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वह लड़की बहुत घबरा रही थी. सड़क पर आ कर उस ने आटोरिकशा पकड़ा और सीधा अपने घर जा पहुंची. 2 लाख की रकम कोई छोटीमोटी रकम तो होती नहीं, जिस का इंतजाम आसानी से हो जाए और फिर घर में भी किस से पैसे मांगती? उस के खाते में भी इतने पैसे तो थे नहीं. दिनभर वह लड़की उल झन में ही पड़ी रही.

शाम तक जब वह लड़की पैसे ले कर नहीं पहुंची, तो उस लड़की के पास एक नए नंबर से फोन आया. ‘‘देख लड़की, शाम हो चुकी है... और तू अब भी नहीं आई है. यह तेरा वीडियो भी हम इंटरनैट पर डाल रहे हैं. इस के बाद तेरी जो बदनामी होगी, उस के लिए तू हम लोगों को दोष मत देना.

‘‘और हां, एक बात और... वैसे तो हम लोग प्रोफैशनल खूनी नहीं हैं... पर इस तेरे आशिक ने हम लोगों के चेहरे देख लिए हैं और हम लोगों के नाम भी जान गया है... इसलिए इस को तो निबटाना ही पड़ेगा,’’ कह कर उधर से फोन कट गया.

लड़की ने तुरंत उस नंबर पर दोबारा डायल किया, पर वह मोबाइल स्विच औफ हो गया था. शायद उन लड़कों ने अपनेआप को महफूज रखने के लिए  सिम कार्ड ही फेंक दिया था.उन लड़कों ने उस प्रेमी लड़के को गला घोंट कर मार दिया और वहां से फरार हो गए.

वह लड़की सम झ गई थी कि उस का बौयफ्रैंड मारा जा चुका है और उस का वीडियो भी इंटरनैट पर डाल दिया गया है. अब उस की जिंदगी में बदनामी के अलावा कुछ भी नहीं है, इसलिए दुख और डर के चलते उस लड़की ने घर में ही फांसी लगा कर जान दे दी.‘‘क्या यार दिलावर, हम लोगों ने इतना खर्चा किया और रिस्क भी लिया, पर हाथ में तो कुछ भी नहीं आया, उलटा हम लोगों ने एक बेकुसूर को भी मार दिया,’’ रमेश ने कहा.

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