स्मार्टफोन हो और उसमें इंटरनेट न हो तो अनेक काम रुक जाते हैं, लेकिन इंटरनेट होने पर भी अगर आपको शिकायत रहती है कि हम तो इंटरनेट का इतना इस्तेमाल भी नहीं करते, फिर भी इंटरनेट डाटा प्लान बहुत जल्दी समाप्त हो जाता है, तो चलिए आज हम आपको इस बारे में जानकारी दिए देते हैं ताकि आप अपना इंटरनेट डाटा सेव कर सकें.
मोबाइल इंटरनेट डाटा यूज की उचित सेटिंग न होने से भी यह समस्या आती है. इसके लिए आप पांच तरीके अपनाकर अपने स्मार्टफोन के डाटा प्लान को बचा सकते हैं.
1. ‘रिसट्रिक्ट बैकग्राउंट डाटा' रखें ऑन
अगर आपका स्मार्टफोन स्टैंडबाय मोड है तो अधिकांश ऐप्स इंटरनेट डाटा को यूज करते रहते हैं. इसे रोकने के लिए स्मार्टफोन की नेटवर्क सेटिंग्स में जाकर ‘रिसट्रिक्ट बैकग्राउंट डाटा' ऑप्शन को ऑन कर दें. इससे आपका मोबाइल इंटरनेट डाटा का उपयोग तभी करेगा, जब आप डाटा ऑन करेंगे अथवा स्मार्टफोन वाई-फाई से कनेक्ट होगा. अनेक ऐप्स जैसे वॉट्सएप, ई-मेल, मैसेंजर आदि बैकग्राउंट में इंटरनेट डाटा यूज करते रहते हैं, जिससे उनके नोटीफिकेशन मिल सकें.
2. डाटा सेविंग ब्राउजर/ऐप उपयोग करें
आजकल बहुत सारे ब्राउजर (जैसेकि मिनी ओपेरो आदि) वेबसाइट्स को कम्प्रेस्ड करके खोलते हैं और डाटा कम यूज होता है. कोशिश करें कि ऐड फ्री ऐप्स को ही चुने, चाहे उसके लिए कीमत ही क्यों न चुकानी पड़ें.
3. यूज करें वेबसाइट्स का मोबाइल वर्जन
जब हम कोई वेबसाइट खोलते हैं, तो मोबाइल टेक्स्ट व फोटो को डाउनलोड करता है. जब हम वेबसाइट को डेस्कटॉप लुक में खोलेंते हैं तो इससे अधिक डाटा यूज होता है. अतः डाटा बचाने के लिए सदैव मोबाइल को ही देखें. किसी वेबसाइट के मोबाइल वर्जन के न होने पर ब्राउजर के ‘टेक्स्ट ओनली' ऑप्शन को स्लेट करें, ताकि इमेज डाउनलोड न हो
4. क्लियर न करें कैश को
अनेक यूजर्स इंटरनल मेमोरी को बढ़ाने के लिए कैश क्लियर कर देते हैं पर डाटा बचाने के लिए ऐसा न करें. कैश डाटा को स्टोर करके रखता है इसलिए दुबारा से कोई वेबसाइट या ऐप खोलने पर कुछ चीजों को पुनः डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं रहती व डाटा बच जाता है. याद रखें कि टास्क मैनेजर आदि क्लिनिंग ऐप्स कैश क्लियर कर देते हैं.
5. इन्हें भी आजमाएं
प्रयास करें कि रात में डाटा कनेक्शन को बंद रखें. डाटा लिमिट को सेट करके रखें ताकि डाटा इस्तेमाल की जानकारी मिलती रहे. स्मार्टफोन डाटा यूज ऑप्शन में जाकर चैक करें कि कौन-सा ऐप अधिक डाटा यूज कर रहा है, उसे आवश्यकता न होने पर अनइंस्टॉल भी किया जा सकता हैं.