श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज से टीम इंडिया में जगह पाने वाले वौशिंगटन सुंदर आईपीएल में तो अपनी छाप छोड़ ही चुके हैं लेकिन अब ये खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भी अपना जौहर दिखाने को बेताब है लेकिन क्या आप ये बात जानते हैं कि सुंदर सिर्फ एक ही कान से सुन सकते हैं. ये बात जानकर आपको हैरानी जरूर होगी लेकिन सुंदर को ये परेशानी बचपन से ही है.
बीते सीजन वौशिंगटन सुंदर को आईपीएल में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की ओर से खेलने का मौका मिला था. बाएं हाथ से बल्लेबाजी और दाहिने हाथ से गेंदबाजी करने वाला ये क्रिकेटर जब महज 4 साल का था तो परिवार को उनकी परेशानी का पता चला, सुंदर की मां सुंदर कई डौक्टरों के पास ले गई. कई अस्पतालों में इलाज हुआ लेकिन बाद में मालूम चला कि ये रोग असाध्य है.
हालांकि सुंदर को भी इसके चलते परेशानी का सामना करना पड़ता था लेकिन उन्होंने कभी अपनी इस कमजोरी को परिस्थितियों पर हावी नहीं होने दिया. वौशिंगटन सुंदर ने क्रिकेट पर फोकस करना शुरू किया और 2016 में तमिलनाडु रणजी टीम में जगह बना ली. यहां से सुंदर को एक बेहतरीन प्लेटफौर्म मिल चुका था. महज एक साल बाद ही आईपीएल में भी सेलेक्शन हो गया.
सुंदर कहते हैं, ‘उन्हें मालूम है कि फील्डिंग के दौरान साथी खिलाड़ियों को उनसे कौर्डिनेट करने में दिक्कत होती है लेकिन मेरे साथियों ने कभी इसके चलते मुझसे शिकायत नहीं की है. वो मुझे मेरी कमजोरी को लेकर कभी कुछ नहीं कहते.’
बता दें कि श्रीलंका के खिलाफ 10 दिसंबर से शुरू हुई तीन वनडे मैचों की सीरीज में चोटिल केदार जाधव के स्थान पर औफ स्पिनर वौशिंगटन सुंदर को भारतीय टीम में जगह मिली है. जाधव को सीरीज शुरू होने से पहले बाएं पैर में मांसपेशियों की समस्या हो गई थी. जाधव इस समय बीसीसीआई की मेडिकल टीम की निगरानी में हैं.
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