Entertainment : 60 करोड़ रुपए की टिकट खरीद कर फिल्म ‘स्काई फोर्स’ के निर्माता व कलाकारों ने मुफ्त में बांटी?

24 जनवरी, 2025 से शुरू हुआ जनवरी माह का चौथा सप्ताह बौलीवुड में काफी धमाकेदार रहा. बौलीवुड के इतिहास में अब तक जो कुछ नहीं हुआ था, वह सब हो गया.

गणतंत्र दिवस के अवसर पर रिलीज हुई फिल्म ‘स्काई फोर्स’ के निर्माताओं ने सारी हदें पार करते हुए 1965 के भारत पाक युद्ध के समय शहीद हुए एअरफोर्स स्क्वार्डन लीडर ए बी देवैय्या के परिवार वालों का भी अपमान करने से बाज नही आए. जी हां! 24 जनवरी को प्रदर्शित हुई फिल्म ‘स्काई फोर्स’ 1965 के भारत पाक युद्ध के समय अपने साथियों को बचाते हुए शहीद हुए एअरफोर्स स्क्वार्डन लीडर ए बी देवैय्या के जीवन व वीरता पर आधारित है. मगर निर्माताओं ने फिल्म में स्कवार्डन लीडर ए बी देवैय्या के किरदार का नाम बदल कर टी ए विजय कर दिया. यह अलग बात है कि फिल्म खत्म होने पर स्क्वार्डन लीडर ए बी देवैय्या की तस्वीर लगा कर सच बयां कर दिया गया.

निर्माताओं की तरफ से पिछले 2-3 माह से प्रचारित किया जा रहा था कि वह गणतंत्र दिवस पर शहीद को सम्मान देने के लिए फिल्म ‘स्काई फोर्स’ ले कर आ रहे हैं. मगर सच यह है कि किसी के भी अंदर शहीद देवैय्या के सम्मान की कोई चिंता नजर नहीं आई, बल्कि इस फिल्म के साथ अक्षय कुमार व वीर पहाड़िया को अपनीअपनी इज्जत बचाने की चिंता सवार रही. लगातार 17 असफल फिल्में दे चुके अक्षय कुमार ने इस फिल्म को हिट साबित कराने के लिए जो कुछ किया, उसे शर्मनाक ही कहा जाएगा. तो वहीं इस फिल्म से उद्योगपति पिता व फिल्म निर्माता मां के के बेटे वीर पहारिया ने अभिनय जगत में कदम रखा है.

वीर पहाड़िया ने इस फिल्म में शहीद ए बी देवैय्या का ही किरदार निभाया है, यह एक अलग बात है कि फिल्म में शहीद ए बी देवैय्या का नाम टी के विजया रखा गया है. वीर पहाड़िया और मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी बचपन के दोस्त हैं और आज भी लोग इन की दोस्ती की मिसाल देते हैं.

हम यहां याद दिला दें कि फिल्म ‘स्काई फोर्स’ का निर्माण मुकेश अंबानी की कंपनी ‘जियो स्टूडियो’ और दिनेश विजन की कंपनी ‘मैडौक फिल्म्स’ ने मिल कर किया है.

वीर पहाड़िया के पिता संजय पहाड़िया की मंशा जबरियन अपने बेटे को ‘न्यू बोर्न सुपर स्टार’ के रूप में स्थापित करने की रही. इसी वजह से फिल्म के रिलीज से एक दिन पहले निर्माताओं की तरफ से विज्ञापन दे दिया गया कि सभी दर्शकों को सिनेमाघर की टिकट खरीदने पर 250 रूपए से 400 रुपए की छूट दी जाएगी. परिणामतः 400 रुपए तक की दर वाली टिकटें तो हर दर्शक को मुफ्त में मिली. फिर भी सिर्फ 20 प्रतिशत दर्शक ही सिनेमाघर पहुंचे. इस के बाद निर्माताओं व फिल्म के कलाकारों ने खुद टिकटें खरीद कर घर घर बंटवाई.

तो वहीं सोशल मीडिया हैंडल इंस्टाग्राम पर वीर पहाड़िया की हजारों रील्स व वीडियो वायरल की गई, जिन में वीर पहारिया को ‘न्यू बोर्न सुपर स्टार’ सहित कई तमगे दिए गए.

वीर पहाड़िया की पीआर टीम ने तो सारी सीमाएं लांघते हुए एक वीडियो जारी किया, जिस में एक वृद्ध महिला फिल्म देख कर बाहर निकलते हुए रो रही है और वीर पहाड़िया उस के आंसू पोछे रहे हैं.

इस वीडियो को शहीद ए बी देवैय्या के परिवार के लोगों ने शहीद देवैय्या और उन के परिवार के हर सदस्य को अपमानित करने वाला कृत्य बताया पर इस तरह के कई वीडियो इंस्टाग्राम पर मौजूद हैं. उधर अक्षय कुमार की पीआर टीम लिखवा रही है कि ‘स्काई फोर्स’ से हुई अक्षय कुमार की जबरदस्त वापसी और तो और अक्षय कुमार ने 27 जनवरी को मुंबई के बोरीवली इलाके की अपनी एक प्रोपर्टी सवा 4 करोड़ रुपए में बेच डाली, तब मीडिया में छपा कि टिकटें खरीद कर बांटने के लिए अक्षय कुमार ने अपनी प्रोपर्टी बेची.

इसी बीच ट्रेड एनालिस्ट और फिल्म इनफौर्मेशन पत्रिका के संपादक कोमल नाहटा ने पीवीआर सिनेमा के कुछ मैनेजरों व अन्य सिनेमाघरों के मालिकों के हवाले से बताया कि फिल्म निर्माता व कलाकारों ने मिल कर ‘स्काई फोर्स’ की 60 करोड़ रुपए की टिकटें खरीद कर मुफ्त में बांटी. इन टिकटों को पाने वाले लोग भी सिनेमाघर नहीं गए.

बहरहाल, निर्माताओं द्वारा खुद की जेब से खरीदे गए 60 करोड़ रुपए की टिकटों को मिला कर पूरे 7 दिन में ‘स्काई फोर्स’ केवल 86 करोड़ रुपए ही बौक्स औफिस पर एकत्र कर सकी. इस में से हम 60 करोड़ निकाल दें तो बचेंगे 26 करोड़ रुपए. जबकि विक्कीपीडिया के अनुसार फिल्म का बजट 160 करोड़ रुपए हैं.

अन्य सूत्र दावा कर रहे हैं कि फिल्म का बजट 380 करोड़ रुपए है, जिस में से अक्षय कुमार की फीस 90 करोड़ रुपए है.
इस पूरे सप्ताह वीर पहाड़िया, अक्षय कुमार और निर्माताओं की तरफ से तमाम पत्रकारों, फिल्म आलोचकों व यूट्यूबरों को धमकाने की भी खबरें गर्म रहीं जिन्हें धमकी मिली, उन में से कईयों ने बाकायदा इस की जानकारी वीडियो बना कर आम जनता तक पहुंचाई.

जनवरी के पहले, दूसरे व तीसरे सप्ताह रिलीज हुई फिल्में भी रो ही रही हैं. 10 जनवरी को रिलीज हुई फिल्म ‘गेम चेंजर’ 21 दिन में सिर्फ 130 करोड़ ही एकत्र किए, जबकि फिल्म का बजट 500 करोड़ है. 500 करोड़ रुपए की लागत वसूल करने के लिए ‘गेम चेंजर’ को चाहिए था कि वह बौक्स औफिस से कम से कम 1500 करोड़ रुपए एकत्र करती. पर ऐसा नहीं हुआ. यह फिल्म बुरी तरह से घाटे में रही.

10 जनवरी को ही सोनू सूद की 80 करोड़ रुपए की लागत वाली फिल्म ‘फतेह’ 21 दिन में केवल साढे 13 करोड़ रुपए ही एकत्र कर सकी.

17 जनवरी को रिलीज हुई अजय देवगन, अमन देवगन और राशा थडाणी की 50 करोड़ की लागत वाली फिल्म 15 दिन में महज 8 करोड़ रुपए ही एकत्र कर सकी. वहीं 17 जनवरी को ही रिलीज हुई कंगना रनौत की 80 करोड़ रुपए में बनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ 15 दिन में केवल 17 करोड़ रुपए ही एकत्र कर सकी.

31 जनवरी को रिलीज हुई शाहिद कपूर की फिल्म ‘देवा’ तो पहले ही दिन टें बोल चुकी है.
इस तरह देखा जाए तो एक जनवरी से 21 जनवरी यानी कि पूरे जनवरी माह में एक भी फिल्म ऐसी नहीं है जिस ने अपनी लागत की 10 प्रतिशत रकम भी भी बौक्स औफिस पर ईमानदारी से एकत्र किया हो.

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