राजन के पड़ोस में अपने मांपापा के साथ देविका रहने लगी. राजन के जन्मदिन पर रितेश भी आया हुआ था और वहीं देविका भी थी. देविका मन ही मन रितेश को चाहने लगी और राजन देविका को. आखिर कोरे कागज पर किस ने कब्जा किया या कोरा ही रहा? जानने के लिए पढ़िए