सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर आजकल लोग फेक न्यूज और आपत्तिजनक पोस्ट्स के जरिए आवाम को भड़काने का काम कर रहे हैं. इस तरह की खबरों पर लगाम लगाने के लिए अब फेसबुक ने बड़ा कदम उठाने का निर्णय लिया है. फेसबुक अब 7,500 से अधिक कंटेंट समीक्षक तैयार कर रही है, जो नफरत फैलानेवाले विचारों, आतंकवाद और बच्चों के यौन शोषण से जुड़ी सामग्रियों की समीक्षा उसके प्लेटफौर्म पर करेंगे. सामग्री समीक्षक कर्मचारियों में पूर्णकालिक और ठेके के कर्मचारी शामिल हैं. इसमें फेसबुक के भागीदार कंपनियों के कर्मचारी भी होंगे, जो दुनिया के सभी टाइम जोन में 50 भाषाओं में काम करेंगे.

फेसबुक के परिचालन उपाध्यक्ष एलेन सिल्वर ने अपने एक ब्लाग पोस्ट के जरिए कहा, "भाषा दक्षता महत्वपूर्ण है और यह हमें चौबीस घंटे सामग्री की समीक्षा करने में सक्षम बनाती है. अगर कोई हमें किसी ऐसी भाषा की सामग्री की जानकारी देता है, जिसकी हम चौबीस घंटे निगरानी नहीं कर रहे हैं तो उसके लिए हम अनुवाद कंपनियों और अन्य विशेषज्ञों की सेवाएं लेते हैं, ताकि वे समीक्षा करने में सलाह दे सकें."

सिल्वर ने आगे कहा, "इतने बड़े पैमाने पर सामग्री की समीक्षा पहले कभी नहीं की गई थी. आखिरकार इससे पहले ऐसा प्लेटफार्म भी तो नहीं था, जहां अलग-अलग भाषाओं के अलग-अलग देशों के ढेर सारे लोग आपस में संवाद करते हैं. हम इस चुनौती की विशालता और जिम्मेदारी को समझते हैं."

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