जम्मूकश्मीर में स्थित ट्यूलिप गार्डन की तर्ज पर ही उत्तराखंड  के पिथौरागढ़ में भी एक ट्यूलिप गार्डन बनाने का प्रयास किया जा रहा है. औयल ऐंड नैचुरल गैस कंपनी यानी ओएनजीसी इस गार्डन के निर्माण के लिए धन मुहैया कराएगी. ओएनजीसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने पिथौरागढ़ जा कर निर्माण स्थल का निरीक्षण व अन्य जांच कार्य शुरू कर दिया है.

नैसर्गिक खूबसूरती से भरपूर राज्य के इस सीमावर्ती जिले पिथौरागढ़ को मिनी कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है, लेकिन इस जिला मुख्ययालय में पर्यटकों के वास्ते अभी तक ऐसे पर्यटक स्थल स्थापित नहीं हो पाए हैं, जो पर्यटन को बढ़ावा दें और साथ ही राज्य के राजस्व बढ़ाने में भी मददगार साबित हो सकें. इस संबंध में यहां नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने की दिशा में प्रयास चल रहे हैं.

ट्यूलिप गार्डन के निर्माण के लिए वन विभाग ने पिथौरागढ़ से लगभग 8 किलोमीटर दूर मड़धूरा के पास इस गार्डन को बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया है. इस गार्डन में कश्मीर के ट्यूलिप गार्डन में खिलने वाले ट्यूलिप के पौधे लगाए जाएंगे. लगभग 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले इस क्षेत्र में पर्यटकों के लिए अन्य सुविधाएं मसलन, झूले, वर्डवाचिंग सैंटर, हिमालय को देखने के लिए एक विशाल दूरबीन आदि लगाने का भी प्रस्ताव है.

ओएनजीसी के उच्च अधिकारियों ने पिथौरागढ़ जा कर प्रस्तावित स्थल की जांचपरख की. ट्यूलिप के इस गार्डन को तैयार करने के लिए देश की नवरत्न कंपनी औयल ऐंड नैचुरल गैस कंपनी यानी ओएनजीसी करीब 50 करोड़ रुपए देगी. इस के परिणाम बहुत जल्दी ही सामने आने वाले हैं. इस गार्डन के बनने से उत्तराखंड में रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे और पहाड़ी क्षेत्रों से हो रहे पलायन पर कुछ हद तक रोक लग सकेगी.

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