Deva : देवा फिल्म में एक बार फिर शाहिद कपूर की साउथ रीमेक है. जितना फिल्म का बजट था उस अनुपात में कमाई नहीं कर पाई है.

जनवरी माह के चौथे सप्ताह के हंगामेदार रहने के बाद पांचवें सप्ताह यानी कि 31 जनवरी 2025 को सिर्फ एक फिल्म ‘देवा’ ही प्रदर्शित हुई. जो कि मलयालम फिल्मकार रोशन एंड्यूज की 2013 में प्रदर्शित मलयालम फिल्म ‘मुंबई पुलिस’ का हिंदी रीमेक है. हिंदी रीमेक का निर्देशन भी रोशन एंड्यूज ने ही किया है. इस फिल्म में शाहिद कपूर की मुख्य भूमिका है.

2019 में शाहिद कपूर की फिल्म ‘कबीर सिंह’ ने जबरदस्त कमायी की थी. इस फिल्म के बाद शाहिद कपूर ने ऐलान किया था कि अभिनय में उन का कोई मुकाबला नहीं कर सकता. जबकि ‘कबीर सिंह’ से पहले शाहिद कपूर लगातार 28 असफल फिल्में दे चुके थे. फिल्म ‘कबीर सिंह’ में शाहिद कपूर ने हिंसात्मक प्रवृत्ति और सैक्स के प्रति पागल युवक का किरदार निभाया था. इस किरदार और फिल्म की विषयवस्तु के खिलाफ कई महिला संगठनों ने आवाज भी उठाई थी.

फिल्म ‘कबीर सिंह’ के बाद अब तक शाहिद कपूर की ‘जर्सी’, ‘ब्लडी डैडी’,‘तेरी बाहों में ऐसा उलझा जिया’ फिल्में रिलीज हो चुकी हैं और इन सभी फिल्मों ने बौक्स औफिस पर निर्माताओं को खून के आंसू रुलाया. एक भी फिल्म अपनी लागत वसूल नहीं कर पाई.

ऐसे हालात में शाहिद कपूर को अपने कैरियर को पटरी पर लाने के लिए ‘देवा’ से काफी उम्मीदें थीं. पर साढ़े 300 करोड़ रूपए के बजट में बनी फिल्म ‘देवा’ पूरे 7 दिन के अंदर महज 28 करोड़ रूपए ही एकत्र कर सकी. इस में से निर्माता की जेब में महज 10 करोड़ रूपए ही आएंगे. यह बौक्स आफिस आंकड़े निर्माता ने दिए हैं जबकि फिल्म इंडस्ट्री व ट्रेड पंडितों के अनुसार यह आंकड़ा महज 20 करोड़ रूपए ही हैं. यानी कि ‘देवा’ बुरी तरह से असफल हो चुकी है. इसी के साथ शाहिद कपूर का कैरियर भी सवालों के घेरे में आ गया है.

फिल्म ‘देवा’ की असफलता के लिए लोग पूरी तरह से शाहिद कपूर को ही दोषी ठहरा रहे हैं. क्योंकि उन्होंने ऐन वक्त पर फिल्म ‘देवा’ का कलायमैक्स व अपने किरदार में बदलाव कर फिल्म को बरबाद कर डाला. फिल्म में देवा एक ऐसा पुलिस अफसर है जो कि अपने सहकर्मी पुलिस आफसर की हत्या कर देता है.

मूल मलयालम फिल्म में इस की वजह यह बताई गई है कि देवा एक ‘हिजड़ा’ है. यह बात केवल एक पुलिस अफसर को ही पता थी, जिस ने देवा को धमकी दी थी कि वह यह सच पुलिस विभाग में उजागर कर देगा. तो यह बात उजागर होती, उस से पहले ही सच जानने वाले पुलिस अफसर की देवा ने हत्या कर दी थी. मगर शाहिद कपूर ने हिजड़े का किरदार निभाने से इंकार करते हुए इसे बदलवा कर यह करवाया कि उस पुलिस अफसर ने उसे घूस लेते हुए देख लिया था, इसलिए उस की हत्या कर दी.

यह बात किसी भी दर्शक के गले नहीं उतरी क्योंकि वह पुलिस अफसर देवा का अति प्रिय देास्त भी था. ऐसे में घूस लेत देखेने मात्र से उस की हत्या करना लोगों के गले नहीं उतरी और फिल्म को दर्शक नसीब नहीं हुए. इस के अलवा भी फिल्म में काफी कमियां हैं.

उधर 60 करोड़ रूवए की टिकटें निर्माता व कलाकारों द्वारा खरीदे जाने के बाद भी ‘स्काई फोर्स’ 15 दिन में 100 करोड़ का ही आंकड़ा छू पाई है. 60 करोड़ घटाने पर यह 40 करोड़ हो जाते हैं. जबकि इस फिल्म क बजट 380 करोड़ रूपए है.

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