पूरे दो साल के बाद बौलीवुड में वापसी कर रही रवीना टंडन के सितारे गर्दिश में हैं या यूं कहें कि उनकी फिल्म ‘‘मातृ’’ के निर्माता अंजुम रिजवी के सितारे गर्दिश में हैं, यह तो वही जाने..मगर फिल्म ‘‘मातृ’’ के 21 अप्रैल को प्रदर्शित होने पर सवालिया निशान लग गया है.

बौलीवुड के सूत्रों के अनुसार ‘‘केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड’’ यानि कि ‘सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सरटिफिकेशन’ ने रवीना अंडन के अभिनय से सजी फिल्म ‘‘मातृ’’ को बैन कर दिया है. सूत्रों के अनुसार 15 अप्रैल शनिवार को ‘‘केद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड’’ की परीक्षण समिति ने कई गाइडलाइन्स के उल्लंघन पर फिल्म ‘मातृ’ को बैन कर दिया यानि कि अब यह फिल्म प्रदर्शित नहीं की जा सकती. इससे पहले भी ‘केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड’ की परीक्षण समित ने फिल्म ‘‘मातृ’’ को देखा था, मगर उस वक्त दस मिनट के बाद ही परीक्षण समिति ने इस फिल्म को देखने से इंकार कर दिया था, क्योंकि परीक्षण समिति के सदस्यों को फिल्म की जो पटकथा दी गयी थी, उसमें और वे जो फिल्म देख रहे थे, उसमें बहुत बड़ा अंतर था.

“केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड’’ से जुड़े एक सदस्य ने कहा कि फिल्म ‘‘मातृ’’ में तमाम गालियां, बलात्कार के अश्लील व अति हिंसात्मक दृश्य व गाली गलौज हैं. सूत्रों के अनुसार फिल्म के निर्माता को पहले कहा गया था कि वे फिल्म में गाली गलौज कम कर दें, पर निर्माता ने कोई बदलाव नहीं किया.

इस मसले पर एक वेब साइट से “केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड’’ के चेअरमैन पहलाज निहलानी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है – ‘‘हमने अपनी तरफ से इस फिल्म की जरुरत को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किया. हमने शनिवार के दिन छुट्टी होते हुए भी फिल्म ‘मातृ’ का परीक्षण करने के लिए ऑफिस खोला.’’ मगर फिल्म के निर्माता अंजुम रिजवी का दावा है कि सब बकवास है. अंजुम रिजवी कहते हैं – ‘‘हमारी फिल्म ‘मातृ’ बैन नहीं हुई है, बल्कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की परीक्षण समिति इस फिल्म को सोमवार,17 अप्रैल को देखेगी.”

मगर फिल्म ‘‘मातृ’’ से जुड़े सूत्र इस खबर की पुष्टि करते हुए स्वीकार कर रहे हैं कि फिल्म ‘मातृ’ बैन कर दी गयी है. वहीं फिल्म से जुड़े एक सूत्र ने कहा – ‘‘यह सच है कि फिल्म बैन हो गयी है. शनिवार को परीक्षण समिति ने फिल्म देखने के बाद इसे प्रमाण पत्र देने से मना कर दिया है. हमें बताया गया है कि फिल्म सेंसर बोर्ड की गाइडलाइन्स के खिलाफ है, मगर सोमवार को पुनः एक परीक्षण समिति इस फिल्म को देखकर यह तय करेगी कि फिल्म से किन दृश्यों को हटाने पर ‘ए प्रमाण पत्र’ मिल सकता है.”

उधर रवीना टंडन चुप हैं. मगर निर्माता अंजुम रिजवी ने फिल्म ट्ब्यिूनल में जाने का मन बना लिया है. एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक फिल्म ‘मातृ’ को बैन किए जाने की खबर गलत है. इस अखबार के अनुसार ‘‘केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड’’ के सीईओ अनुराग श्रीवास्तव ने कहा – ‘‘फिल्म को प्रमाणपत्र देने की प्रक्रिया जारी है. शनिवार को परीक्षण समिति ने फिल्म को देखा था, मगर बैन किए जाने की खबर गलत है. सच एक दो दिन में सामने आएगा.’’

केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के चेअरमैन और सीईओ के अलग अलग बयान कई तरह की शंकाएं पैदा करते हैं. मजेदार बात यह है कि सीईओ अनुराग श्रीवास्तव ने भी माना है कि परीक्षण समिति ने शनिवार को फिल्म देखी तो फिर परिणाम एक दो दिन बाद क्यों? जबकि अमूमन परीक्षण समिति फिल्म देखकर उसी वक्त अपना निर्णय दे देती है.

उधर फिल्म के निर्माता अंजुम रिजवी दावा कर रहे हैं कि सेंसर बोर्ड सोमवार को फिल्म देखेगी, तो वहीं फिल्म से जुड़े सूत्र मान रहे हैं कि फिल्म बैन हो गयी है. अब हकीकत क्या है?…इस पर रवीना टंडन की चुप्पी भी कई सवाल खड़े करती है.

बदले की भावना पर आधारित रोमांचक फिल्म ‘‘मातृ’’ में रवीना टंडन ने एक ऐसी मां की भूमिका निभायी है, जो कि अपनी बेटी के साथ हुए बलात्कार के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ती है.

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