विदर्भ की टीम ने पहली बार रणजी ट्रौफी चैंपियन के फाइनल मुकाबले में जबरदस्त खेल का प्रदर्शन दिखाते हुए ऋषभ पंत और गौतम गंभीर से भरी दिल्ली की टीम को मात दे दी और ट्रौफी अपने नाम कर ली. इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में सब से खास बात यह रही कि 83 साल में पहली बार विदर्भ ने रणजी चैंपियनशिप जीती.
दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 295 रन बनाए, जिस के जवाब में उतरी विदर्भ की टीम ने 547 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया. विदर्भ को 252 रनों की बढ़त मिल गई. इस के बाद अपनी दूसरी पारी में दिल्ली की टीम 280 रनों पर औलआउट हो गई. इस तरह अब दिल्ली को मात्र 28 रनों की बढ़त मिली. जवाब में विदर्भ की टीम ने मात्र 5 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर 29 रन बना लिए.
दिलचस्प बात यह है कि यह वही विदर्भ है जहां का जिक्र ज्यादातर तब होता है जब किसानों की आत्महत्याओं की खबरें आती हैं. इस इलाके के किसान बदहाली से आजिज आ कर आत्महत्या करते रहे हैं. ऐसे इलाके में इस टूर्नामैंट की जीत की खबर एक खुशनुमा बात है.