ज्यादा समय नहीं हुआ जब भारत में गूगल की टीम अपने 360 डिग्री कैमरों, भारी भरकम मैपिंग एंड स्ट्रीट व्यू एक्विपमेंट्स के साथ यह सोचकर आई थी कि कि गूगल मैप की तरह गूगल स्ट्रीट व्यू को भी यहां लांच कर दिया जाएगा. लेकिन भारत के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को लगा कि इससे लोगों की निजता भंग होगी. लिहाजा उसने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी नहीं दी और गूगल अपना डिजिटल बोरिया बिस्तर लेकर उन देशों की तरफ चल पड़ा जिन्हें अपनी प्राइवेसी के भंग होने और इस फीचर से ऐतराज नहीं था.
बहरहाल अगर यह फीचर हमारे यहां भी होता तो शायद हम भी बाकी देशों की तरह हजारों मील दूर बैठकर एक क्लिक कर अपने गांव, घर की तंग और संकरी गलियों के लाइव दर्शन कर लेते और वहीं से बैठे-बैठे बता देते कि हमारे घर के छत पर कितने कौवे कांवकांव कर रहे हैं या फिर नुक्कड़ पर किसका लौंडा कोचिंग से बंक मारकर सिगरेट फूंक रहा है या किसकी लड़की को स्कूटी पर घुमा रहा है. लेकिन यह हो न सका.

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बिगड़ा घर का मैप

खैर, आपको भी इस फीचर की कमी खल रही हो तो यह खबर पढ़ लीजिए. शायद कुछ राहत मिल सके. तो हुआ यूं कि दक्षिण अमेरीका के पेरू शहर में एक साहब गूगल मैप के जरिए कहीं का ट्रैफिक ट्रैक तलाश रहे थे. जब रास्ता बहुत क्लियर नहीं दिखा तो उन्होंने जरा हाईटेक होते हुए गूगल स्ट्रीट व्यू फीचर का इस्तेमाल करना मुनासिब समझा. इस बात से बेखबर कि यह फीचर उनके घर का मैप बिगाड़ने वाला है उन्होंने स्मार्टफोन पर उंगलियां दौड़ा दीं.

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