औनलाइन प्रौद्योगिकी कंपनी चेकफेक ब्रैंड प्रोटेक्शन सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड ने ‘चेकफेक’ ऐप पेश किया है, जिससे विश्व की किसी भी मुद्रा के नोट की जांच की जा सकती है. चेकफेक के निदेशक और सहसंस्थापक तन्मय जयसवाल ने इस मौके पर कहा, “चेकफेक एक औनलाइन प्लेटफौर्म है, जहां कोई भी विश्व के किसी भाग में प्रचलित मुद्रा की जांच कर सकता है. यह ऐप आईओएस और एंड्रौयड पर नि:शुल्क उपलब्ध है.” मौजूदा समय में विश्व भर में फैले जाली नोटों की कुल कीमत 170 अरब डौलर आंकी गई है, जो इन्हें विश्व की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाता है.

जयसवाल ने कहा, “हमने कई ऐसी कहानियां सुनी हैं, जिसमें विदेशियों को नकली नोट थमा दिए जाते हैं, जिससे वह अनजान देश में परेशानियों और समस्याओं से घिर जाते हैं. चेकफेक ऐप विदेशी यात्रियों को नकली करेंसी नोटों की पहचान करने में मदद कर सकता है, जिससे उनका इस तरह की धोखाधड़ी से बचाव होगा.”

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बता दें कि राजधानी के लाल किला इलाके में हाल ही में एक व्यक्ति के पास से तीन लाख रुपए मूल्य के नकली नोट जब्त किए गए हैं. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस ने बताया था कि विशेष शाखा को यह सूचना मिली थी कि पश्चिम बंगाल के मालदा के जरिए उच्च गुणवत्ता के नकली नोटों की आपूर्ति की जा रही है.

पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) पी एस कुशवाह ने बताया था कि 12 जनवरी को गुप्त सूचना के आधार पर 45 वर्षीय नरेंद्र को गिरफ्तार किया गया. उसके पास से तीन लाख रुपए मूल्य के नकली नोट जब्त किए गए. सारे नोट 2000 रुपए के हैं.

उन्होंने बताया था कि पूछताछ के दौरान नरेंद्र ने बताया कि वह तीन-चार साल से नकली नोटों की तस्करी में शामिल रहा है. वर्ष 2016 में राजस्थान पुलिस ने उसे 1,000 रुपए के नकली नोट के साथ गिरफ्तार किया था. अधिकारी ने बताया था कि जब्त किए गए नोटों और असली नोट के बीच अंतर कर पाना बहुत मुश्किल है.

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