भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू की तुलना महाभारत के एक शक्तिशाली पात्र भीम से की जा सकती है जो बातबात में युद्ध करने पर उतारू हो आता था. वाकपटुता के धनी वेंकैया नायडू लोकतांत्रिक ढंग से ही लड़े और हमेशा भगवा विरोधियों की आलोचना में अव्वल रहे. उन का सब से बड़ा अस्त्र उन की जीभ थी, जिस का वक्त पर इस्तेमाल करने में वे कभी चूके नहीं.

जब एनडीए ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया था तो विरोधी यानी कांग्रेसी और उन में भी दक्षिण भारत के ही जयराम रमेश बेवजह पुराना चिट्ठा खोल बैठे कि वेंकैया नायडू सपरिवार भ्रष्ट हैं, उन पर घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोप हैं.

वेंकैया ने साफ किया कि उन पर लगाए गए आरोप तो लोकल मीडिया की देन हैं. उन का मतलब है कि नैशनल मीडिया को जयराम रमेश पर ध्यान नहीं देना चाहिए था.

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