर बेफिक्र जिंदगी गुजारें.
आंखों की जांच: आंखें लंबे समय तक नार्मल रहें, और किसी तरह की आई प्राब्लम न हो, इस के लिए आंखों का चेकअप कराना बहुत जरूरी है. आज के दौर में बहुत कम उम्र में ही बच्चों को आंखों की प्राब्लम्स से दोचार होना पड़ता है. ऐसे में आप अगर इस से सेफ हैं, तो भी होशियार जरूर रहें और समय समय पर जांच करते रहें.
ब्लडप्रेशर: किसी भी तरह की सेहत की दिक्कत होने पर ब्लडप्रेशर की जांच जरूर कराएं, ताकि ब्लडप्रेशर को कण्ट्रोल में रखने में आसानी हो, वरना आप की दूसरी दिक्कतें बढ़ सकती हैं.
कोलेस्ट्रौल: शरीर व खून में कौलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच करवाना भी बहुत जरूरी है. क्योंकि इन का असामान्य होना, आप को सेहत की गंभीर समस्याओं से पीड़ित बना सकता है.
लें भरपूर नींद
सेहतमंद रहने के लिए नींद लेना बेहद जरूरी है. सो, सारी चिंताओं, परेशानियों, तनाव आदि से दूर रह कर सुकून की नींद लेनी चाहिए. भरपूर नींद न लेने पर कई रोग, जैसे आंखों में सूजन होना, याददाश्त में कमी आना, सुस्ती, थकान, तनाव,कमजोरी, असंतुलन की स्थिति होना आदि घेर लेते हैं. साइंटिफिक नज़रिए से भी नींद को यानी भरपूर सोने को जरूरी माना गया है.
बेहतर नींद लेने के लिए जरूरी है कुछ बातों का ख्याल रखना:
* अच्छी नींद के लिए सब से पहले अपनी दिनचर्या को तय करें.
* नींद का समय तय कर लेना चाहिए.
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* रात को जल्दी सोने व सुबह जल्दी उठने से मन खुश रहता है. शरीर भी फुरतीला रहता है.
* रात को हलका भोजन करें. सोने के 2 घंटे पहले भोजन कर लेना चाहिए.
* भोजन करने के बाद टहलें ज़रूर ताकि भोजन ठीक तरह से पच जाए.
* सोने से पहले मालिश को भी अच्छा माना गया है.
* शराब पीना छोड़ दें व बेवजह तनाव को दिमाग में पैदा न होने दें.
* बिस्तर साफ़ और आरामदायक होना चाहिए.
* यदि किसी भय, चिंता के कारण नींद नहीं आ रही हो, तो उस तरफ से अपना ध्यान हटाने की कोशिश करें, इस के लिए दिमाग को शांत रखें.
* अपने आसपास के माहौल को अपने लायक बनाएं. आसपास सुंदर व मनभावन चीज़ों को देखें, अच्छी किताबें पढ़ें, अच्छी बातें सोचें, ताकि आप बेफिक्र हो कर मीठी नींद ले सके.