आप अपने स्मार्टफोन से क्या-क्या करते हैं? कॉलिंग, चैटिंग, मैसेजिंग, इंटरनेट या शायद कुछ दूसरे काम. हालांकि, स्मार्टफोन में कुछ ऐसे फीचर्स भी होते हैं, जिनके बारे में शायद ही आप जानते हों. इन फीचर्स की मदद से कई काम आसान हो जाते हैं. जैसे, फोटो खींचना, मूवी प्रोजेक्टर बनाना, रिमोट को चेक करना, मल्टीपल पैनोरामा शॉट्स, हाई क्वालिटी लेंस बनाना, साउंड क्वालिटी बढ़ाना जैसे भी कई काम किए जा सकते हैं. हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे कामों के बारे में जो आप अपने स्मार्टफोन में ट्राई कर सकते हैं.
1. टीवी या अन्य रिमोट को चेक करना
टीवी, स्पीकर, DVD प्लेयर या अन्य किसी डिवाइस का रिमोट जब काम करना बंद कर देता है तो अक्सर बैटरी बदलकर सही होने का पता लगाया जाता है. हालांकि, कई बार बैटरी बदलने से भी बात नहीं बनती. ऐसे में रिमोट ठीक है या नहीं इस बात का पता लगना मुश्किल हो जाता है, लेकिन आपका स्मार्टफोन इस काम को चुटकी में कर सकता है. यानी आप स्मार्टफोन की मदद से इस बात का पता लगा सकते हैं कि रिमोट ठीक है या नहीं.
इसका पता लगाने के लिए रिमोट के सेंसर को फोन के कैमरा के सामने रखकर रिमोट के बटन दबाएं. ऐसा करने पर रिमोट के सेंसर में लाइट ब्लिंक करती नजर आएगी. हालांकि, इसे आप बिना कैमरे की मदद से नहीं देख सकते. यदि सेंसर में लाइट ब्लिंक कर रही है, तो रिमोट पूरी तरह सही है.
2. रिमोट खो जाने या खराब हो जाने पर रिमोट की तरह इस्तेमाल
स्मार्टफोन्स से ना सिर्फ टीवी या किसी अन्य अप्लायंस के रिमोट को टेस्ट किया जा सकता है बल्कि अगर आपके फोन में IR सेंसर है तो इसे किसी भी होम अप्लायंस के रिमोट की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए आपको अलग से एप्स इंस्टॉल करने पड़ेंगे. Easy Universal TV Remote एप एंड्रॉयड यूजर्स के लिए बेस्ट एप साबित हो सकता है जो IR सेंसर वाले किसी भी फोन को टीवी रिमोट में बदल सकता है. इसके इस्तेमाल करने पर रिमोट में बेसिक बटन दिखेंगे.
3. लेंस की क्वालिटी को बढ़ाना
स्मार्टफोन का कैमरा अच्छा होने के बाद भी कई बार क्लोज-अप फोटो बेहतर नहीं आता. ऐसे में आप लेंस पर पानी की एक बूंद लगाकर फोटो निकालें. ऐसा करने पर कैमरा के लेंस की जूम बेहतर हो जाता है और बिना किसी जूम के वो छोटे ऑब्जेक्ट को बड़े रेजोल्यूशन में दिखाता है. यानी इसके बाद आप किसी भी क्लोज-अप ऑब्जेक्ट का बेहतर क्वालिटी वाला फोटो क्लिक कर सकते हैं. अगर आप मैक्रो शॉट लेना चाहते हैं तो इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता. क्लोज अप शॉट के लिए ये एक अच्छी ट्रिक साबित हो सकती है.
4. इयरफोन से फोटो खींचना
कई स्मार्टफोन का इयरफोन सिर्फ म्यूजिक और FM रेडियो सुनने के काम ही नहीं आती. बल्कि इसकी मदद से आप फोटो भी कैप्चर कर सकते हैं. दरअसल, इयरफोन में प्ले/पॉज का जो बटन होता है वो आप स्मार्टफोन को बिना टच किए फोटो क्लिक कर सकते हैं. साथ ही, वॉल्यूम कम/ज्यादा वाले बटन से जूम इन और जूम आउट किया जा सकता है. हालांकि, ये जरूरी नहीं कि सभी स्मार्टफोन में ये फीचर्स काम करे. इसका सबसे बड़ा फायदा सेल्फी लेने के वक्त होता है.
5. पैनोरामा शॉट्स में कई बार दिखना
इन दिनों मार्केट में आने वाले हर स्मार्टफोन में पैनोरामा शॉट्स फीचर्स होता है. हालांकि, जिन फोन में ये फीचर नहीं है वो गूगल स्टोर से इसे डाउनलोड कर सकते हैं. पैनोरामा की खास बात होती है कि आप इससे एक साथ 360 डिग्री तक का फोटो भी खींच सकते हैं. यूं तो इस फोटो में आपके चारों तरफ मौजूद लोग दिखाई देते हैं, लेकिन आप चाहें तो इस फोटो के दौरान कई बार आ सकते हैं. इसके लिए आपको फोटो क्लिक कराने के साथ ही फोटोग्राफर के पीछे की तरफ से भागकर किसी दूसरी लोकेशन पर जाना होगा और आप चाहें तो डिफरेंट पोज भी दे सकते हैं. इस तरह आप एक ही फोटो में कई जगह नजर आएंगे.
6. स्मार्टफोन को बनाएं प्रोजेक्टर
मूवी प्रोजेक्टर बनाने के लिए सबसे पहले मैग्निफाइंग लेंस का हैंडल काट दें. इसके बाद उसे शू बॉक्स पर रखकर चारों तरफ से मार्क कर लें और बॉक्स काट लें. बॉक्स में होल होने के बाद लेंस को उसमें फिट करें और ग्लू की मदद से चिपका लें. इसके बाद बॉक्स के अंदर स्मार्टफोन रखने वाला स्टैंड बनाना होगा. इसके लिए थर्माकोल के टुकड़े का इस्तेमाल करें. स्टैंड बनाने के लिए सबसे पहले बॉक्स के अंदर का मेजरमेंट करके थर्माकोल के दो लंबे टुकड़े काट लें. इन दोनों को इस तरह काटना है कि बॉक्स के अंदर इन्हें आसानी से मूव किया जा सके. इसके बाद एक टुकड़े के ऊपर दूसरे को 90 डिग्री पर चिपका लें. अब इस स्टैंड पर टेप की मदद से स्मार्टफोन को फिट कर लें.
अब स्मार्टफोन पर कोई फिल्म या वीडियो प्ले करें और स्टैंड पर रखने के बाद बॉक्स के अंदर लेंस की तरफ रख दें. आप देखेंगे की लेंस से वीडियो का जो आउटपुट निकलेगा वो बिग रेजोल्यूशन वाला होगा. जब आप कोई मूवी प्ले करें तो कॉन्ट्रास्ट को 100 प्रतिशत तक बढ़ा लें. ताकि आपको वीडियो का बेहतर आउटपुल मिलेगा.
7. GPS नैविगेटर की तरह
पुराने स्मार्टफोन्स का एक और अच्छा इस्तेमाल GPS नैविगेटर के तौर पर हो सकता है. गूगल मैप्स के अलावा, मैप माई इंडिया और ऐसे ही कई ऐप्स हैं जिनकी मदद से यूजर्स अपना रास्ता खोज सकते हैं. इन डिवाइसेस को कार में लगाया जा सकता है. इन्हें चार्ज करने के लिए पोर्टेबल चार्जर का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.
इन एप्स में सिर्फ यूजर्स को अपनी लोकेशन और जाना कहां है ये बताना होता है. इसके बाद यूजर्स के सामने डेस्टिनेशन की पूरी जानकारी होगी.