दुनिया की नजरों से दूर
दिल में बसाए रखा
तेरी यादों के चिरागों को
मैं ने जलाए रखा

पहली मुलाकात वो मीठी बात
भूले से नहीं भूलता दिल
मिलता तेरा साथ होती जवां रात
रौनक होती महफिल

शमां को बुझा कर प्यार से
दिल को जगमगाए रखा
इजहार ए मोहब्बत का वो पहला खत
सीने से लगा रखा

नहीं आदत करूं शिकायत
यादों से कमरा सजाए रखा
तेरी हर निशानी को सब से
आज भी छिपाए रखा

थी मजबूरी मिली जो दूरी
समय का सारा ये खेल
हुई पूरी तमन्ना अधूरी
जो हुआ हमारे दिलों का मेल

चाहतों को दिल ही दिल में
हम ने दबाए रखा
तेरी यादों को
अपने जज्बातों को दिल में पाले हुए हूं

काली रातों को
नैनों की बरसातों को संभाले हुए हूं
मिलन होगा इकदिन तुम से
दिल को समझाए रखा.

- डा. सुलक्षणा अहलावत

VIDEO : कार्टून लिटिल टेडी बियर नेल आर्ट

ऐसे ही वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक कर SUBSCRIBE करें गृहशोभा का YouTube चैनल.     

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
 
सब्सक्राइब करें

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
  • देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
  • 7000 से ज्यादा कहानियां
  • समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
 

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
 
सब्सक्राइब करें

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
  • देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
  • 7000 से ज्यादा कहानियां
  • समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
  • 24 प्रिंट मैगजीन
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...