अपने चचेरे भाई रजत भैया भी कमाल के आदमी हैं. 50 के हो गए मगर शादी नहीं की. ऐसा नहीं कि बढि़या रिश्ता नहीं मिला. हैरानी की बात है कि कोई भी बात सिरे ही नहीं चढ़ी. आदमी की शादी न हो पाने के 3-4 कारण हो सकते हैं. पहला तो यह कि उस के पास शादी करने की फुरसत ही न हो. होते हैं ऐसे कुछ लोग जो बातबात पर कहते हैं कि उन्हें तो मरने तक की फुरसत नहीं है. ऐसे लोग ही चिरायु होते हैं, जीते चले जाते हैं और अंत में फुरसत पा कर चैन से मरते हैं. हमारी बूआ भी बड़े इत्मीनान से मरी थीं. बहुत बार उन्हें मृत समझ कर जमीन पर लिटा दिया गया, दीयाबाती कर दी गई, रिश्तेदारों को तारफोन भेजे गए. वे लोग दौड़ेदौड़े आए मगर बूआ पता नहीं कैसे जिंदा हो जातीं. वे लोग मायूस हो कर अपनेअपने शहरों को लौट जाते. बूआ जब सच में मरीं तो सिर्फ 2-3 लोग ही पहुंच पाए थे.
एक तरह से रजत भैया को बोहेमियन कहा जाता है. बिंदास जीवनशैली, किसी के साथ बंधन उन्हें स्वीकार नहीं. हां, गाने, लटकों का शौक पर हर बार उन के साथ कोई नया या नई बैठी होती थी. उन के पास बस शादी का जुगाड़ नहीं था. यह नहीं कि वे बहुत व्यस्त थे.रजत भैया के पास फुरसत बहुत थी. सरकारी बंधीबंधाई नौकरी. शनिवार तथा इतवार की छुट्टी. इन छुट्टियों का उपयोग 20 बरसों से उन्होंने अपने लिए सुयोग्य लड़की देखने में किया था शादी न करने का दूसरा कारण यह भी हो सकता है कि उन्हें प्रेम के मामले में चोट लगी हो. अब तक यह बात राज ही रही. संभावना है भी नहीं कि भैया ने किसी लड़की से प्यार किया हो. तीसरा कारण मैडिकल हो सकता है कि भैया कहीं शारीरिक रूप से अक्षम तो नहीं? इस मामले में मैं उतना ऐक्सपर्ट नहीं हूं.