कहते हैं उम्र के हर दौर में त्वचा की जरूरतें अलग अलग होती हैं. इसलिए अपने को उम्र भर जवां बनाएं रखने के लिए आप को अपनी त्वचा के प्रकार को जानना बहुत जरूरी है क्योंकि आप की ढीली त्वचा ही आप की बढ़ती उम्र का राज खोलती है. आप जितनी जल्दी अपनी त्वचा के प्रकार को जान कर उस पर ध्यान देंगी बढ़ती उम्र में उतना ही अच्छा होगा. अपनी त्वचा किस प्रकार ध्यान दे. इस बारे में बता रही हैं कौस्मोटोलौजिस्ट एंड माइंड थेरेपिस्ट अवलीन खोखर.
हमारी त्वचा के फंक्शन, फिजिकल स्ट्रक्चर और एनाटोमी बहुत जटिल होते हैं. जो हमारे मन व विचारों में होता है. वही बाहर दिखता है और यह हमारे शरीर और दिमाग में भी प्रभाव डालता है. जितना अधिक हम अपनी त्वचा के बारे में जानेंगे उतनी बेहतर तरीके से हम अपनी त्वचा के बारे में जानेंगे उतनी बेहतर तरीके से हम अपनी त्वचा के लिए ब्यूटी प्रोडक्ट्स चुन पाएंगे. हमारे शरीर का सब से बड़ा और संवेदनशील आर्गन त्वचा होती है जिस का एरिया 600 स्क्वायर इनचेज होता है और उस का वजन 3-4 किलो होता है. हमारे शरीर में सब से एरिया हमारे हाथों, पैरों के तलवों पर होता है. सब से पहला एरिया हमारे आयलिड्स पर होता है. हमारी त्वचा एक ऐसा आर्गन है जिस से औक्सीजन देने के लिए और कार्बन डाई औक्साइड छोड़ने के लिए सांस लेने की जरूरत होती है और साथ ही यह त्वचा में मौइश्चराइजर की मात्रा भी बनाए रखती है.
त्वचा रूखी और बेजान है तो यह आप के लिए चेतावनी है कि अब आप को इस का खयाल रखना शुरू करना चाहिए अगर आप एक ऐसा रूटीन अपनाते हैं जिस से आप की त्वचा को पोषण मिले और वह सुरक्षित भी रहे तो आप की त्वचा लंबे समय तक जवां और चमकदार रहेगी.
आमतौर पर हमारी त्वचा खुद की रक्षा करने में सक्षम होती है लेकिन यह हमारी त्वचा को धूप के प्रभाव, सिगरेट के धुएं और वातावरण में प्रदूषण से नहीं बचा पाती तो यह बहुत जरूरी होता है कि हम अपनी मिनरल्स और न्यूट्रीएंट्स दें. जिस से हमारी त्वचा को धूप की किरणों के प्रभाव से बचा सकती है.
हर उम्र में अपनी त्वचा को समझें
अपनी त्वचा का खयाल रखने सब से पहली और जरूरी चीज है आप अपनी त्वचा को हर उम्र में समझें. जवां उम्र में हमारी त्वचा बहुत सुंदर होती है. हमारे सैल्स जो न्यूट्रीएंट्स और फाइबर से भरे होते हैं वे हमारी त्वचा को एकसाथ जोड़ कर उसे इलास्टिक, स्कूथ और यंग दिखाते हैं क्योंकि इस उम्र में केराटिनाइजेशन सही मात्रा में होती है पर जैसेजैसे आप की उम्र बढ़ने लगती है वैसे ही आप की त्वचा अंदरूनी और बाहरी हिस्सों से प्रभावित होने लगती है. कोलेजन फाइबर के सूखने से ये त्वचा में से लचीलेपन को खत्म कर देते हैं. बढ़ती उम्र में ये सभी चीजें हमारी त्वचा को प्राकृतिक रूप से सुरक्षा देती है और वे सभी पदार्थ जो त्वचा में मौइश्चराइजर की मात्रा बनाए रखते हैं उन सभी का उत्पादन कम होने लगता है. इस के परिणामस्वरूप हमारी त्वचा में इरीटेशन होने लगती है और तो और त्वचा रूखी भी होने लगती है. अंत में त्वचा में झुर्रियां और लाइन्स आने लगती हैं.
त्वचा की विषमताएं व प्रकार
त्वचा 5 प्रकार की होती है
सूखी त्वचा
जिन लोगों की त्वचा सूखी होती है उन की त्वचा की सतह बहुत पतली होती है और अंदर की कैपिलरीज बहुत आसानी से नजर आने लगती है, चेहरा धोने के बाद बहुत तना हुआ महसूस होने लगता है और बाहरी तत्त्वों के कारण चेहरा लाल भी पड़ने लगता है चेहरे पर फाइन लाइन और पिगमेंट्स के धब्बे भी नजर आने लगते हैं.
सामान्य त्वचा की समस्या
डिहाइड्रेशन और सर्दियों के मौसम में त्वचा पर से डेड स्किन उतरने लगती है. सूखी त्वचा का उपचार करने के लिए आप को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए और अपने चेहरे को गरम पानी से न धोएं, चेहरे को बहुत जोर से दबा कर न पोंछें और अपनी त्वचा के हिसाब से स्किन फ्रैंडली कौस्मैटिक पदार्थ का इस्तेमाल करें.
औयली स्किन
इस तरह की स्किन में तेल औयल अधिक होने से स्किन अधिक चमकने लगती है. जिस से एक्ने हो सकते हैं एक्ने भी 2 प्रकार के होते हैं.
ट्रू एक्नेः इस प्रकार के एक्ने शरीर के अंदर होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण होते हैं.
इनफ्यूजड एक्नेः इस प्रकार के एक्ने अकसर गरमियों के मौसम में अथवा चेहरे पर गहरे घाव पड़ जाने से होते हैं. इस का उपचार करने के लिए आप को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. जिस से बैक्टीरिया और डस्ट बाहर निकल सके और त्वचा सुरक्षित हो.
कौंबिनेशन स्किन
जिस की त्वचा औयली व ड्राई दोनों होती है उसे कौंबिनेशन स्किन कहते हैं. अकसर टी जोन में स्किन औयली होती है और गालों पर सूखी अगर आप की त्वचा ऐसी है तो आप को औयली जगहों के लिए अलग से प्रोड्क्ट्स खरीदना चाहिए. अपनी त्वचा को समझे बिना प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से समस्या हो सकती है.
सेंसेटिव स्किन
इस तरह की त्वचा स्मूथ होती है लेकिन बाहरी चीजों जैसे परफ्यूम या एल्कोहल से रैशेज हो सकते हैं कुछ लोगों की त्वचा पर पैची स्केल्प आ सकते हैं और यह किसी भी उम्र में हो सकता है. सैंसिटिव स्किन वाले लोगों को अकसर एलर्जिक रिएक्शन हो जाते हैं या आनुवांशिक समस्या.
बेसिक स्किन केयर
महत्त्वपूर्ण हैं बेसिक स्किन केयर टिप्स
आप की त्वचा चाहे किसी भी टाईप की हो. उस की देखभाल के तरीके एक जैसे ही होते हैं. केवल ब्यूटी प्रोडक्ट्स ही त्वचा की टाइप के अनुसार बदलते हैं. अगर आप को बहुत अच्छी और बैलैंस्ड स्किन चाहिए तो आप को कुछ स्टेप्स फालो करने पड़ेंगे.
सी क्लींजिंग
लगभग सभी ब्यूटी उत्पादों में तेल की मात्रा बहुत अधिक होती है. हमें कुछ ऐसे उत्पादों की जरूरत है, जो हमारे चेहरे को साफ करें.
अपनी आंखों और होंठों के पास से आईमेकअप रिमूवर से स्किन को साफ करें. इस रिमूवर में इस्तेमाल होने वाले तत्त्व त्वचा के लिए माइल्ड होते हैं. इसलिए इस का इस्तमाल सही होगा.
अपने फेस मेकअप को क्लींजिंग मिल्क और वर्जिन कोकोनेट औयल से साफ करें जिस से स्किन क्लीन और सौफ्ट हो जाए.
अपने चेहरे को क्लींजिंग जैल और क्लींजिंग फोम से साफ करें. अपनी त्वचा के हिसाब से उत्पाद को चुनें.
हफ्ते में एक बार अपने चेहरे पर स्क्रब करें और मास्क भी लगाएं.
टी-टोनिंग
यह आप की त्वचा में बैलैंस्ड ले कर आएगा और त्वचा में पीएच की मात्रा को भी बैलेंस में रखेगा. अपनी त्वचा के हिसाब से सही उत्पाद चुनें.
एम-मौइश्चराइजिंग
मौइश्चराइजिंग हमारी स्किन के लिए न्यूट्रीएंट्स के समान होता है. यह त्वचा में मौइश्चर की कमी को पूरा करता है और उसे पहले से जवां, स्वस्थ और कोमल बनाता है. आप को अपनी त्वचा को हमेशा धूप, प्रदूषण से बचाए रखना चाहिए और साथ ही ऐसी चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए. जिन से आप की त्वचा के सैल्स रिपेयर हो सकें. ऐसा करने से आप की त्वचा पर झुर्रियां और फाइनलाइंस उम्र से पहले नहीं आएंगी.
सुबह के समय
सब से पहले किसी ऐसे उत्पाद का इस्तेमाल करें जो आप के चेहरे को मौइश्चराइजर दें और उसे फ्री रेडिकल्स से बचाएं. अपने चेहरे पर कम से कम 20 एस पी एफ या उस से अधिक का सनस्क्रीन जरूर लगा कर रखें. अपनी त्वचा का और भी बेहतर तरीके से खयाल रखने के लिए अगर आप को धूप में बहुत अधिक समय गुजारना होता है तो ऐसा सनस्क्रीन लगाएं जिस में एस पी एफ और पी ए दोनों हो.
सोने से पहले
जिस प्रोडक्ट का इस्तेमाल आप ने सुबह किया था उस के न्यूट्रीएंट्स इनग्रीडिएंट्स और रात के समय इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोडक्ट्स के न्यूट्रीएंट्स इनग्रीडिएंट्स में फर्क होगा. जो उत्पाद आप रात में इस्तेमाल करेंगे उस में सेरामाइड की मात्रा होती है जो सोल जैसे – रेटिनौल, विटामिन सी ई के रेटिनोल और एंटी औक्सीडेंट की प्रक्रिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है.
स्पेफिक स्किन ट्रीटमैंट
यह समस्या असामान्य मेलेनोसाइट्स, धूप या यूवी किरणों की वजह से होती है. इस से बचने के लिए लंबे समय तक धूप में न रहें. अगर आप को बाहर जाना पड़ता है तो अपने शरीर पर सही एसपीएफ और पीएच सनस्क्रीन लगाएं. आप कोई खास नरिशिंग प्रोडक्ट भी चुन सकते हैं.
फ्रेकल्स, मेलास्मस
मेलास्मस शरीर में हार्मोंस के बदलाव और यूवी किरणों की वजह से होते हैं. यह चेहरे पर बड़ेबड़े धब्बे होते हैं. यह अक्सर चेहरे के फैले हुए हिस्सों पर होते हैं.
यूवी किरणों से होने वाले फ्रेकल्स अक्सर गालों और नाक के पास के एरिया में होते हैं. कोई भी हार्मोन का इंजैक्शन लेने से पहले हमेशा अपने डाक्टर से सलाह लें. ऐसे उत्पादों का इस्तेमाल करें. जो मेलेनिन की मात्रा को कम करें.
लाइंस और अनइवन टैक्सचर
यह समस्या बढ़ती उम्र और एक्ने व स्कार्स की वजह से हो सकती है. ऐसे उत्पाद चुनें जो स्किन शेडिंग में आप की मदद करें और स्किन सैल्स रिन्यू करें और साथ ही त्चा अपर लेयर को भी जीवित करें. यह त्वचा के स्ट्रक्चर को मजबूत बनाने में मदद करता है और त्वचा को कोमल बनाता है.
झुर्रियां
त्वचा में गिरावट और दृढ़ता की कमी यह समस्याएं समय के साथ बढ़ती उम्र और यूवी किरणों की वजह से होती है 80% त्वचा में झुर्रियां यूवी किरणों से होती है जो डर्मिस लेयर के अंदर कोलेजन और इलास्टिन टिश्यू को नष्ट कर देता है जिस से त्वचा गिरने लगती है और दृढ़ता की कमी भी आने लगती है. इस को ठीक करेन के लिए ऐसे उत्पाद चुनें जिस में माइक्रोकोलेजन और इलास्टिन के रूप में प्रोटीन्स हों जिन में आप की डर्मिस लेयर स्वस्थ हो सके.
इमोशनल लाइंस के लिए खास देखभाल
आप के एैक्स एंक्सप्रैशन लाइन्स जैसे गालों की लाइंस, आंखों के नीचे और माथे के आसपास झुर्रियां और डीप लाइंस आने लगती हैं.
त्वचा टाइप के अनुसार शरीर की देखभाल
हमारे शरीर पर त्वचा का काम हमें गरमी, रासायनिक पदार्थ और प्राकृतिक रोगाणुओं से बचाने का होता है, इसी कारण हमारी सब से ऊपर वाली त्वचा थिक होती है और इस में सेबेसियस ग्लांड्स भी कम होते हैं जिस से त्वचा में मौइश्चर और कोमलता कम होने लगती है. हमारी त्वचा पर रासायनिक पदार्थों और तेज धूप का बहुत अधिक प्रभाव होता है जिस से वे गहरी काली और रूखी हो जाती है. डेली बौडी केयर एक ऐसी चीज है जिसे हम नए उत्पादों के कारण नजरअंदाज नहीं कर सकते.