सहवाग ने कहा कि मुझे नहीं लगता कोई भी खिलाड़ी फिलहाल धोनी की जगह ले सकता है. ऋषभ पंत अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन धोनी की जगह लेने के लिये अभी उन्हें और समय चाहिये. हमें धोनी के विकल्प के बारे में 2019 के बाद सोचना चाहिये. तब तक के लिए पंत को अनुभव लेना चाहिये. मध्यक्रम और निचले क्रम में जो अनुभव धोनी के पास है वह किसी अन्य के पास नहीं है. सहवाग ने कहा कि धोनी का करियर ‘जीवन चक्र’ को दर्शाता है. धोनी रन बना रहे हैं या नहीं हमें यह चिंता नहीं करनी चाहिये. हमें सिर्फ यह प्रार्थना करनी चाहिये की धोनी 2019 वर्ल्ड कप तक फिट रहें. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं कभी ऐसे विचार का समर्थन नहीं करूगां जिसमें नैसर्गिक विकेट कीपर के अलावा किसी और को विकेट के पीछे खड़ा किया जाये. 50 ओवर का मैच इंडियन प्रीमियर लीग के 20 ओवर के मैच से काफी अलग होता है. यह ऐसा जोखिम नहीं है जिसे लिया जाये क्योंकि यहां स्टंपिंग या कैच छूटने से मैच का रूख पूरी तरह से बदल सकता है.
उनका मानना है, समय हमेशा एक जैसा नहीं होता. आपको उस से जूझना ही पड़ता है. कभी समय ऐसा होता है कि आप ढेरों रन बनाते हैं और कभी ऐसा जब आप रन बनाने के लिये तरस जाते हैं. व्यापार में भी ऐसा ही होता है क्येंकि आप हर साल मुनाफा नहीं कमा सकते.
सहवाग ने कहा, वर्ल्ड कप में मध्यक्रम में जो बल्लेबाज होंगे उन्हें और गेंदबाजों को पर्याप्त मौके दिये जाने चाहिये ताकि विश्वकप से पहले उनके पास लगभग 100 मैचों का अनुभव हो. अनुभव से आप दबाव को बेहतर तरह से निपट सकते है. मुश्किल हालातों से भी आप मैच को निकाल सकते हैं. उन्हें हर तरह की परिस्थितियों और चुनौती का सामना करने का अभ्यस्त होना चाहिये.