सवाल

मैं 35 वर्षीया गृहिणी हूं. सासससुर की हाल ही मैं डैथ हुई है. मेरा 17 साल का देवर हमारे साथ ही रहने लगा है. मैं उस से अपने बच्चे जैसा ही प्यार करती हूं. मैं कई दिनों से नोटिस कर रही हूं कि वह टीवी में क्राइम शो देखता रहता है. यहां तक कि बातें भी उसी को ले कर करता है. इस कारण थोड़ा अग्रेसिव भी हो गया है.

अभी थोड़े दिनों पहले सोसाइटी के कुछ लड़कों के साथ उस का   झगड़ा भी हो गया था. मैं ने इस बात को ले कर उसे डांटा तो वह मुझे कुछ बोला तो नहीं लेकिन उस दिन के बाद से मुझ से कम ही बात करता है. मैं ने उसे क्राइम शो देखने से मना किया लेकिन मेरा कहा न मान कर वह अभी भी क्राइम शो देखता है. मुझे डर है कि कहीं उस की यह लत उसे गलत दिशा में न ले जाए. मैं क्या करूं ताकि वह गलत राह पर न जाए ?

जवाब

टीवी पर आने वाले क्राइम शो काल्पनिक होते हैं. जो समाज में जागरूकता तो नहीं फैलाते अलबत्ता लोगों को गुमराह जरूर करते हैं. अकसर रिश्ते में धोखाधड़ी, एक दोस्त द्वारा दूसरे दोस्त का कत्ल, पैसे के लिए हत्या, शादी में धोखा, अवैध संबंध, पतिपत्नी के रिश्तों में विश्वास का अभाव दिखाना कहीं न कहीं लोगों के मन में अपनों के प्रति अविश्वास का भाव ही पैदा करता है. यकीनन, टीवी पर दिखाए जाने वाले अधिकतर क्राइम शो न सिर्फ रिश्तों को प्रभावित करते हैं, अपराधियों के लिए मार्गदर्शक की भूमिका भी निभाते हैं.

बच्चों को तो इन धारावाहिकों से दूर ही रखने में भलाई है और फिर आप के देवर की उम्र तो अभी कम है. अगर वह अपराध कथाओं को पसंद करता है तो मनोहर कहानियां जैसी अपराध कथा वाली पत्रिका को उसे सौंप सकते हैं. इस पत्रिका में रोमांचित ढंग से अपराध से जागरूक किया जाता है. आप उसे प्यार से सम  झाने की कोशिश करें. उसे अच्छी पत्रिकाएं या अच्छा साहित्य पढ़ने को दें या प्रेरित करें. आप चाहें तो अपने पति से भी बात करें ताकि समय रहते उसे सही दिशा की ओर मोड़ा जा सके.

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