टीम इंडिया से बाहर चल रहे टीम इंडिया के स्पिनर हरभजन सिंह ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टीम को तेज गेंदबाज से सतर्क रहने की जरूरत बताई है. हरभजन ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में बल्लेबाजों को उछाल से पार पाना होगा. उन्होंने कहा, ‘20 ओवरों के बाद कूकाबूरा गेंद सीम लेना बंद कर देगी. उसके बाद उछाल से ही पार पाना होगा.’ उन्होंने कहा कि इस दौरे में टीम को दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन से संभलकर रहना होगा.
सीनियर स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि करियर के लिये खतरा बनी चोट से वापसी करना आसान नहीं होता और यही वजह है कि दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में बड़ी चुनौती साबित नहीं होंगे. स्टेन पिछले साल आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान कंधे की हड्डी खिसकने के बाद से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर हैं.
हरभजन ने कहा ,‘डेल स्टेन पिछले दस साल में सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं होता. जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट मैच इसका प्रमाण नहीं है कि वह भारत के खिलाफ कैसे खेल सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘भारत के बल्लेबाजी क्रम को देखें हमारे पास मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं. यह विश्व क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी क्रम है.’ स्टेन और मोर्कल के लिये इस बल्लेबाजी क्रम पर अंकुश लगाना बहुत कठिन होगा. खासकर तब जबकि वे खुद अपनी लय हासिल करने की जुगत में होंगे.
इस बारे में बहस चल रही है कि हरफनमौला हार्दिक पंड्या छठे नंबर के लिये सही विकल्प हैं या नहीं, लेकिन हरभजन सिंह का मानना है कि रोहित शर्मा को इस क्रम पर उतारना चाहिये.
छह नंबर के लिए रोहित शर्मा सबसे सही बल्लेबाज
हरभजन ने कहा, ‘रोहित शानदार खिलाड़ी है. वह पूल और कट शाट बखूबी खेलता है. मेरी नजर में वह नंबर छह के लिये सबसे उपयुक्त है. हम उछाल भरी गेंदों पर भी अपने स्ट्रोक्स खेल सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘हार्दिक प्रतिभाशाली लड़का है और रोहित मुकम्मल बल्लेबाज हैं.’ दक्षिण अफ्रीका में पहले टेस्ट से पूर्व भारत को एक भी अभ्यास मैच नहीं मिला है, लेकिन हरभजन इसे ज्यादा तूल नहीं देना चाहते.
उन्होंने कहा, ‘टीम प्रबंधन ने यह फैसला लेने से पहले सोचा होगा. अभ्यास मैच नहीं मिलने पर भी नेट गेंदबाज उन्हें मैच के समान अभ्यास का पूरा मौका देंगे.’ उन्होंने यह भी कहा कि 300 टेस्ट विकेट ले चुके स्पिनर आर अश्विन की भारतीय टेस्ट एकादश में जगह पक्की होनी चाहिये. उन्होंने कहा, ‘यदि अश्विन की 300 टेस्ट विकेट के बाद भी जगह पक्की नहीं है तो फिर कब.’