पिछले कुछ वर्षो में  इन्टरनेट पर हिन्दी ने अपनी जगह सुरक्षित कर ली है, हिंदी के साथ अन्य  भारतीय भाषाओं का भी इंटरनेट पर तेजी से विकास हो रहा है.  इंटरनेट पर हिन्दी की बढ़ती लोकप्रियता हिन्दीं के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा सकता है. भारत में करीब छह करोड़ लोग इंटरनेट का उपयोग करते है. दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन में कई हजार पेज हिंदी के है, प्रति दिन लगभग पच्चीस प्रतिशत लोग इंटरनेट पर हिन्दीं की सामग्री ढूंढते है, और करीबन 30 प्रतिशत हिंदी लोग इंटरनेट पर हिन्दी की सामग्री उपलब्धं कराते है. साथ ही हिन्दी में ई-मेल भेजने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. देश के कई हजार हिंदी समाचार पत्र- पत्रिकाए हिंदी में इन्टरनेट पर नित्य प्रकाशित हो रही है.

विगत वर्षो में हिन्दी का इंटरनेट पर सम्राज्य बढ़ा है, इनमें हिंदी में संचालित वेबसाइटो का महत्वपूर्ण योगदान है . कई हिंदी के वेब पोर्टल तेजी से इंटरनेट में विकास कर रहे है. इंटरनेट में वेब पेज रैकिंग देने वाले साइट एलेक्सा के ताजा रिपोर्ट के अनुसार कई हिंदी  सीटो ने टॉप 500 वेब साइटो में जगह बना कर यह साबित कर दिया है, हिंदी साइटो की पाठको की संख्या दिन प्रतिदिन इंटरनेट पर बढ़ रही है, उसी रफ़्तार से हिंदी वेबसाइट  कों संख्या भी बढ़ रही है.

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हिन्दी के विकास में ब्लाग्स  का योगदान भी काफी महत्वापूर्ण है. इतना सब होने के बावजूद हिन्दी  विश्व की उन दस भाषाओं में शामिल नहीं है जो नेट पर सर्वाधिक प्रयुक्त‍ होती है. धीरे धीरे हिन्दी नेट पर अपनी जड़ें जमा रही है. ब्लांग्से सब के लिए खुले हुए है ये एक चौपाल की तरह है. हिन्दी में लगभग पंद्रह हजार से अधिक हिन्दी बलाग्स  है. करीबन 1500 ब्लाग्स  कों नियमित तौर पर पढ़ा जाता है, करीबन तीन हजार से अधिक लोग नियमित रूप से ब्ला्ग्सस पर अपने विचारो का अदान-प्रदान करते है. हिंदी विचारो कों विश्व पटल पर प्रसारित करने में हिंदी के कई वेबसाईट दिन रात काम हिंदी के विकास के लिए काम कर रहे है, ब्लाग-वाणी, ब्लाग्स का सबसे पसंदीदा साईट में एक है.

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इंटरनेट पर हिन्दी में तकनीकी विषयों की सामग्री की तेजी से बड़ी है. विज्ञान, स्वावस्थ्ल‍य, अभियांत्रिकी, फाइनेंस, मैनेजमेंट आदि विषयों के लेखकों की आवश्यंकता भी तेजी से बढ़ रही है, जिससे इस क्षेत्र में सुनहरा करियर भी उभर रहा है . अब विश्व के किसी कोने में बैठ कर इंटरनेट पर हिंदी के कविता, कहानी, समीक्षा, व्यं ग्यि और पूरे उपन्यानस को निशुल्क  पढ़ा, सुना और देखा, जा सकता है.

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भारत में तेजी से इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ रही है, यह संख्या तेजी से हिन्दी भाषी क्षेत्रो  एवं गाँवो में बढ़ रही है.   गाँवो और हिंदी भाषी क्षेत्रो में इन्टरनेट का तेजी से विकास हिंदी के सामग्री कों इंटरनेट पर बढ़ने में मदद कर रहा है . इन इलाकों के लोग अपने भाषा में इंटरनेट पर सामग्री खोजते है और इंटरनेट पर साम्रगी डालते है , जिनसे हिंदी में देखे जाने वाले पेजों और हिंदी पेजों की संख्या बढती है.

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