मैडिकल साइंस में जब से मानव अंगों का सफल ट्रांसप्लांटेशन हुआ है तब से प्रत्यारोपित अंगों की मांग बढ़ गई है लेकिन आज भी इन अंगों को दान करने वालों की भारी कमी है. अब वैज्ञानिकों ने कुछ ऐसी खोज की है कि इन अंगों को जरूरत के अनुसार प्रिंटर से प्रिंट कर सकेंगे. प्रिंटर से ही जीवित दिल और रक्त वाहिकाएं मिल जाएंगी. यह सब आने वाले दिनों में संभव हो सकेगा क्योंकि 3 डी बायो प्रिंटर की खोज वैज्ञानिकों ने कर ली है.
अमेरिकन कंपनी आर्गेनोवो ने यह 3 डी प्रिंटर बनाने की शुरुआत कर दी है. अभी तक इस की मदद से केवल रक्तशिराएं बनाने का काम चल रहा है, जो दिल की बाईपास सर्जरी में काफी मददगार हो रही है. वैज्ञानिकों का विश्वास है कि इसी प्रिंटर की मदद से अगले 10 सालों में दांत और हड्डियों को भी प्रिंट किया जा सकेगा. यह तकनीकी 3 डी प्रिंटर के समान ही है. बस, केवल अंतर इतना है कि सामान्य 3 डी प्रिंटर में प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है, इस बायो प्रिंटर में प्लास्टिक की जगह ऊतकों का प्रयोग होता है.
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