शून्य गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में पहली बार जिंदगी की उम्मीद खिली है. नासा के वैज्ञानिकों ने अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में दुनिया का पहला फूल खिलाया है. और इस से इस बात को बल मिला है कि अंतरिक्ष में भी जीवन संभव है. नासा के वैज्ञानिकों ने ट्वीट कर इस की घोषणा की है. उन्होंने इस फूल का नाम जिन्निया रखा है. यह फूल खाने में सलाद की तरह प्रयोग हो सकता है. यह अमेरिका में उगाया जाता है. इस फूल को उगाने में 60 से 80 दिनों का समय लगा था. यह वैज्ञानिकों का दूसरा प्रयास था जब यह फूल खिल पाया है. इस से पहले भी वैज्ञानिकों ने स्पेस स्टेशन के वैजी लैब में पौधों को उगाने का प्रयास किया था. इस फूल के उगने से यह संभावना बढ़ी है कि भविष्य में स्पेस यात्री भी ताजी सब्जियों का मजा ले सकेंगे.

पिछले साल ही वहां सफलतापूर्वक गोभी उगाई गई थी. उगाने के बाद गोभी को वहीं पर फ्रीज कर दिया गया था. वैज्ञानिक परीक्षण में यह बात साफ होने पर कि यह गोभी सेहत के लिए हानिकारक नहीं है, नासा ने अंतरिक्ष में ऐसे अन्य प्रयोग करने की अनुमति दे

दी थी. स्पेस स्टेशन के निवासियों ने 10 अगस्त, 2015 को पहली बार अंतरिक्ष में उगाई गई सब्जियों का जायका लिया था. इस से धरती से आने वाले राशन पर अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की निर्भरता कुछ कम होगी. जिन्निया के खिलने की कामयाबी से वैज्ञानिक उत्साहित हैं और अब वे वर्ष 2018 तक अंतरिक्ष में टमाटर और चाइनीज कैबेज उगाने की कोशिश कर रहे हैं. अंतरिक्ष में टमाटर जैसी सब्जियों को उगाना नासा के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होगा. इस से अंतरिक्ष यात्रियों के लिए मार्स जैसे लंबी दूरी के मिशन तय करना आसान होगा.

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