आज एक विशेष बैठक में निर्णय लिया गया कि सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सीमा पर दो किलोमीटर तक नींबू और मिर्च की खेती की जाएगी. वैदिक ज्ञान से युक्त विशेषज्ञों से 5000 करोड़ का टेंडर बिना अनुबंध किया गया है. अब भारत पर किसी की टेढ़ी नजर नहीं लगेगी.
सुरक्षामंत्री ने खुद डाले नींबू के बीज –
भारत की सभी सीमाओं के आस-पास एक मजबूत सुरक्षा घेरा बनाने हेतु आज से भारत सरकार ने सभी सीमाओ पर नींबू की खेती करने की घोषणा की. इस ऐतिहासिक निर्णय का शुभारंभ खुद सुरक्षामंत्री जी ने नींबू के बीज डालकर किया. सरकार ने नींबू मिर्ची की खेती को आगे बढ़ाने के लिये विशेष फंड का इस बजट में प्रावधान किया.
घरों के बाहर नींबू-मिर्च लटकाना अनिवार्य घोषित –
सरकारी आदेश के अनुसार अपने व्यवसाय और परिवार को दूसरों की बुरी नजर से बचाने के लिये घरों के बाहर नींबू मिर्च लटकाना अनिवार्य घोषित किया गया है. जनता की सुरक्षा हेतु अब नींबू मिर्ची लगाना अनिवार्य है, वरना, जुर्माना लग सकता है. कोर्ट ने भी नींबू मिर्ची लगाने पर हरी झंडी दिखा दी है.
वाहनों पर भी नींबू-मिर्च टांगना अनिवार्य –
यातायात के नियमो में सुरक्षा को लेकर और कड़े नियम बनाए गए हैं. अब से लोगों को अपने वाहनों पर नींबू-मिर्च टांगना अनिवार्य है. नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा. हालांकि, इसकी घोषणा बाद में की जाएगी. साथ ही कोर्ट में ही जुर्माने का भुगतान करना होगा.
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मंत्रियों ने कुर्सियों से बांधे नींबू-मिर्च –
सरकार के इस फ़ैसले से प्रभावित होकर कुछ मंत्रीगण आज नींबू और मिर्च से बनी मालाएं लेकर अपने-अपने दफ़्तर पहुंचे और मालाएं अपनी-अपनी कुर्सी से बांध दीं. अब कुर्सी चले जाने के डर से रात में चिंताग्रस्त हो उन्हें जागना नहीं पड़ेगा.
नींबू-मिर्च की खेती पर अनुदान की घोषणा –
सरकार ने नींबू-मिर्च की खेती करने पर अनुदान की घोषणा की. ऊर्जा विभाग ने किसानों को दी जाने वाली बिजली पर प्रति यूनिट 10 पैसे छूट की घोषणा की.
सरकार के फैसले की खबर का असर –
- नींबू मिर्ची के भावों में भारी उछाल.
- किसानों के चेहरे खिले.
- सेंसेक्स ने लगाई छलांग.
- नींबू मिर्ची की कालाबाजारी शुरू.
मुफ्त नींबू-मिर्च के लिए जुटी भीड़, लाठीचार्ज में दो घायल
सरकार ने घोषणा की कि वह राशन की दुकानों पर नींबू-मिर्च सबको मुफ्त में देगी. इस खबर से राशन की दुकानों पर भारी भीड़ जुट गई. भीड़ को नियंत्रित करने के पुलिस ने लाठी चलाई. इसमें दो की हालत गंभीर बनी हुई है. सरकार ने मामले में जांच कमेटी का गठन किया. दूसरी तरफ, बैंक कर्मचारियों के काम में बढ़ोतरी हो गई है क्योंकि नींबू-मिर्च की खेती के लिए लोन लेने वालों की भीड़ बढ़ गई है.
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पीओके को अपने आधिपत्य में लाने का नया फार्मूला –
पूरे POK में राफेल के द्वारा नींबू-मिर्च फैलाए जाएंगे. इससे पाक खुद-ब-खुद POK भारत को सौंप देगा.
नींबू-मिर्च व हवन सामग्री के साथ बाबाओं को सीमा पर किया गया तैनात –
सरकार द्वारा जल्द ही समस्त बाबाओं को नींबू-मिर्च और हवन सामग्री लेकर देश सुरक्षा की दृष्टि से सीमा पर तैनात रहने के अनिवार्य आदेश दिये जा रहे हैं.
पाकिस्तान की नज़र हमारे कश्मीर पर है. केसर-वेसर की खेती छोड़कर कश्मीर में नींबू के बाग लगवाए जाने चाहिए और मिर्ची की खेती शुरू करवानी चाहिए, फिर देखिए दुश्मन देश आंख उठाकर भी देखने की हिम्मत नहीं करेगा.
राफेल के गले मे नीम्बू मिर्ची की माला
बुरी नज़र वाले तेरा मुंह काला
हिन्दुस्तानी टोटका है दमदार
क्या कर लेगा अब पकिस्तान
क्या कर लेगा चाइना वाला
‘गी टीवी’, ‘कल तक’, ‘बिडिंया टीवी’ और ‘सिपब्लिक चैनल’ चैनल के बीच मची होड़…
आज ‘गी टीवी’ एक खोजी पत्रकार ने खोज निकाला कि जिन जिन लड़ाइयों में भारत को हार का सामना करना पड़ा है, उसमें वायुसेना के विमान बिना सुरक्षा के निकल गये थें. वहीं अन्य युद्धों में जहां सुरक्षा नियमों का पूर्ण पालन हुआ यानी युद्धक विमानों को नींबू मिर्ची की शक्ति से लैस कर उतारा गया वहां दुश्मन को आसानी से धूल चटा दिया गया.
वहीं ‘कल तक’ के विशेष संवाददाता ने खबर दी है कि अब घरेलू विमानों को भी इस विशेष सुरक्षा से लैस होने की सलाह दी गई है.
‘बिडिंया टीवी’ के खजत शर्मा ने इस खबर की पुष्टि की है कि अमेरिका, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, फ्रांस सहित कई यूरोपीय देशों ने सुरक्षा के विभिन्न टोटकों को भारत से आयात करने में रुचि दिखाई है. यहां तक की राफेल निर्माताओं ने अगली खेप की सप्लाई से पहले इन विभिन्न प्रतीकों को बाय डिफाल्ट शामिल करने की बात की है.
‘सिपब्लिक चैनल’ में तो एक गर्मा गर्म बहस में एक नये मंत्रालय की आवश्यकता पर बल दिया गया जो प्राचीन संस्कृति के नाम पर भूले बिसरे विस्मृत परंपरागत टोटकों को फिर से प्रयोग में लाने के लिए प्रयास करेगा. बहस में इस बात पर भी बल दिया गया कि टोटकों पर सिर्फ रक्षा मंत्रालय का ही हक न रहे इस पर विशेष ध्यान दिया जाए.
पाकिस्तान ने बुलाई आपात बैठक…
सारे चैनलों पर ये दिन भर दिखाया जाता रहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भारत के इस नये रक्षा प्रणाली से हतप्रभ हो एक आपातकालीन बैठक बुलाई है जिसमें सिंध पंजाब और लाहौर के पुराने टोटकों को पुनर्जीवित करने के बारें में विचार किया जाएगा. वहीं चीन के अखबारों में इस बाबत हंसी उड़ाई गई कि टोटकों के उपयोग में भारत अभी उनसे बहुत पीछे है. ज्ञातव्य है कि देश में चीनी सामानों की तरह चीनी टोटकों की भी भारी बिक्री होती है.
ट्विटर-फेसबुक पर दूसरे टोटकों की चर्चा…
इस बीच टिव्टर, फेसबुक और वाट्सएप में भी टोटकों का बाजार गर्म रहा. लोग नींबू मिर्ची से अधिक प्रभावी टोटकों की चर्चा करते दिखें. विपक्ष ने इस बात पर सरकार की टांग खींचने में कोई कसर नहीं छोड़ी है कि उन्होंने नींबू जैसे छोटे टोटके का प्रयोग किया है, कम से कम संतरे का सहारा लिया जा सकता था.
फिलहाल नींबू मिर्ची की शक्ति पर शोध कार्य शुरू कर दिया गया है.
बुआ जी ने भी अपनाया टोटका…
दीपू को बुखार है? तो जरूर किसी की बुरी नजर लगी होगी. अरे, डौक्टर फोक्टर क्या करेगा. एक काम करो, दीपू के सिर के ऊपर से पैर तक सात बार नींबू वार लो और फिर उसके बाद इस नींबू के चार टुकड़े करके किसी सुनसान जगह पर या किसी चौराहें पर फेंक आओ और हां, नींबू के टुकड़े फेकने के बाद पीछे मुड़कर न देखना. देखना तुम्हारा दीपू एकदम भलाचंगा हो जाएगा.
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