Sex Tips : दूसरी शादी के बाद सैक्स लाइफ एकदम आसान नहीं होती बल्कि उसे आसान बनाना पड़ता है. अगर समझ और सब्र से काम लिया जाए तो सैक्स लाइफ पहली शादी के मुकाबले ज्यादा बेहतर हो सकती है. आइए जानें इस में पेश आने वाली परेशानियां और उन के हल.

दूसरी शादी किसी के लिए भी एक तरह से नई जिंदगी की शुरुआत होती है लेकिन यह सुखद और सफल तभी होती है जब पतिपत्नी के बीच सैक्स और रोमांस में कोई कमी न हो. आमतौर पर दूसरी शादी करने वाले पुरुष और महिला दोनों इस बात को ले कर शंकित रहते हैं कि अगर वे नए जीवनसाथी के साथ सैक्स में तालमेल नहीं बैठाल पाए तो क्या होगा. दूसरी शादी एक ऐसा जुआ है जिस में जीतहार यानी सफलताअसफलता इस बात पर भी निर्भर करती है कि पतिपत्नी दोनों का यौन व्यवहार कैसा है.

भोपाल के 35 वर्षीय राघवेंद्र की पत्नी का निधन कोरोना के दौरान हो गया था. परिवार के दबाव के चलते उन्हें दूसरी शादी साल 2023 की शुरुआत में करनी पड़ी हालांकि खुद उन की भी इच्छा थी. लेकिन डर इस बात से रहे थे कि बाकी सब तो ठीक है लेकिन क्या पता दूसरी पत्नी के साथ सहज ढंग से सैक्स संबंध बना पाएंगे या नहीं. पेशे से सरकारी नौकर राघवेंद्र की दूसरी पत्नी रंजना भी जौब में थीं.

दिक्कत क्रमांक – 1

सुहागरात को शारीरिक संबंध नहीं बने, केवल औपचारिक बातें होती रहीं. राघवेंद्र बताते हैं-
“मैं ने रंजना को शादी तय होने से पहले ही बता दिया था कि शुरू के कुछ दिन जिन कुछ मामलों में सहज रहना मेरे लिए आसान नहीं होगा, सैक्स उन में से एक होगा. रंजना समझदार थी, सो, समझ गई कि पहली तलाकशुदा को एक दफा भुला देना आसान काम है लेकिन मृतक पत्नी को भूल पाना सहज नहीं होता क्योंकि उस से तमाम तरह के लगाव रहते हैं जो मौत के बाद एकदम खत्म नहीं हो जाते. इस में वक्त लगता है. उस ने एतराज नहीं जताया, न ही इस बारे में ज्यादा सवालजवाब किए.”

जब इन दोनों से अनौपचारिक चर्चा इस प्रतिनिधि द्वारा उन्हीं के घर में बैठ कर की जा रही थी तब दोनों ही, जाहिर है, गोपनीयता बरतने की शर्त पर काफीकुछ बताने के लिए उत्साहित थे. रंजना ने बताया, “इन की मंशा मैं समझ गई थी कि दीदी को भुला पाना इन के लिए कठिन होगा, इसलिए किसी भी बात के लिए मैं इन्हें इंसिस्ट नहीं करना चाहती थी. अगर पुरुष के लिए दूसरी शादी मौका और चुनौती दोनों हैं तो अविवाहित महिला के हिस्से में सिर्फ चुनौतियां ही आती हैं.”

“रंजना से अंतरंग संबंध बनाने में मुझे एक अजीब सी हिचक हो रही थी,” राघवेंद्र बोले, “कुछ था जो हम दोनों के आड़े आ रहा था. शायद वह सुधा की याद थी. मैं ने यह बात शादी के तीसरे दिन ही अंजना को बता भी दी थी तो वह बेहद गंभीरता से बोली थी, ‘कोई बात नहीं, जब आप का मन करे, पतिपत्नी का रिश्ता विश्वास और आपसी अंडरस्टैंडिंग पर टिका होता है.’ यह जवाब मुझे अंदर तक आश्वस्त कर गया था कि मैं बेवजह खुद के और रंजना के साथ ज्यादती कर रहा हूं और उस में यह घर और माहौल भी आड़े आ रहे हैं. लिहाजा, मैं ने तुरंत मनाली जाने के लिए रिजर्वेशन करवा लिए.

“वहां जा कर सारी झिझक और कोई कौम्पलैक्स था तो वे दूर हो गए. 4 दिन हम ने न्यू कपल्स जैसे रोमांस और सैक्स में गुजारे. भोपाल से दिल्ली और वहां से मनाली तक टैक्सी का सफर बेहद सुहाना था. मनाली उतरते ही मुझे जाने क्या हुआ कि मैं टैक्सी से उतर कर सामने वाली मैडिकल शौप से कंडोम का पैकेट खरीद लाया और चुपचाप रंजना को दिखा भी दिया तो उस ने भी एक खास अंदाज में मुसकरा कर बाईं आंख दबा दी, तो मैं तो पगला उठा था.

“अब मुझे उस दिन और उन दिनों के बारे में सोचते ही हंसी आती है. भोपाल वापस आए तो सबकुछ सहज था. आज हमारा बिट्टू सवा साल का होने जा रहा है और हमारी सैक्स लाइफ बहुत बेहतर गुजर रही है जिस में रंजना की समझ, स्मार्ट पहल और धैर्य का बड़ा हाथ है. अगर वह मुंह चढ़ाती, मुझ पर कोई कमैंट करती तो शायद दिक्कत पेश आती.”

इस जोड़े की बातों से समझ यही आता है कि दूसरी शादी के बाद सैक्स करना आसान नहीं होता. पुरुष अगर पत्नी की मौत के बाद शादी करता है तो पहली पत्नी की याद स्वाभाविक रूप से उसे आती है. वह उस की जगह, खासतौर से बिस्तर, किसी और को देते गिल्ट फील कर सकता है. हैरानी की बात इस मानसिकता में यह है कि वह सामाजिक तौर पर उसे पत्नी का दर्जा विधिविधान से दे चुका होता है.

लेकिन अगर यह यानी पहले जीवनसाथी की याद सैक्स संबंधों और रोमांस में बाधक बनने लगे तो बहुत सा वक्त जाया हो जाता है और कई तरह की गलतफहमियां पैदा होती हैं सो अलग.

दिक्कत क्रमांक -2

48 वर्षीय रवि की दूसरी शादी रश्मि से हुई थी. रवि की पहली शादी का अनुभव बेहद कटु रहा था. पत्नी से कलह और अनबन के चलते तलाक हुआ था जिस का मुकदमा कोई 6 साल चला था. तलाक के बाद 42 वर्षीया रश्मि से उन की शादी हुई तो वे थोड़ा डरे हुए थे कि क्या पता, इस अरसे के बाद सहवास कर पाएंगे या नहीं. दूसरे, बढ़ती उम्र और बेतरतीब लाइफस्टाइल के अलावा मुकदमे के तनाव ने उन्हें ब्लडप्रैशर और डाइबिटीज का भी मरीज बना दिया था.

शादी से पहले अपने फिजिशियन को उन्होंने यह समस्या बताई तो उन्हें सलाह मिली कि उम्र और इन बीमारियों को सैक्स से कोई खास संबंध नहीं. कुछ और भी समझाइशें फिजिशियन ने उन्हें दीं जिन में अहम यह थी कि वे कोई वहम न पालें और सैक्सवर्धक दवाओं के झांसे में न आएं.

उधर रश्मि की हालत भी जुदा नहीं थी जिसे रोमांस का तो थोड़ा बहुत था लेकिन सैक्स का कतई तजरबा नहीं था. वह इस उम्र में मां बनने न बनने को ले कर भी हिचक रही थी. वह भी लेडी डाक्टर से मिली थी जिन्होंने यह सलाह दी थी कि इस बारे में शादी के बाद पति से चर्चा कर आगे बढ़ना. हालफ़िलहाल तो सैक्स में कोई दिक्कत नहीं आएगी. इस उम्र में भी मां बना जा सकता है. लेकिन यह शादी से बाद की बात है. अभी तो मन से सारे डर और आशंकाएं निकाल कर एंजौय करो.

दोनों ने अपनेअपने डाक्टर्स की सलाह मानी और आज शादी के 3 साल बाद सुखद वैवाहिक जीवन गुजार रहे हैं. सैक्स में कोई दिक्कत उन्हें पेश नहीं आ रही है. हां, मां बनने के लक्षण रश्मि को कतई नहीं दिखे जिसे ले कर दोनों को कोई गिला नहीं क्योंकि रवि का एक बेटा एक बेटी पहले से ही हैं जो पहली पत्नी की कस्टडी में हैं और महीनेदोमहीने में दोनों उन से मिल भी आते हैं.

इस मामले में दिक्कत उम्र और उम्रजनित बीमारियां थीं जो सैक्स में आड़े नहीं आतीं.

दिक्कत क्रमांक – 3

30 वर्षीय संकेत का तलाक हमउम्र नेहा से हुआ तो उस ने 6 महीने बाद ही अपनी तलाकशुदा सहकर्मी अनन्या से शादी कर ली. ये तीनों ही बेंगलुरु में रहते एक सौफ्टवेयर कंपनी में काम करते हैं. अनन्या और संकेत दोनों को ही सैक्स का अनुभव था, इसलिए उन्हें लग रहा था कोई परेशानी नहीं आएगी. लेकिन दिक्कत उस वक्त हुई जब संकेत बिस्तर में उस की तुलना नेहा से यह कहते करने लगा कि उस के साथ ज्यादा मजा आता था.

यह बात अनन्या को नागवार गुजरी लेकिन वह यह सोच कर खामोश रही कि अभी संकेत और नेहा के तलाक को ज्यादा वक्त नहीं हुआ है, इसलिए उस ने यों ही रौ में आ कर कह दिया होगा. लेकिन हद तो तब हो गई जब वह हर कभी उस के यौन व्यवहार की तुलना नेहा से करने लगा. अनन्या ने उसे रोका और समझाया भी कि मुझे यह तुलना पसंद नहीं. जैसे दो लोगों का सामान्य व्यवहार अलग होता है वैसे ही उन का यौन व्यवहार भी अलग होता है, इसलिए हमें उस से जैसा भी है तालमेल बैठा लेना चाहिए.

संकेत तालमेल नहीं बैठा पाया. उलटे, अनन्या को ही ब्लेम करने लगा कि तुम इतनी पढ़ीलिखी हो, नए जमाने की हो, सौफ्टवेयर इंजीनियर हो लेकिन पति की सैक्स इच्छाओं और अपेक्षाओं को नहीं समझ पा रही हो. जबकि नेहा सबकुछ समझ रही थी कि संकेत का सैक्स करने का तरीका नौर्मल नहीं है. इस आरोप पर भरीभुनी बैठी अनन्या फट पड़ी कि तो जाओ फिर उसी के पास, जब इतना और ऐसेवैसे जैसे तुम चाहो वैसे मजा वह देती थी तो तलाक क्यों दे दिया. मेरे साथ रहना है तो थोड़ा एडजस्ट करना पड़ेगा जैसे मैं कर रही हूं.

अब दोनों की जिंदगी नरक सी हो गई है. एक छत के नीचे अजनबियों जैसे रहने लगे हैं दोनों. बस, दिनरात कंपनी के काम और काम, इस के सिवा कुछ नहीं, न सैक्स न रोमांस. दोनों को ही लगता है कि बेकार में शादी की. सैक्स तो बेंगलुरु जैसे शहर में आसानी से उपलब्ध हो जाता है, फिर गले में यह घंटा वेबजह लटका लिया.

इस मामले में दिक्कत पहले जीवनसाथी के यौन व्यवहार से दूसरे की तुलना ज्यादा है, जो निहायत ही गैरजरूरी है. दूसरे, काम की अधिकता और भावनात्मक लगाव का पैदा न हो पाने के अलावा अपरिपक्वता भी है.

दिक्कत क्रमांक -4

मुंबई की एक कंपनी में नौकरी कर रहे 32 वर्षीय अर्चित का पत्नी छवि से तलाक हुए 2 साल गुजरे थे कि दूसरी शादी एक छोटे शहर या क़सबा कुछ भी कह लें में रहने वाली 28 वर्षीया शोभा से तय हो गई. शोभा मामूली पढ़ीलिखी थी लेकिन थी बेइंतहा ख़ूबसूरत, जो रवि ने पहली बार उसे देखते ही हां कर दी थी. नहीं तो वह दूसरी शादी के लिए भी कोई आधा दर्जन लड़कियां रिजैक्ट कर चुका था. शादी के बाद कुछ दिन मुंबई स्थित अपने फ्लैट में ठहर कर हनीमून के लिए उस ने गोवा जाने का प्लान बनाया था.

मुंबई में पहली ही रात उस का मन कसैला हो उठा जब उसे शोभा की बगलों और प्राइवेट पार्ट के बाल खूंटे से महसूस हुए. क्या पता कैसी गंवार औरत पल्ले पड़ गई, नहीं तो आजकल गांवों तक की लड़कियां इतनी स्मार्ट तो होती हैं कि कम से कम सुहागरात के दिन तो साफसफाई और हाइजिन का खयाल रखें. यह सोचतेसोचते वह आधे रास्ते से वापस आ गया. उधर शोभा बेचारी समझ ही नहीं पाई कि आखिर अर्चित को एकाएक ही यह क्या हो गया जो वह बेरुखी से उठ कर ड्राइंगरूम में जा कर मोबाइल से खेलने लगा.

दोतीन दिन यों ही अनमने से गुजरे. पति की बेरुखी देख शोभा सकते में थी कि उस से क्या गलती हो गई लेकिन उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था. जितने सपने उस ने सुहागरात को ले कर संजोए थे, सब मिटटी में मिल गए. उधर अर्चित भी असमंजस में था कि क्या करे, अगर सलीके से रहना नहीं आता तो इस में शोभा की क्या गलती. हो सकता है उसे इन सब बातों का आइडिया ही न हो और फिर, यह कोई बहुत बड़ी कमी तो नहीं. लिहाजा, उस ने ठंडे दिमाग से सोचते अपनी समस्या हल करने का फैसला लिया. अगली सुबह अर्चित उठा तो उस का मूड बदला हुआ था. उस ने उठते ही शोभा को बांहों में जकड़ लिया.

शोभा बेचारी समझ ही नहीं पाई कि यह कैसा अजीब आदमी है. अभी तक तो सीधेमुंह बात नहीं कर रहा था और अब इफरात से लाड़प्यार और चुंबन बरसा रहा है. चायनाश्ते के दौरान ही अर्चित ने उस से कहा कि चलो, मुंबई घूमने चलते हैं. लंच बाहर ही करेंगे और किसी मौल से तुम्हारे मेकअप के लिए कुछ सामान ले आते हैं. इन में भी तुम्हारे लिए हेयररिमूवर बहुत जरुरी है. बाथरूम में नहातेनहाते शोभा को समझ आया कि क्यों अर्चित ने हेयररिमूवर शब्द पर जोर दिया था. समझ आते ही वह खुद पर झल्ला भी उठी और शर्मा भी उठी कि जल्दबाजी में इस का तो उसे ध्यान ही नहीं रहा जबकि भाभी ने इस तरफ इशारा किया था.

अब दोनों सैक्स लाइफ एंजौय कर रहे हैं और अकसर सुहागरात की इस बात की चर्चा कर हंस भी पड़ते हैं.

इस मामले में दिक्कत पत्नी का थोड़ा पिछड़ा होना था क्योंकि उस का बैकग्राउंड भी ऐसा ही था. इसी तरह जरूरी नहीं कि दूसरी पत्नी का बौद्धिक और शैक्षणिक स्तर भी पहली जैसा हो. इस परेशानी को दूर करने की जिम्मेदारी पति उठाए तो बात बनते देर नहीं लगती.

यह करें बेहतर सैक्स लाइफ के लिए

दूसरी शादी, महिला हो या पुरुष दोनों के लिए, एक तरह का रिस्क ही होती है. इसे निभाने के लिए कई छोटेबड़े समझौते करने दोनों की मजबूरी हो जाती है. कई नागवार बातों को नजरअंदाज भी करना पड़ता है. सैक्स लाइफ पहली शादी की तरह सहज और सामान्य नहीं होती क्योंकि किसी एक पक्ष को इस का अनुभव होता है पर वह अकसर बजाय सहूलियत देने के, दिक्कत पैदा करता है. इस के बाद भी कुछ दिन बीत जाने के बाद आमतौर पर सब सामान्य हो जाता है. थोड़ी दिक्कत तब पेश आती है जब पति या पत्नी के छोटे बच्चे हों.

भोपाल की ही एक बैंककर्मी सविता बताती हैं कि उन की शादी 42 वर्ष की उम्र के बाद तलाकशुदा अमित से हुई थी जिन का पहली पत्नी से 8 साल का बेटा था. पहली ही रात वह हतप्रभ रह गई जब बच्चे को भी सुहाग की सेज पर लेटे देखा. उस ने इसे सहजता से लिया. पति ने भी अपनी मजबूरी दोहराई. दोतीन महीने बाद ही बच्चे की पापा के साथ सोने की आदत छूट गई और सबकुछ ठीक हो गया लेकिन इस के लिए उसे काफी सब्र से काम लेना पड़ा.

कुल जमा दूसरी शादी के बाद सैक्स लाइफ कोई समस्या नहीं रह जाती अगर आप आमतौर पर पेश आने वाली ऊपर बताई कुछ दिक्कतों को समझें और नीचे दी गईं टिप्स पर अमल करें-

  •  सैक्स संबंध बनाने में जल्दबाजी न करें. शुरुआती दिनों में छूना और फोरप्ले करना सहजता की तरफ ले जाता है.
  • सब से पहले दूसरे जीवनसाथी से भावनात्मक परिचय बढ़ाते लगाव पैदा करें.
  • पहले जीवनसाथी की तुलना अव्वल तो किसी भी मसले पर नहीं करना चाहिए पर यौन व्यवहार की तुलना तो कतई नहीं करना चाहिए. इस से दूसरा हर्ट हो सकता है.
  •  दूसरे विषयों की तरह सैक्स पर भी खुल कर बातचीत करना ठीक रहता है.
  • साफसफाई और स्वच्छता का खयाल रखना चाहिए.
  • छोटीमोटी बीमारियां आमतौर पर सैक्स में बाधक नहीं होतीं लेकिन फिर भी अगर मन में शंका हो तो फिजिशियन या मनोचिकित्सक सलाह ले लेनी चाहिए.
  • यह हमेशा याद रखना चाहिए कि पहले या पहली की अब जिंदगी में कोई अहमियत नहीं है, इसलिए उस की याद या जिक्र भी फुजूल है.
  • दूसरी शादी कोई जुर्म नहीं है, इसलिए उसे ले कर मन में कोई गिल्ट नहीं रखना चाहिए.
  • आमतौर पर दूसरी शादी ज्यादा उम्र में ही होती है, इसलिए लाइफस्टाइल का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए, मसलन खानपान, व्यायाम आदि.
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