मेरा 8 वर्षीय पोता शौर्य बहुत हाजिरजवाब है. मैं अपने पति के साथ अंडमाननिकोबार आईलैंड घूमने के लिए गई थी. वापस आने पर हम लोग वहां की चर्चा कर रहे थे जिसे शौर्य बहुत ध्यान से सुन रहा था. मैं ने उसे वहां के सैलुलर जेल के संबंध में बताया कि इस जेल में अंगरेज भारतवासियों को सजा देने के लिए भेजते थे और इसे ही काला पानी कहते हैं. मैं ने अपने पति से पूछा काला पानी की सजा को अंगरेजी में क्या कहते हैं? इस से पहले कि मेरे पति बताते शौर्य बोल उठा, ‘‘दादादादी, इसे ‘ब्लैक वाटर’ कहते हैं.’’ उस के इस उत्तर को सुन कर हम सभी हंसे बिना नहीं रह सके.

श्यामा गुप्ता, लखनऊ (उ.प्र.)

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मेरा बेटा प्रांजल जब 5 वर्ष का था तो स्कूल भेजने से पहले मैं उस को बाल कटवाने के लिए सैलून ले कर गया. मैं ने सैलून वाले से कहा, ‘‘इस के बाल जरा अच्छे से छोटे कर देना.’’ और मैं वहीं बैठ कर समाचारपत्र पढ़ने लगा. थोड़ी देर बाद सैलून वाले ने पूछा, ‘‘ठीक है कि और छोटे करूं.’’ मैं ने देखा, और कहा, ‘‘अभी और भी छोटे किए जा सकते हैं.’’ और मैं पुन: अखबार पढ़ने लगा. कुछ समय बाद  सैलून वाले ने पूछा, ‘‘सर देखिए, ठीक है कि और काटूं.’’ मैं कुछ बोलता इस के पूर्व ही प्रांजल बड़ी मासूमियत से बोल उठा, ‘‘अब क्या माथा काटोगे.’’ यह सुन कर सभी लोग हंस पड़े.     

सुधीर शर्मा, इंदौर (म.प्र.)

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कुछ दिन पहले सपरिवार टैलीविजन पर ‘हम आप के हैं कौन’ फिल्म का आनंद ले रहे थे. मेरी 5 वर्षीया बेटी अनुष्का ने पूछा, ‘‘मम्मी, फिल्म में यह कौन सा हीरो है?’’ मैं ने उसे बताया कि यह सलमान खान है तो उस ने अविश्वास प्रकट करते हुए कहा कि सलमान खान की तो मूंछें हैं, जबकि इस फिल्म में सलमान की मूंछें ही नहीं हैं. दरअसल कुछ समय पहले ही हम ‘सुलतान’ फिल्म देख कर आए थे जिस में सलमान खान की मूंछें दिखाई गई हैं. मैं ने उसे समझाते हुए कहा कि पहले सलमान खान छोटा था, इसलिए मूंछें नहीं थीं. अब वह बड़ा हो गया है, इसलिए मूंछें आ गईं हैं. इस बात पर वह बोली, ‘‘ओके, मम्मी, जैसे मैं अभी छोटी हूं तो मेरी मूंछें नहीं हैं, तो क्या बड़े होने पर सलमान अंकल की तरह मेरी भी मूंछें आ जाएंगी?’’ उस के इस मासूम सवाल पर हम सभी खूब हंसे.        

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