क्या करे वह. पिछली बार पंजाब गया था तो पक्का सोच कर गया था कि सब बताएगा पर हिम्मत नहीं जुटा पाया और अब फिर जाना पड़ेगा. बहन, गुरमीत की शादी जो है. शेरीपोवा व डेढ़ वर्षीय बेटे माइकल को ले जाए तो क्या बताए वहां कि बिना बताए रशियन लड़की से कोर्ट मैरिज कर ली थी और अब उन का एक बेटा भी है. उन को न ले जाए, न बताए तो जब उस के मातापिता उस की शादी की इंडिया में बात चलाएंगे तो क्या करेगा, क्या कहेगा. पति जीत की चिंता जान शेरी ने सुझाया कि शादी में वह भी जाएगी. वह जीत के परिवार से मिलना चाहती है और जैसा उस ने सुन रखा है, इंडियन मैरिजज आर अ ग्रेट फन, वह भी देखना चाहती है.

उस ने जीत को साथ ले जा अपने लिए सुंदर से 4 सलवार सूट खरीदे. रंग गोरा और तीखे नैननक्श वाली शेरीपोवा ने जब वे पहने तो सच में भारतीय दिखने लगी. लंबे बालों में चोटी गूंथ, थोड़ा शृंगार कर गोदी में माइकल को ले और जीत को जबरदस्ती साथ खड़ा कर शेरी ने कैमरे से फोटो खींच ली. फोटो देख जीत हंसा, ‘‘नकली इंडियन.’’ शेरी ने जवाब दिया, ‘‘मीत की शादी पर जाऊंगी तो तुम्हें असली इंडियन बन कर बताऊंगी.’’

ये भी पढ़ें- Women’s Day Special: -भाग 2-कागज का रिश्ता-विभा किसके खत को

शेरी ने एक फोटो अपने मातापिता को भेज दी और दूसरी फ्रेम में सजा दी. तय हुआ सब चलेंगे तो शेरी ने अपनी मरजी से मीत के लिए सुंदरसुंदर चीजें व शृंगार का सामान खरीदा और एक सुंदर महंगी सी घड़ी मीत के होने वाले पति के लिए ली. जीत ने घर में विशेष रूप से फोन कर बता दिया कि एअरपोर्ट केवल छोटा भाई हरदीप ही आए. जीत को डर था कि घर के बाकी सदस्य शेरी और बच्चे को उस के साथ देख पता नहीं कैसा व्यवहार करें. फ्लाइट समय पर पहुंची. छोटा भाई हरदीप पहले तो नहीं समझा पर फिर उस के दिमाग का शक ठीक निकला. जीत ने जब सब बताया कि कैसे एक ही जगह नौकरी करते, बाद में साथ रहते, उन्होंने शादी कर ली पर डर के कारण घर में नहीं बताया. हरदीप ने शेरी के कंधे पर हाथ रख कहा, ‘‘डोंट वरी, एवरीथिंग विल बी फाइन.’’

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...