वैज्ञानिकों ने दुनिया का पहला होलोग्रैफिक फ्लेक्सिबल स्मार्टफोन बनाने का दावा किया है. इस फोन को मोड़ा जा सकता है, जिससे यूजर बिना चश्मे या हेडगिअर के भी 3D विडियो और तस्वीरें देख सकते हैं. इस डिवाइस का नाम 'होलोफ्लेक्स' रखा गया है.

ऐसे करता है काम:

यह फोन फ्लेक्सिबल है और इसे मोड़ा जा सकता है. कनाडा की क्वींस यूनिवर्सिटी में 'ह्यूमन मीडिया लैब' के वैज्ञानिकों ने इसे तैयार किया है. इसमें लगा फ्लेक्सिबल डिस्प्ले मोशन पैरालैक्स और स्टीरियोस्कोपी की मदद से 3D इमेज तैयार करता है. यानी अलग-अलग ऐंगल से यह 3D इमेज तैयार करता है, जिससे यूजर्स को अलग से कोई चश्मा नहीं लगाना पड़ता.

होलोफ्लेक्स नया वर्जन

यह तकनीक दरअसल ReFlex डिस्प्ले टेक्नॉलजी का ही अगला वर्जन है. दोनों टेक्नलॉजीज को एक ही लैब में विकसित किया गया है. दोनों को तैयार करने में बैंड सेंसर इस्तेमाल किए गए हैं, जिससे यूजर को डिस्प्ले को मोड़ने की सुविधा मिलती है और डिस्प्ले में दिखने वाली चीजें मूव करने लगती हैं

होलोग्रैफिक विडियो कॉलिंग

ह्यूमन मीडिया लैब के डायरेक्टर डॉय रेल वेर्टेगल ने कहा कि खास तरह के कैमरों की मदद से यूजर्स एक-दूसरे को होलोग्रैफिक विडियो कॉलिंग भी कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि जब डिस्प्ले को बेंड किया जाएगा तो लगेगा कि सामने वाला स्क्रीन से बाहर आने वाला है.

गेमिंग भी की जा सकती है

इस डिस्प्ले पर ऐंग्री बर्ड्स जैसे गेम्स को भी खेला जा सकता है. उदाहरण के लिए यूजर को गेम में इलास्टिक रबर को खींचने के लिए डिस्प्ले को साइड से मोड़ना होगा.

अभी यह तकनीक शुरुआती दौर में है और इस पर काम चल रहा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले वक्त में यह और बेहतर होगी.

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