कार ड्राइविंग का शौक लगभग हर किसी को होता है, खुली सड़क पर बिना किसी टेंशन के हवा से बातें करने में जो मजा है वो सिर्फ एक कार चालक ही समझ सकता है. लेकिन कभी-कभी आपके खुशी के इस पल में खलल पड़ जाता है, और इसका कारण कोई और नहीं बल्कि खुद आपकी कार ही होती है.

आप सोच रहें होंगे कि आखिर कार कैसे खलल पैदा कर सकती है. आइये आपको बतातें हैं, आप भी अन्‍य लोगों की तरह अपनी कार का बखूबी ख्‍याल रखते होंगे. लेकिन ज्‍यातर लोग अपनी कार के उपरी चमक-दमक पर ध्‍यान देते हैं, उसके पेंट आदि पर. बहुत कम ही लोग अपनी कार के टॉयर पर ध्‍यान देते हैं. आपको याद दिला दें कि पहियों के बिना बेहतर कार क्‍या बल्कि उसकी कल्‍पना भी नहीं की जा सकती है. तो फिर आप अपनी कार के पहियों से इतना बेफिक्र क्‍यों हो सकते हैं. इसके अलावा कुछ लोगों को देखा गया है कि, वो अपनी कार के पहियों का ठीक प्रकार से निरीक्षण ही नहीं कर पाते हैं, कि उन्‍हें कब बदलना चाहिये.

जैसे आप अपने पैरों का ख्‍याल रखते हैं, ठीक वैसे ही आपको अपनी कार के टॉयरों का भी ख्‍याल रखना जरूरी होता है ताकि आप कभी भी चलते हुये अचानक रास्‍ते में रूकें नहीं. तो आज हम आपको बतायेंगे उन पांच संकेतों के बारें में जिससे आप यह जान सकते हैं कि अब आपकी कार को नये टॉयरों की जरूरत है.

1. टॉयरों के उपरी सतह का घिसना

सबसे पहला संकेत आपकी टॉयर के बदलने का जो होता है वो है टॉयर के ट्रेड, ट्रेड टॉयर का सबसे उपरी आवरण होता है, काफी दिनों तक लगातार कार चलाने के बाद ट्रेड का घिसना आम बात होती है. यदि आपके टॉयर का ट्रेड लगभग 1.6 मिलीमीटर से कम हो गया हो तो यह साफ संकेत है कि आपकी कार को नये टॉयरों की जरूरत है.

2. ट्रेड वियर इंडीकेटर बार

ट्रेड वियर इंडीकेटर बार, आपको बता दें कि य‍ह टॉयर के बीच के गैप में दिया गया एक बिट होता, जैसा कि तस्‍वीर में घेरे में दिखाया गया है. यह एक इंडीकेटर बार होता है, जिसकी उंचाई टॉयर के ट्रेड यानी की बाहरी सतह से कम होती है. आपको यह बिट तक संकेत करता है जब टॉयर के बाहरी सतह की उंचाई घिसते-घिसते बिट के बराबर आ जाये तो आपकी कार को नये टॉयर की जरूरत होती है.

3. साईड वॉल पर क्रेक होना

टॉयरों के पुराने होने पर उनके किनारे के हिस्‍सों पर क्रेक (टूटना) दिखने लगता है. इसे आप बहुत ही आसानी से अपनी कार को खड़ी कर देख सकते हैं. शुरूआती दौर में यह थोड़ा-थोडा सा दिखते हैं, लेकिन कुछ दिनों के बाद इनका आकार बढ़ने लगता है. यह ज्‍यादातर ज्‍यादा हवा भराने और टॉयरों के पुराने हो जाने पर ही होता है. लेकिन आप इन क्रेक्‍स यानी की दरारों को हल्‍के में ना लें. यह भी आपकी कार के लिये नये टायरों का संकेत है.

4. पहियों पर उभार दिखना

आप जहां भी अपनी कार से जाते हैं, वहां एक समान सड़क मिले इसकी कोई गारंटी नहीं होती है. जिसका सीधा असर आपके कार के पहियों पर पड़ता है. जी हां, उतार-चढ़ाव भरे पथरीले रास्‍तों या फिर खराब सड़कों पर जब आप अपनी कार दौड़ाते हैं तो कार के वजन और खराब सड़क के बीच टॉयरों का कचूमर निकलने जैसे हालात हो जाते हैं. जिसके कारण टॉयरों पर किनारे-किनारे उभार, या फिर उनके फटने जैसी आकृति दिखने लगती है. यह नये टॉयरों के प्रयोग करने का साफ संकेत है

5. कार चलाने के दौरान कंपन

जब आप अपनी कार चलाते हैं, तो इस बात का पता खराब सड़कों पर उतना ज्‍यादा नहीं चलता है लेकिन जब आप सपाट सड़क पर आतें हैं और उस समय आपकी कार में कंपन महसूस हो तो तत्‍काल अपने पहियों की जांच करें. यदि टॉयर पुराने हो गयें तो मकैनिक की सलाह लेकर टॉयरों को तत्‍काल बदलें.

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