आम तो आम, अब खास लोग भी कोर्टकचहरी के चक्कर से कतराने लगे हैं. लेकिन कांग्रेसी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को अदालत जाने को मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार पटेल ने मजबूर कर दिया. गुना के अशोकनगर में एक ट्रौमा सैंटर का उद्घाटन इस इलाके के दलित नेता गोपीलाल जाटव ने किया था जिसे कथित रूप से सिंधिया समर्थकों ने गंगाजल से धुलवा कर पवित्र करवा दिया. इस पर भाजपाइयों ने हल्ला मचाया तो सिंधिया घबरा उठे कि यह उलटी गंगा क्यों बहाई जा रही है.

तिलमिलाए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा को आरोप साबित करने की चुनौती दे दी है. अब यह मामला चलता रहेगा और भाजपा कोर्ट से बाहर यह साबित कर देगी कि दलितों का उस से बड़ा शुभचिंतक कोई नहीं. उस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अकसर दलितों के घर जा कर खाना खाने लगे हैं. भाजपा ने ही दलित संतों को कुंभ की डुबकी लगवाई थी. और तो और, एक दलित को राष्ट्रपति तक बना दिया. अब बारी सिंधिया की है कि वे गिनाएं कि भाजपा ने कबकब दलितों का इस तरह, कथित ही सही, अपमान किया. वह तो सेवक को स्वामी बनाने पर तुली हुई है.

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