परिंदों को मंजिल मिलेगी यकिनन ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं, अक्सर वो लोग खामोश रहते हैं जमाने में जिनके हुनर बोलते हैं.
कुछ ऐसी ही कहानी है भारत के शंकर सज्जन की जोकि भारतीय टीम का हिस्सा तो नहीं हैं लेकिन फिलहाल सोशल मीडिया पर अपने क्रिकेट के जज्बे के कारण वायरल हो रहे हैं.
अफगानिस्तान टेस्ट के पहले मैच की शुरूआत से पहले भारत का एक लेग स्पिनर सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. इस लेग स्पिनर की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर तेजी से वायरल हो रहे है. इस लेग स्पिनर का नाम शंकर सज्जन है. शंकर को अफगानिस्तान के बल्लेबाजों को नेट प्रैक्टिस करवाते हुए देखा गया था, जिसके बाद से वह एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं. इस बार शंकर का वीडियो भारतीय क्रिकेटर श्रेयस गोपाल ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है. इस वीडियो को शेयर करते हुए श्रेयस ने लिखा: जहां चाह, वहां राह… और आज मैंने इसका अनुभव भी किया.
शंकर सज्जन को हाल ही में अफगानिस्तान के बल्लेबाजों के सामने गेंदबाजी कराने के लिए भेजा गया था. शुरुआत में तो अफगानिस्तान के बल्लेबाज उन्हें हल्के में लेते रहे, लेकिन जल्दी ही इस धाकड़ स्पिनर ने अफगानी विकेट चटकाने शुरू कर दिए. अफगानी बल्लेबाज शंकर की गुगली के सामने पस्त होते नजर आए. शंकर सज्जन बेहद खास क्रिकेटर हैं. वह फिजिकली चैलेंज्ड हैं.
तीन साल पहले जब भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने देश से लेग स्पिनर स्टार ‘स्पिन स्टार्स हंट’ चुनने के लिए लगभग 80 शहरों का दौरा किया था. उन्होंने इस दौरान एक विशेष प्रतिभाशाली टैलेंट की खोज की है. 2000 से ज्यादा स्पिनरों को देखने के बाद कुंबले ने 110 फाइनलिस्ट तय किए थे. हालांकि, टेस्ट में शंकर को सेलेक्टर्स ने फेल कर दिया था, लेकिन कुंबले के अनुरोध करने पर इस लड़के को सेलेक्ट किया गया था.
शंकर इतनी सधी हुई लाइन और लेंथ के साथ गेंद फेंकते हैं कि हर बल्लेबाज हैरान रह जाता है. शंकर अनिल कुंबले और राशिद खान को अपना आइडल मानते हैं. शंकर कोई असाधारण स्पिनर नहीं है. वह क्रिकेट के लिए जुनूनी हैं. सारी बाधाओं को पार करते हुए शंकर ने अपनी शानदार गेंदबाजी से कुंबले को इस बात के लिए तैयार कर लिया था कि उन्हें चुना जाए.
शंकर बचपन से ही क्रिकेट को लेकर बेहद जुनूनी रहे हैं. हालांकि, शारीरिक बाधाओं ने हर कदम पर उनका रास्ता रोकने की कोशिश की है. तीन साल पहले बीजापुर, साहू क्रिकेट क्लब में कोच को मनाना उनके लिए आसान नहीं था. कोच ने उन्हें यह समझाया कि यदि उनका चयन हो जाता है तो उन्हें अच्छे से गेंदबाजी करनी होगी. शंकर ने अपनी मजबूत इच्छाशक्ति से चयन प्रक्रिया को पूरा किया और मैरिट के आधार पर चुने गए थे.
शंकर ने जीवन की हर चुनौती को पार किया है. फिजिकल चैलेंज्ड के साथ साथ केवल दो वर्ष की उम्र में उन्होंने अपनी मां को खो दिया था. शंकर ने ‘स्पिन स्टार्स हंट’ में चुने जाने के बाद कहा था, ‘मेरे अंकल शरण मेरे सपोर्ट में आए. मैं कुंबले सर का बहुत बड़ा फैन हूं. मेरे लिए यह किसी सपने का सच हो जाना है.