ब्राउजर को भले ही कुछ लोग नजरअंदाज करते हों मगर सभी के फोन, कंप्यूटर और लैपटॉप में इसकी एक खास भूमिका होती है. अगर यह फोन या कंप्यूटर में ये इंस्टॉल नहीं रहता है तो आप इंटरनेट नहीं चला सकते. हालांकि  इंटरनेट ब्राउजर्स की सही संख्या का पता लगाना मुश्किल है मगर कुछ ब्राउजर्स की अलग सेटिंग्स और फीचर्स उन्हें खास बनाते हैं. आइए  यूजर्स के लिए उपयोगी साबित होने वाले ऐसी ही कुछ ब्राउजर्स के बारे में जानते हैं...

गूगल क्रोम

लगभग 50 अपडेट वर्जन जारी होने के बावजूद गूगल का यह ब्राउजर अपने आसान यूजर इंटरफेस की वजह से काफी लोकप्रिय है. साथ ही इसके फीचर भी लोगों को खूब भाते हैं. इस ब्राउजर की स्पीड फायरफॉक्स और ओपेरा ब्राउजर से तेज मानी जाती है. इसके सिंक फीचर को भी सराहा जाता है, जिसकी वजह से एक डिवाइस में बनाए गए बुकमार्क और ब्राउजिंग हिस्ट्री को यूजर अपने सभी डिवाइस में देख सकते हैं. हालांकि इसके लिए उन डिवाइसों में उनका जीमेल आईडी के जरिए लॉग-इन करना जरूरी है. दरअसल, यह जीमेल अकाउंट का उपयोग करता है. जब यूजर किसी कंप्यूटर या लैपटॉप पर क्रोम ब्राउजर में जीमेल आईडी से लॉग-इन करने के बाद सर्च करते हैं तो यह सर्चिंग हिस्ट्री जीमेल से खुद ब-खुद जोड़ देता है. फोन पर ब्राउजर में लॉग-इन करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि फोन जीमेल अकाउंट में पहले से लॉग-इन रहता है.

विवालदी

क्रोम ब्राउजर की तरह आसान यूजर इंटरफेस की ख्वाहिश रखने वाले इस ब्राउजर को डाउनलोड कर सकते हैं. इसमें हाइबरनेट टैब फीचर है, जो पेज को ऑटो रिफ्रेश होने से रोकता है. इससे फोन, कंप्यूटर और लैपटॉप की बैटरी लाइफ बढ़ जाती है. साथ ही इंटरनेट डाटा की भी बचत होती है. ब्राउजिंग के दौरान नोट्स बनाने वाले छात्रों के लिए इसमें ‘नोट्स पैनल’ दिया गया है, जिसकी मदद से टेक्स्ट को कॉपी कर इस पर पेस्ट किया जा सकता है. विवालदी में स्क्रीनशॉट और यूआरएल लिंक सेव करने की सुविधा भी उपलब्ध है.

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