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जिया उस की ओर देखती ही रह गई, अवाक सी. वह सोच रही थी, अरे, यह तो जैसे कोई राजकुमार हो, इतना हैंडसम!

राहुल का हलका सांवला रंग, घुंघराले बाल, नीलीनशीली आंखें, चौड़ा माथा जिस पर घुंघराले बालों की लट, तीखी नाक, चौड़ा सीना, रोबीली चाल, लंबा कद उफ़्फफफफफ क्या कहने राहुल के. जिया को बाद में पता चला कि कालेज की हर लड़की उस पर मरती थी मगर वह किसी की तरफ आंख उठा कर भी नहीं देखता था. ऐसा हीरो खुद से आ कर जिया से डांस के लिए कह रहा है, वाह, अद्भुत.

उस में न जाने कैसा आकर्षण था. जिया उसे डांस के लिए मना नहीं कर पाई और दोनों डांसफ्लोर की तरफ चले गए. जैसे ही राहुल ने जिया की कमर को छुआ, एक झटका सा जैसे लगा जिया को.

जवानी की दहलीज पर अभीअभी कदम रखा है, कुछ शबाब तो ज़ोर दिखाएगा ही. जैसे ही राहुल ने कमर को पकड़ा, जिया उस से चिपट गई. उस का रोमरोम दहकने लगा था. वह राहुल में सिमट जाने को बेकरार होने लगी. नईनई जवानी का जोश...ऐसे में होश कहां रहता है.

लेकिन राहुल समझदार लड़का था. सैकंड ईयर का स्टूडैंट है और खुद पर कंट्रोल करना अच्छे से जानता था.

जिया को थोड़ा सा अपने से दूर कर के डांस करने लगा और साथ ही, उस से बातें करने लगा.

खापी कर थोड़ी देर बाद सब अपनेअपने होस्टल चले गए लेकिन जिया की आंखों में नींद नहीं आ रही थी. रहरह कर राहुल का चेहरा उस की आंखों के सामने आ रहा था. अगली सुबह वह कालेज में राहुल को ही ढूंढ रही थी. लेकिन राहुल नज़र नहीं आया. संडे को भी तो अभी एक सप्ताह था. इन 6 दिनों में भी राहुल कालेज में नज़र नहीं आया. जैसेतैसे एक सप्ताह बीता. संडे को इंतजार था और फिर अब शाम ढलने का. कब शाम ढले और कब उसे राहुल नाम के चांद का दीदार हो.

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