इंग्लैंड में 18 में से 15वीं टेस्ट सीरीज हारने वाली भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि इंग्लैंड ने बहुत अच्छा खेल दिखाया. उन्होंने हमें बड़ा लक्ष्य दिया. जिस तरह की पिच थी और गेंद स्पिन कर रही थी उससे हमें दिक्कत हुई. शनिवार की रात को हमारे दिमाग में था कि हम मैच में हैं, लेकिन रविवार की सुबह हमें अच्छी शुरुआत नहीं मिली. उन्होंने गेंद से हम पर निरंतर दबाव डाला. उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की. जीत का श्रेय इंग्लैंड को जाता है.

मैच में पकड़ बनाने के बावजूद हारने पर उन्होंने कहा कि हमने इस पर बात की है. हमें बढ़त बनाने के बाद विपक्षी टीम को हम पर हावी होने का मौका नहीं देना चाहिए. हमने नॉटिंघम में ऐसा किया था. यहां भी तीन दिन हम आगे थे. एक ग्रुप के तौर पर हमें और निरंतर होने की जरूरत है. एक बड़ी सीरीज में खास तौर पर, जैसा कि मैंने शुरू में ही कहा था क्योंकि इसमें वापसी की संभावना होती है. हमें नहीं लगता कि हमें किसी को कुछ साबित करना है. जब हम घर में खेलते हैं तो अधिकतर टीमें हमारे आसपास भी नहीं होती हैं.

सीरीज में 1-3 से पीछे होने पर उन्होंने कहा कि क्रिकेट पत्रकार और क्रिकेटर के तौर पर हमें पता है कि स्कोर बोर्ड क्रिकेट को परिभाषित नहीं करता. हो सकता है कि आप सीरीज में 3-0 से आगे हों और विपक्षी आखिरी दो मैच जीत जाए और कहा जाए कि सीरीज काफी करीबी रही, लेकिन वास्तव में यह करीबी नहीं है. यह तब होता है जब हर मैच ऊपर-नीचे झूलता है. लॉर्डस को छोड़कर यह सीरीज कांटे की रही. मैच के बाद जो रूट ने भी यह माना है. सीरीज को सिर्फ जीत और हार में परिभाषित नहीं किया जा सकता. यह बहुत कठिन सीरीज रही है और हमने इसका आनंद लिया.

रहाणे के साथ अपनी साझेदारी पर विराट ने कहा कि हम दोनों साझेदारी करना चाहते थे. हमारे दिमाग में एक समय में एक गेंद थी. जब हम साझेदारी कर रहे थे तो हमने उसका मजा लिया लेकिन मेजबान गेंदबाजों ने वापस खींच लिया और यही टेस्ट क्रिकेट की खूबसूरती है. इस मैच में हार के कई कारण थे. हम पहली पारी के आधार पर बड़ी बढ़त ले सकते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हम अगले टेस्ट में सकारात्मक होकर जाएंगे. इंग्लैंड के निचले क्रम के बल्लेबाजों के रन बनाने पर उन्होंने कहा कि इस पोजीशन पर जो अच्छे से गेंद हिट करते हैं उन्हें रन मिलते हैं. आप अच्छी साझेदारी करके विपक्षी टीम को नुकसान पहुंचा सकते हैं. वह कठिन परिस्थितियों में हम से ज्यादा जीदार निकले. निचले क्रम से रन आना बहुत महत्वपूर्ण होता है. मैं सैम कुर्रन को बधाई देना चाहता हूं. वह शानदार खिलाड़ी है.

इस सीरीज में अगर लॉर्डस टेस्ट को छोड़ दें तो ऐसा कोई मैच नहीं जिसमें हम मुकाबले से बाहर रहे हों. हम ओवल जाएंगे और इसी ताकत से दोबारा वापस आएंगे.

पूरी सीरीज में कुर्रन ने कमाल किया : रूट

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने टीम के 20 वर्षीय युवा ऑलराउंडर सैम कुर्रन की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि इस मैच में ही नहीं, बल्कि पूरी सीरीज में इस युवा ने प्रभावित किया है. सीरीज जीतने पर उन्होंने कहा कि यह बहुत आनंददायक है. इसका पूरा श्रेय टीम को जाता है. कोहली-रहाणे की साझेदारी पर उन्होंने कहा कि जब यह दोनों थे तो इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जितनी तेजी से गेंद को पिच पर पटक सकते थे उतनी तेजी से पटक रहे थे.

उन्होंने कहा कि हम रक्षात्मक की जगह जितना आक्रामक हो सकते थे उतना थे. हमें पता था कि एक गेंद खेल बदल देगी. हमें अपनी प्रक्रिया पर भरोसा था और यह असाधारण रहा. उन्होंने कहा कि हम इसका उपयोग आगे कर सकते हैं और इसे आगे बढ़ा सकते हैं. यह हमें अच्छी स्थिति में खड़ा कर देगा. मैन ऑफ द मैच मोइन अली की तारीफ करते हुए रूट ने कहा कि वह कुछ मैचों में टीम से दूर रहे, लेकिन आइपीएल और काउंटी में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने अच्छी वापसी की. इंग्लैंड के लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की. यही टीम की ताकत है.

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