इस बात में शक नहीं कि ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है. बारिश की मात्रा कम हो गई है, ठंंड के महीने सिकुड़ते जा रहे हैं. महानगरों सहित छोटे शहरों में भी अब औफिस और घरों में एसी का प्रयोग बढ़ता चला जा रहा है. पहले बच्चे जहां शाम होते ही छत पर चढ़ कर पतंगे उड़ाया करते थे, पार्क में खेलने निकल जाते थे, वहीं अब वे घरों में एसी की ठंडी हवा खाते हुए मोबाइल या टीवी में बिजी नजर आते हैं. गर्मी तेज हो या कम, लोगों को घर, औफिस और कार, हर जगह एसी में रहने की आदत पड़ती जा रही है. लेकिन यह आदत सेहत पर कई तरह के नकारात्मक असर डाल रही है. हालांकि गर्मियों में पूरी तरह से एसी और कूलर के इस्तेमाल से बचा नहीं जा सकता, लेकिन इसका कम से कम इस्तेमाल ही बेहतर है. एसी और कूलर का ज्यादा इस्तेमाल किस तरह से सेहत को नुकसान पहुंचाता है, आइए इस पर एक नजर डालते हैं :
बार-बार पड़ें बीमार
एक रिसर्च के अनुसार, आपको आराम पहुंचाने वाला एसी, स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है. एसी, हमारे आस-पास एक आर्टिफिशल टेम्परेचर बनाता है, जो इम्यून सिस्टम के लिए खतरनाक है. ये आपके इम्यून सिस्टम को बुरी तरह प्रभावित करता है. इसके चलते ही आप बार-बार बीमार पड़ते हैं. वे लोग जो एसी में पांच घंटे से ज्यादा बैठते हैं, उन्हें साइनस होने का खतरा बना रहता है क्योंकि ठंडी हवा म्यूकस ग्रंथि को कठोर बना देती है. इसके अलावा खांसी, जुकाम, बुखार की जकड़ में आए-दिन आने की वजह भी एसी की हवा है.
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फंगल इंफेक्शन
कूलर-एसी की ज्यादा ठंडक में बिना ओढ़े सोने से न सिर्फ दमा के मरीजों को बल्कि सामान्य व्यक्तियों की छाती में भी ठंडक या फंगल इंफेक्शन हो जाता है. प्राकृतिक वातावरण में रहने और उसे सहन करने की आदत खत्म होने से हमारा शरीर बीमारियों को तेजी से आकर्षित करने लगता है. बाहर और कमरे के भीतर के तापमान की बात करें तो इनमें आदर्श रूप से 4 डिग्री से ज्यादा का अंतर नहीं होना चाहिए. यदि यह अंतर बहुत ज्यादा है तो आप बीमारी की चपेट में अवश्य आएंगे.
जोड़ों में दर्द
एसी और कूलर से निकलने वाली हवा कई बार शरीर के जोड़ों में दर्द पैदा करती है. गर्दन, हाथ और घुटनों का दर्द ठंडी हवा लगने की वजह से बढ़ जाता है, जो कि अगर लंबे समय तक बना रहे, तो बड़ी बीमारी का कारण भी बन सकता है. अर्थराइटिस के मरीजों को एसी की हवा ज्यादा नुकसान पहुंचाती है और उनके जोड़ों के दर्द को बढ़ा देती है.
बढ़ता मोटापा
ज्यादा देर तक एसी या कूलर में बैठने से मोटापा बढ़ता है. दरअसल, ठंडी जगह पर हमारे शरीर की ऊर्जा ज्यादा खर्च नहीं होती है, जिससे शरीर में फैट बढ़ता है.
मांसपेशियों में खिंचाव
लगातार एसी वाली जगह पर बैठे रहने से मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है, जो सिरदर्द का भी कारण बन जाता है.
ड्राई स्किन की प्रौब्लम
ज्यादा समय तक एसी और कूलर में रहने से आपकी स्किन ड्राई होने लगती है. पसीना न आने से रोमछिद्र लगभग बंद हो जाते हैं और दानों व खुजली की समस्या पैदा हो सकती है. इसलिए ऑफिस के एसी में दिन भर काम करने वालों को 1-2 घंटे के बीच में मौइश्चराजर लगाते रहना चाहिए, ताकि स्किन में नमी बनी रहे.
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रखें ध्यान
– कमरे का तापमान यदि कम करें तो भी 20 डिग्री से कम नहीं किया जाना चाहिए.
– कूलर और एसी के इस्तेमाल करने से पहले उसमें फिल्टर जरूर लगवाएं.
– एसी-कूलर के प्रयोग करने से पहले उसे साफ करें और कूलर की खस पट्टी हर मौसम में बदलें.
– कूलर और एसी का उपयोग करते वक्त ध्यान रखें कि हवा सीधे आपको न लगे.