2010 में ‘यशराज फिल्मस’’ की फिल्म ‘‘बैंड बाजा बारात’’ से अभिनय कैरियर की शुरूआत करने वाले रणवीर सिंह फिल्मी परदे पर ही नहीं बल्कि निजी जीवन में भी हरफन मौला व मस्तमौला ही नजर आते हैं. मैं अपने 40 वर्ष के फिल्म पत्रकारिता के कैरियर में रणवीर सिंह जैसा सुलझे और विनम्र इंसान कलाकार से नहीं मिला. मुझे अच्छी तरह से याद है, जब एक बार फिल्म के पी आर ओ की गलती के लिए भी रणवीर सिंह ने खुद मुझसे माफी मांगी थी. वह हमेशा अपनेपन के भाव से मिलते रहे हैं.लेकिन कोविड के बाद ‘83’ और ‘जयेशभाई जोरदार’ के बाक्स आफिस पर बुरी तरह से पिटने के बाद रणवीर सिंह इन दिनों एक सिंगापुर की पत्रिका के लिए ‘न्यूड फोटो’/नग्न तस्वीरें खिंचवाने को लेकर सूर्खियों में है. मीडिया के अनुसार सिंगापुर की पत्रिका के लिए फोटोग्राफर आशीष शाह ने रणवीर सिंह की नग्न तस्वीरे मुंबई के महबूब स्टूडियो में महज तीन घंटे के अंदर खींची और इस बात का पूरा ख्याल रखा कि यह सभी तस्वीरें कलात्मक हों.

मगर कुछ लोगों की राय में अब रणवीर सिंह अपनी असफलता को पचा नहीं पा रहे हैं. तो कुछ लोग मानते हैं कि अपनी असफलता से हर किसी का, खासकर अपने प्रशंसकों का ध्यान हटाने के लिए एक नया शगूफा रचते हुए रणवीर सिंह ने ‘न्यूड फोटो सेशन’ करवाकर उसकी फोटो सोषल मीडिया पर वायरल कर दी. जबकि रणवीर सिंह कैंप ने चिल्लाना शुरू कर दिया कि यह रणवीर सिंह जैसा साहसी कलाकार ही कर सकता है.मतलब यह कि बौलीवुड के कई कलाकार और टीवी इंडस्ट्री से जुड़े कई कलाकार आगे बढ़कर रणवीर सिंह की प्रशंसा मे कसीदें पढ़ते नजर आ रहे हैं.

मतलब बौलीवुड में जितने कैंप उतने तरह की बातें हो रही हैं.तो वहीं धर्म आदि को लेकर असहि-ुनवजयणु हो रहे भारत में रणवीर सिंह के इस कृत्य को कुछ अलग नजरिए से देखा जा रहा है. इसी वजह से मुंबई की एक एनजीओ से जुड़े भाजपा नेता अखिलेश चौबे ने रणवीर सिंह के इस कृत्य के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 292,293, 509 व आईटीएक्ट 67 ए के तहत एफआई आर दर्ज करा दी है. तो वहीं मुजफ्फरपुर,बिहार के सामाजिक कार्यकर्ता एम राजू नैय्यर ने स्थानीय कोर्ट में रणवीर के खिलाफ भावनाओं को ठेस पहुंचाने और महिलाओं की मर्यादा के अपमान करने की शिकायत दर्ज करवाई. सूत्रों की माने तो राजू के वकील मनोज कुमार ने बताया कि अदालत पांच अगस्त को इस मामले पर सुनवाई करेगी.

मगर अहम सवाल है कि रणवीर सिंह के इस कृत्य से किसे नुकसान हुआ?अभिनेता रणवीर सिंह ने अपने कपड़े उतारें हैं.किसी को पैसे या धमकी देकर उसके कपड़े नहीं उतरवाए हैं.यदि रणवीर सिंह की इन ‘नग्न तस्वीरे’ पर गौर फरमाया जाए तो इसमें न अश्लीलता है और न ही यह असामाजिक. कृत्य है. रणवीर सिंह के न्यूड फोटो में उनके गुप्तांग व अति नाजुक अंग छिपे हुए हैं.जिन अंगों को सेक्स क प्रतीक माना जाता है, वह किसी भी तस्वीर में नजर नही आते. जब कुंभ मेले या कुंभ स्नान में सभी नागा साधु पूरी तरह से नग्न और अपने ‘गुप्तांगो’ का प्रदर्शन करते हुए सड़क पर आम लोगों के बीच से गुजरते हैं,तब तो उन पर अश्लीलता फैलाने या महिलाओं की भावनाएं आहत करने का आरोप नहीं लगता.,

क्या रणवीर सिंह ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर या इंटरनेट पर किसी भी इंसान से कपड़े उतारने का आव्हान किया है? क्या उन्होंने इन तस्वीरों को बीस व-साल से छोटे बच्चों को अपनी यह तस्वीरें बेची हैं? ऐसा कुछ भी नहीं है.रणवीर की इन नग्न तस्वीरों में किसी भी कोण से कामुकता नही उभरती,जिससे लोगों की सेक्स भावना भड़के.रणवीर सिंह ने पुरूष या महिला किसी से उनका कोई हक भी नही छीना. यदि इस कृत्य से रणवीर सिंह को सिंगापुरकी पत्रिका से धनराशि मिली है, तो वह भी गुनाह नही है. हमारा संविधान हर इंसान को अपनी सोच, समझ, ज्ञान व ताकत के अनुसार काम कर धन कमाने का हक देता है.

क्या हम इस बात से इंकार कर सकते हैं कि भारत जैसे देश में हर फैशन शो में हिस्सा लेने वाला मॉडल,फिर चाहे व पुरूष हो या महिलाए, सभी अति कामुक प्रदर्शन करते नजर आते है और वहां मौजूद हर शख्स तालियां बजाता है. तो यह दोहरा मापदंड नही है?जबकि रणवीर सिंह की तस्वीरों में कामुकता नही है.

इन नग्न तस्वीरों में रणवीर सिंह को एक कालीन और गुलाब की पंखुड़ियों के बिस्तर पर लेटे हुए देखा गया है. कुछ श्वेतृश्याम तस्वीरों में रणवीर सिंह काले रंग की पोशाक पहने हुए मूर्तियों की मुद्रा में प्रहार करते नजर आते हैं, जैसे कि प्राचीन भारतीय मूर्तिकला से प्रेरणा ले रहे हों. मगर हर तस्वीर कलात्मक है और वह अंग छिपे हुए हैं, जिन्हें छिपाने के लिए ही मूलतः लोग कपड़े पहनते हैं.तभी तो उनकी इन तस्वीरों को उनके इंस्टाग्राम पेज पर 25 लाख से भी अधिक बार पसंद किया जा चुका है.

हकीकत में इन नग्न तस्वीरों में भी रणवीर सिंह को गहन मनोदशा में दिखाया गया है. यह उसी तरह से है, जैसे उसने कुछ कलात्मक बनाने के विचार के लिए खुद का आत्मसमर्पण कर दिया हो. वास्तव में रावीर सिंह ने इस कृत्य से अमरीकी सेक्स सिंबल बर्ट रेनॉल्ड्स के रिकार्ड को तोड़ते हुए इस धारणा को भी तोड़ा है कि सिर्फ पुरूष वर्ग महिलाओं की नगन तस्वीरे देखने का इच्छुक होता है. इतना ही नही रणवीर सिहं के ‘न्यूड फोटो सेशन’/नग्न तस्वीर खिंचवाने के घटनाक्रम को सम-हजयने के लिए लोगो को रणवीर सिंह व उनके व्यक्तित्व को भी समझना होगा.

न्यूड मूज और न्यूड मॉडल का रहा है चलन

भारत ही नहीं पूरे विश्व में ‘न्यूड मूज’ का चलन रहा है.लगभग हर बड़े पेंटर ने न्यूड फोटो पेंटिंग्स बनायी हैं और यह पेंटर तस्वीरों को कागज पर उतारते समय अपने सामने नग्न महिला या नग्न पुरूष को बैठाते रहे हैं,जिन्हे ‘न्यूड म्यूज’ की ‘न्यूड मंडल’ की संज्ञा दी जाती रही हैं. उन पर कभी अश्लीलता का आरोप नहीं लगा. क्योंकि इसे ‘कला’ का एक फार्म माना जाता है.इसी तरह कुछ फोटोग्राफर भी न्यूड माडल को सामने बैठाकर न्यूड फोटो खींचते हैं

नग्न तस्वीरों के पीछे की सोच

2010 में फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’’ से बौलीवुड में कदम रखने वाले अभिनेता रणवीर सिंह कभी भी प्रयोग करने से नहीं कतराते. वह अपने किरदार के पहनावे से लेकर फिल्मो से जुड़े विविध कार्यक्रमों का हिस्सा बनते समय भी अक्सर अजीबो गरीब पोषाक पहनते रहे हैं. हालिया प्रदर्षित असफल फिल्म ‘‘जयेशभाई जोरदार’’ के ट्रेलर लांच फंक्शन में वह अजीबो गरीब तरह का पायजमा व कुर्ता पहनकर पहुंचे थे.पायजामा का नाड़ा लटकता नजर आ रहा था.

तो वहीं फिल्म ‘‘लाइगर’’ के ट्रेलर लांच के अवसर पर स्पेशल मेहमान की

हैसियत से रणवीर सिंह जिस तरह की पोषाक पहनकर पहुंचे और स्टेज पर जिस तरह की हरकतें की,वह हर कलाकार के वष की बात नहीं है. मगर रणवीर सिंह खुद को हरफनमौला व मस्त मौला इंसान व कलाकार मानते हैं.

आत्मविश्वासी रणवीर सिंह अपनी कामुकता को लेकर सदैव सहज रहे हैं.अपनी -रु39याादी के दौरान वह एक खूबसूरत अनारकली पोषाक में खु-रु39याी से -हजयूम उठे थे,उसमें उनकी खूबसूरत दुल्हन व अभिनेत्री दीपिका पादुकोण भी दिखीं थीं.तो वहीं ‘कॉफी विद करण’ के नए सीजन के शुरूआती एपिसोड में उन्होंने सह कलाकार आलिया भट्ट के साथ जिस तरह से चंचल व नाटकीय नजर आए थे, उसे देखकर भी कुछ लोगो ने कहा था कि वह तेजी से ब-सजय़ते असहि-ुनवजयणु भारतीय समाज की हैकिंग कर रहे हैं.

नग्न तस्वीरें खिंचवाना किसी भी इंसान के लिए कभी भी सहज कार्य नहीं हो सकता. हर इंसान अपने षरीर को लेकर काफी चैकन्ना रहता है.दूसरों के सामने अपने शरीर को सुडौल बनाए रखने के लिए वह कई तरह के कर्म करता है.

अपने शरीर की कमियों को छिपाने वाली पोषाकें पहनना पसंद करता है.कोई भी इंसान अपने शरीर के कपड़े परिवार के सदस्यों के सामने भी निकालने में हिचकिचाता है.ऐसे में पूर्ण नग्न होकर तस्वीरें खिंचवाना कभी भी सहज या आसान काम नही माना जा सकता.इतना ही नही धर्म जनित सोच के कारण भेड़चाल में चलना कोई अद्भुत बात नहीं है. अद्भुत तो अलग रास्ता अपनाना है. और अभिनेता रणवीर सिंह ने उस अद्भुत राह को अपनाने के साथ ही समाज को चुनौती देने का साहस भी दिखाया है.और उनके इस साहस की खुले मन से सराहा जाना चाहिए.

सिंगापुर की पत्रिका के लिए अभिनेता रणवीर सिंह की इन नग्न /न्यूड तस्वीरें खींचने वाले फोटोग्राफर आ-रु39याी-ुनवजया -रु39यााह ने फोटो-रु39याूट करने का अपना अनुभव कुछ अंग्रेजी के अखबारों के साथ साझा किया है. उन्होंने खुलासा किया कि रणवीर सिंह के ही कहने पर उन्होंने यह लगभग तीन घंटे के अंदर खींचे थे. और वह -रु39याुरू से ही एक-ंउचयदूसरे के साथ सहज थे. आषी-ुनवजया षाह ने कहा है-ंउचय“रणवीर -रु39यार्मीले नहीं हैं.हमारे बीच एक दूसरे के लिए बड़ा और स्वस्थ आपसी सम्मान था.मु-हजये लगता है कि वह मेरे काम से परिचित थे.

ईमानदारी से कहूं तो मैं किसी सेलेब्रिटी को तब तक शूट करना पसंद नहीं करता,जब तक कि हम दोनों एक-दूसरे के बारे में सुनिश्ति न हों.रणवीर अपनीबॉडी को लेकर काफी कंफर्टेबल थे.यह बहुत अच्छा था कि रणवीर जैसा बहुमुखी अभिनेता मुझे अपनी दृ-िुनवजयट के अनुरूप -रु39याूटिंग करने की अनुमति दे रहा था.जब सेलिब्रिटी की बात आती है,तो अक्सर यह सब सेलिब्रिटी के बारे में होता है.जब आप उनके आस-पास होते हैं तो एक निशिचत तरीका होता है कि आपको होना चाहिए.लेकिन जब मैं रणवीर के साथ था तो ऐसा नहीं था.हमने वास्तव में रणवीर सिंह के साथ उनके द्वारा अभिनीत फिल्मों के बारे में भी बातकी.हमने जो भी किया,उसमें कहीं कोई अष्लीलता नही है.मगर हमारे देष का

एक वर्ग हमेशा हर बात पर उंगली उठाता ही है.’’

नग्न तस्वीर खिंचवाने का निर्णय आनन फानन में किया गया कृत्य नहीं

रणवीर सिंह की आलोचना कर रहे लोगों को पता होना चाहिए कि रणवीर सिंह के लिए इस कदम को उठाना आसान कदापि नही रहा होगा.इसकी कई वजहें हैं.पहली बात तो उन्हे पता है कि यदि यह ‘अष्लील’ हुआ,तो उन्हे ही सबसे अधिक आर्थिक नुकसान होगा. उनके पास जितने ब्रांड हैं,जिनसे उन्हे हर वर्ष कई करोड़ की कमायी होती है, वह सारे ब्रांड उनके हाथ से छिन जाएंगे.

कटु सत्य यह है कि कोई भी इंसान कभी भी आर्थिक नुकसान नहीं उठाना चाहता. इसके अलावा रणवीर सिंह ‘यषराज फिल्मस’ के टैलेंट मनेजमेंट का हिस्सा हैं.ऐसे में उन्हें अपने इस कदम को लेकर ‘यशराज फिल्मस’ के टैलेंट मैनेजमेंट से जुड़े लोगों व ‘यशराज फिल्मस’ के कर्ताधर्ता आदित्य चोपड़ा को भी विश्वास में लेना पड़ा होगा. कहने का अर्थ यह कि ‘नग्न’ फोटो खिंचवाने से यदि किसी को नुकसान होना है,तो सिर्फ अकेले रणवीर सिंह को ही होना है.मगर उन्होने इस चुनौती को स्वीकार किया.रणवीर सिंह को भी इस बात का अहसास रहा होगा कि इस वक्त दो का मूड़ जिस तरह का है,उसके चलते कई लोग उनके खिलाफ खड़े हो जाएंगे.इसके बावजूद रणवीर सिंह ने समाज को चुनौती दी.जब हम यह मानते हैं कि हर इंसान को अपनी पसंद की पोषाक पहनने का हक है तो हर इंसान का यह अपना निजी मसला है कि वह अपने शरीर के कपड़े उतारे या न उतारे. महज शरीर के कपड़े उतारने में कोई अष्लीलता नही है. एक इंसान उपर से नीचे कपड़ों से सजयंका रहकर भी अपनी हरकतों से अष्लीलता को परोस सकता है.

नग्न तस्वीरें: रणवीर ने तोड़ा पचास साल पहले का अमरीकी सेक्स सिम्बॉल बर्ट रेनॉल्ड्स का रिकार्ड

सिंगापुर की पत्रिका के लिए नग्न तस्वीरें खिंचवाकर रणवीर सिंह ने कुछ भी नया नहीं किया है. बल्कि उन्होंने अमरीकी सेक्स सिम्बॉल बर्ट रेनॉल्ड्स के रिकार्ड को तोड़ा है. जी हां! लगभग आधी सदी पहले कॉस्मोपॉलिटन पत्रिका के अप्रैल 1972 के अंक के अंदर मध्य पृ-ुनवजयठ के लिए अमरीकी सेक्स सिंबल बर्ट रेनॉल्ड्स ने नग्न तस्वीर खिंचवाई थी. उस वक्त पत्रिका के तत्कालीन संपादक हेलेन गुरली ब्राउन ने बर्ट रेनॉल्ड्स की नग्न तस्वीरों को पत्रिका के अंदर के मध्य पृ-ुनवजयठों /सेंट्ल स्पे्रड में छापने का निर्णय इस प्रचलित धारणा को तोड़ने के लिए लिया था कि केवल पुरु-ुनवजया, महिलाओं के नग्न -रु39यारीर की तस्वीरें देखना चाहते हैं.इस तरह की धारणा ने महिलाओं की इच्छा को दरकिनार कर दिया और पुरु-ुनवजयावादी दृ-िुनवजयट से परे नहीं गई. उन्होंने संदेश दिया था कि महिलाएं भी पुरूष के नग्न षरीर को देखना पसंद करती हैं. अमरीकी सेक्स सिंबल बर्ट रेनॉल्ड्स ने तो पत्रिका के अंदर के पृष्ठ के लिए ‘नग्न’ तस्वीर खिंचवायी थी,मगर रणवीर सिंह ने पत्रिका के कवर पेज/मुख्य पृष्ठ के लिए खिंचवा कर अदम्य साहस का पचिय दिया है.

रणवीर सिंह का विरोध करने वाले यह क्यों भूल जाते हैं कि नग्नता हमारी कलात्मक अभिव्यक्ति और नवीनता का केंद्र रही है, जैसा कि सदियों से मंदिर की वास्तुकला में देखा गया है. फिर चाहे वह खजुराहों की गुफाओं में मौजूद शिल्प हो अथवा अजंटा एलोरा की गुफाओं मौजूद शिल्प हो. कला को ‘नग्नता’ की सीमाओं में कैद कर देखने की भारतीय परंपरा कभी नहीं रही है.

नग्न तस्वीरों को लेकर हंगामा उठनाः कुछ भी अनूठा नहीं

बौलीवुड से जुड़ी कुछ हस्तियों ने रण्वीर सिंह के ‘न्यूड फोटो सेशन’ को ‘‘साहसी‘‘ और ‘‘हॉट‘‘ की संज्ञा दी है.जबकि रणवीर सिंह ने कोई अभूतपूर्व कदम पनही उठाया है. क्या हम इस बात को भूल गए कि भारतीय पुरुष हस्तियों ने दशकों से कैमरे के लिए कपड़े उतारे हैं. मिलिंद सोमन ने 1990 में एक जूता ब्रांड की बिक्री बढ़ाने के लिए ऐसा किया था,जिसके लिए उन पर अदालती काररवाही पर अंततः अदालत ने उन्हे सारे आरोपों से बरी कर दिया था.

नवंबर 2020 में अपना 55 वां जन्मदिन मनाने के लिए मॉडल व अभिनेता मिलिंद सोमण ने गोवा के एक समुद्र तट पर नग्न दौड़े और उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल की थी.लोकप्रिय अभिनेता जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर को उनके जन्मदिन के सूट में फोटो खिंचवाया गया, हालांकि उनके निजी अंगों को क्रमश एक सर्फिंग बोर्ड और एक अखबार से -सजयंका गया था. 2014 में प्रदर्शित फिल्म ‘‘पीके’’ एलियन की भूमिका में आमिर खान बिना कपड़ों के धरती पर उतरते हैं और अपने गुप्त अंगों को सजयंकने के लिए एक ट्रांजिस्टर -सजयूं-सजयते हैं.उनकी इस नग्न तस्वीर को फिल्म के प्रचार पोस्टर का हिस्सा बनाया गया था,तब किसी को तकलीफ नही हुई थी.

फिल्म‘डर्टी पिक्चर्स’ में सिल्क स्मिता के किरदार को निभाने पर विद्या बालन के खिलाफ एफआई आर दर्ज हुई थी.इसका क्या हुआ कुछ पता नही. 2007 में नव वर्ष के जश्न में अष्लील परफार्मेंस के लिए मल्लिका शेरावत पर मुकदमा दर्ज हुआ था. 2011 मंे सेषन कोर्ट ने उन्हे बरी कर दिया था.2006 में एक पत्रिका में छपी तस्वीरों को लेकर शिल्पा षेट्टी पर मदुराई में मुकदमा हुआ था,पर अदालत ने 2008 में उन्हे बरी कर दिया था.फिल्म ‘रोग’ के कुछ दृष्यों को लेकर पूजा भट्ट पर जुलाई 2005 में मुकदमा दर्ज हुआ था,अदालत ने नवंबर 2012 में उन्हे बरी कर दिया था.

बौलीवुड कलाकार उतरे समर्थन में

रणवीर सिंह के साथ फिल्म ‘‘गली ब्वॉय’’ में अभिनय कर चुकी तथा करण जोहर निर्देशित फिल्म ‘‘रौकी और रानी की प्रेम कहानी’’ में अभिनय कर रही आलिया भट्ट ने रणवीर सिंह के न्यूड फोटो पर कहा-ंउचय‘‘इसमें कुछ भी नकारात्मकता नही है.’’तो वहीं फिल्मकार राम गोपाल वर्मा ने सवाल उठाया-

‘‘यदि लड़कियां /औरतें वस्त्र उतार सकती हैं,तो रणवीर सिंह क्यों नहीं?’

अर्जुन कपूर भी रणवीर सिंह के समर्थन में बयानबाजी कर रहे हैं.विज्ञापन फिल्म बनाने वाले प्रह्लाद कक्कड़ के अनुसार रणवीर सिंह ने विदेषी पत्रिका के लिए फोटो शूट करवाया है, इसलिए भी कोई मामला नही बनता.

फिल्मकार ओनीर का मानना है कि सिर्फ भारत ही नही पूरे विश्व में नग्न शरीर की सुंदरता का जश्न मनाया जाता रहा है,तो फिर रणवीर सिंह के न्यूड फोटो को लेकर इतना हंगामा क्यों?

बहरहाल,रणवीर सिंह के नग्न/न्यूड फोटो को लेकर जबरदस्त हंगामा मचा हुआ है.मामला पुलिस से अदालत तक भी पहुंच रहा है.अब इस अदालत क्या निर्णय लेती है,यह तो वक्त बताएगा.मगर इस सच से इंकार नही किया जा सकता कि रणवीर सिंह की इन नग्न तस्वीरों में कामुकता की बजाय ‘कला’ का एक फार्म है.और अब तक कला को नग्नता के चष्मे से नही देख गया.इसके अलावा रणवीर सिंह ने इन तस्वीरों को बीस वर्ष से कम उम्र के बच्चे को बेचा भी नही है.वह किसी से जबरन इन तस्वीरों को देखने के लिए नही कह रहे हैं.बल्कि रधवीर सिंह ने विपरीत धारा में बहने का साहस जरुर दिखाया है.

क्या है अश्लीलता कानून

भारतीय दंड संहिता की धारा 292 में अश्लीलता को परिभाषित किया गया है. जिसमें अश्लीलता उस कृत्य को माना गया है जिसके जरिए लोगों की सेक्स को लेकर भावना भड़क जाए. अश्लीलता किसी किताब में, किसी अखबार में, किसी आकार में, किसी कैनवास पर, या किसी फोटो में किसी वीडियो में हो सकती है. इसके अलावा अश्लीलता शब्दों में भी हो सकती है.यहां तक कि वाट्स ऐप चैट के जरिए ऐसे कंटेट भेजना अशलीलता के दायरे में आ सकता है. हालांकि अगर कोई ऐसा काम किसी धर्म से जुड़ा है, किसी विज्ञान से जुड़ा है और किसी कला से जुड़ा है,तो उसे अश्लील नहीं माना जाएगा.

धारा 293 के तहत 20 वर्ष से कम आयु के किसी युवा व्यक्ति को अश्लील वस्तुओं को विक्रय करना भारतीय दंड सहिंता की धारा 293 के अंतर्गत दंडनीय अपराध है.

धारा 509 में महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से -रु39याब्द कहना, इ-रु39याारा करना या किसी कृत्य को अंजाम देने के आधार पर कार्रवाई की जाती है.

इसी तरह सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 (ए) के तहत अ-रु39यलील सामग्री को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर कार्रवाई की जाती है.

बाक्स आयटमःदो

कितनी सजा का प्रावधान

अलग-अलग धाराओं के लिए आरोप सिद्ध होने पर अलग-अलग सजा का प्रावधान है.धारा 292 के तहत पहली बार यह अपराध करने पर दो साल तक की सजा हो सकती है फिर दूसरी बार फिर अपराध करने पर पांच साल तक की सजा सुनाई जा सकती है और पांच हजार का जुर्माना भी लगाया जा सकता है.

धारा 509 का उल्लंघन करने पर तीन साल तक सजा हो सकती है. जबकि सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 (ए) के तहत अपराध सिद्ध होने पर 7 साल की सजा और 10 लाख तक का जुर्माना हो सकता है.

बाक्स आइटमः तीन ‘‘समाज को रोजाना महिलाओं की न्यूड तस्वीरें खिलाई जाती हैं और…

-स्वाती मालीवाल,अध्यक्ष, दिल्ली महिला आयोग

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अभिनेता रणवीर सिंह के न्यूड फोटोशूट का समर्थन करते हुए ट्वीट किया है-  ‘‘समाज में हर दिन महिलाओं की नग्न तस्वीरें दिखाई जाती हैं और किसी को कोई आपत्ति नहीं होती है. एक अभिनेता, जो खुद को सबसे अच्छी तरह से जानता है, नग्न होने का फैसला करता है और प्राइम टाइम बहस का विषय बन जाता है.क्या हम वहाँ हैं, जहां देश में कोई वास्तविक मुद्दा नहीं है?‘‘

बाक्स आइटमः चार

रणवीर सिंह: मानसिक कचरा

धर्म जनित सोच व असहि-ुनवजयणुता की ओर ब-सजय़ते समाज के नजारे के चलते रणवीर सिंह के न्यूड फोटो का विरोध सोषल मीडिया से अब सड़कों के साथ ही पुलिस स्टेशन तक पहॅंच गया है. मध्य प्रदेश के इंदौर षहर में जरुरत मर्दों को कपड़े व अन्य चीजें मुहैया कराने वाली सामाजिक संस्था ‘‘नेकी की दीवार’’ ने इंदौर के आदर्ष रोड पर एक कचरे का बड़ा डिब्बा रखा है.इस डिब्बे को नाम दिया गया है-ंउचय ‘‘मानसिक कचरा.’’ और इस डिब्बे के चारों तरफ रणवीर सिंह द्वारा वायरल की गयी उनकी न्यूड फोटो लगायी गयी हैं. और लिखा  मेरे स्वच्छ इंदौर ने ठाना है देश से मानसिक कचरा भी हटाना है.’’

इतना ही नहीं इस संस्था ने लोगों से आव्हान किया है कि लोग अपने नए पुराने कपड़े रणवीर सिंह तक पहुंचाने के लिए दान करें.

बाक्स आयटम. पांच

क्या कहते है कानून के जानकार

कानून के जानकारों की माने तो रणवीर सिंह ने कोई अपराध नहीं किया है.पत्रिका/ मीडिया ने रणवीर सिंह की नग्न तस्वीरें खीची हैं.जिन्हे रणवीर सिंह ने मुफ्त में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है.जहां इन तस्वीरों को देखना किसी की भी बाध्यता /अनिवार्यता नहीं है.

बाक्स अयाटम: छह

‘‘हमें भी अपनी आंखें सेंकने दें..’’

-विद्या बालन

रणवीर सिंह के नग्न तस्वीरो के मसले पर एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बातें करते हुए विद्या बालन ने कहा- ‘‘अरे क्या प्रॉब्लम है? पहली बार कोई आदमी ऐसा कर रहा है, ह म लोगो को भी आंखें सेंकने दीजिए ना (क्या समस्या है. एक आदमी इसे पहली बार कर रहा है, आइए हम भी इसका आनंद लें.)‘‘

रणवीर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बारे में पूछे जाने पर विद्या ने कहा- ‘‘ अगर किसी को तस्वीरों से ठेस पहुंची है, तो उन्हें इन तस्वीरों को नहीं देखना चाहिए.हो सकता है कि उनके (एफआईआर दर्ज करने वाले लोगों) के पास करने के लिए ज्यादा काम नहीं है, इसलिए वह इन चीजों पर अपना समय बर्बाद कर रहे हैं. अगर आपको यह पसंद नहीं है, तो पेपर बंद करें या इसे फेंक दें,जो आप चाहते हैं वह करें एफआईआर में क्यों पड़ते हैं?”

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