वक्त वक्त की बात है. एक वक्त वह था, जब बौलीवुड में अजय देवगन और राज कुमार संतोषी जोड़ी की चर्चा हुआ करती थी. 2001 से 2008 के बीच अजय देवगन ने राज कुमार संतोषी के निर्देशन में ‘लज्जा’, ‘द लीजेंड आफ भगत सिंह’, ‘खाकी’, ‘हल्ला बोल’ जैसी फिल्में की. मगर 2008 के बाद अजय देवगन और राज कुमार संतोषी ने एक साथ कोई फिल्म नहीं की. बौलीवुड के बिचौलियों की माने तो ‘‘हल्ला बोल’’ के बाद अजय देवगन और राज कुमार संतोषी के बीच दूरियां बढ़ गयी. राज कुमार संतोषी ने उसके बाद दो फिल्में दूसरे कलाकारों संग बनायी, पर यह दोनो फिल्में बाक्स आफिस पर बुरी तरह से असफल रही.

इस वर्ष राज कुमार संतोषी ने रणदीप हुड्डा को लेकर फिल्म ‘‘बैटल आफ सारागढ़ी’’ के अलावा सलमान खान के साथ एक फिल्म की योजना पर काम शुरू किया. मगर एक सप्ताह पहले ही सलमान खान ने राज कुमार संतोषी की फिल्म करने से इंकार कर दिया. तो दूसरी तरफ अजय देवगन ने भी राज कुमार संतोषी के खिलाफ खुद भी ‘‘बैटल आफ सरागढ़ी’’ पर ही फिल्म ‘‘संस आफ सरदार’’ बनाने की घोषणा कर दी. बौलीवुड में चर्चाएं गर्म है कि अजय देवगन को जैसे ही राज कुमार संतोषी की फिल्म ‘बैटल आफ सारागढ़ी’ की भनक लगी, उन्होने जान बूझकर व आनन फानन में ‘‘संस आफ सरदार’’ बनाने की घोषणा की है.

वैसे अभी तक अजय देवगन ने अपनी इस फिल्म के लिए कलाकारों के नाम तय नही किए हैं. इस तरह वह राज कुमार संतोषी को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. जबकि सभी को पता है कि अजय देवगन फिलहाल अपने निर्देशन में बन रही फिल्म ‘‘शिवाय’’ में व्यस्त हैं. उधर ‘‘बादशाहो’’ भी अजय देवगन के कारण अटकी हुई है. उधर अजय देवगन के इस कृत्य पर राज कुमार संतोषी कुछ भी कहने को तैयार नही हैं. वैसे कुछ लोगों की राय में अजय देवगन व रणदीप हुड्डा के बीच कभी कुछ अच्छा नहीं रहा. इसके अलावा सलमान खान के साथ रणदीप हुड्डा की जो नजदीकियां है, वह भी अजय देवगन को नापसंद है. इसी के चलते यह सारा खेल शुरू हुआ. पर अंदरूनी सच किसी को नही पता.

जबकि राज कुमार संतोषी की फिल्म ‘‘बैटल आफ सारागढ़ी’’ में 36वीं सिख रेजीमेंट के मिलिट्री कमांडर ईश्वर सिंह का किरदार निभा रहे अभिनेता रणदीप हुड्डा कहते हैं-‘‘मैं सिर्फ अपने काम पर ध्यान देता हूं. वैसे एक ही विषय पर पहले भी कई फिल्में बन चुकी हैं. जिसकी फिल्म अच्छी होगी, उसे दर्शक पसंद करेगा. मैं इस फिल्म में अभिनय करने के लिए सिख इतिहास का गहन अध्ययन करने के साथ साथ तलवार बाजी व राइफल चलाने की ट्रेनिंग ले रहा हूं. मेरे लिए तो यह पीरियड एक्शन ड्रामा वाली फिल्म है.’’

अब 12 सितंबर को अमृतसर के सारागढ़ी गुरूद्वारा में ही फिल्म के मुहूर्त के साथ राज कुमार संतोषी अपनी फिल्म की शुरूआत करने वाले हैं. अजय देवगन की फिल्म को ‘ईरोज इंटरनेशल’ जैसी कारपोरेट कंपनी का साथ मिला है, तो दूसरी तरफ राज कुमार संतोषी की फिल्म ‘‘बैटल आफ सारागढ़ी’’ को ‘वेव सिनेमा’ का साथ मिला है. सूत्रों के अनुसार वेव सिनेमा ने रणदीप हुड्डा को ‘बैटल आफ सारागढ़ी’ के साथ ही दो अन्य फिल्मों के लिए अनुबंधित किया है. ‘‘वेव सिनेमा’’ के सीईओ राहुल मित्रा ने मीडिया से कहा है-‘‘फिल्म ‘सरबजीत’ देखने के बाद ही हमने रणदीप हुड्डा को ‘बैटल आफ सारागढ़ी’ के लिए अनुबंधित किया है. वह इस फिल्म के लिए तैयारी कर रहे हैं. वह मिलिट्री कमांडर का किरदार निभाने के लिए शारीरिक ट्रेनिंग के अलावा तलवार बाजी व विंटेज राइफल चलाने की भी ट्रेनिंग ले रहे हैं.’’

बहरहाल, खेल शुरू हो चुका है. अब देखना है कि बाक्स आफिस पर दर्शक अजय देवगन की फिल्म ‘संस आफ सरदार’ और रणदीप हुड्डा के अभिनय से सजी व राज कुमार संतोषी के निर्देशन में बन रही फिल्म ‘‘बैटल अफ सारागढ़ी’’ में से किसे चुनते हैं.

क्या है बैटल आफ सारागढ़ी

फिल्म ‘‘बैटल आफ सरागढ़ी’’ की कहानी 12 सितंबर 1897 के दिन घटी घटना पर है. इस दिन दस हजार अफगान सैनिको ने ब्रिटिश इंडियन सेना पर हमला कर दिया था, जिसमें 21 सिख सैनिक थे. इन 21 सिखों ने ही दस हजार अफगानियों का मुकाबला किया था. ईश्वर सिंह को गंभीर चोटे आयी थी, पर युद्ध का मैदान छोड़ने की बजाय मृत्यू पर्यंत अफगानियों से युद्ध किया था. उनकी वीरता का सम्मान करने के लिए ब्रिटिश पार्लियामेंट ने ईश्वर सिंह को ‘‘इंडियन आर्डर आफ मेरिट’’ से सम्मानित किया था. इन सैनिकों के सम्मान में ही दो सारागढ़ी गुरूद्वारा निर्मित किए गए थे.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...