बुरे हैं वे दोस्त
जो खूबियों पर दाद दें
वो दुश्मन अच्छा है
जो खामियों पर नजर रखे
फुटकर में बेचता हूं मैं
अपनी जिंदगी
खरीद ले कोई मगर
संवार कर रखे.
बलवीर सिंह पाल
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