भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं. जिसके लिए उन्हें ‘कैप्टन कूल’ भी कहा जाता था. 2007 से उन्होंने 9 साल तक टीम की कप्तानी की लेकिन कभी मैदान पर या उसके बाहर उन्हें गुस्सा होते नहीं देखा गया है.
हाल ही में एक इंटरव्यू में स्पिनर कुलदीप यादव ने धोनी के गुस्से को लेकर एक घटना का जिक्र किया. कुलदीप ने बताया कि इंदौर में श्रीलंका के खिलाफ हुए टी-20 मैच में फिल्डिंग लगाने को लेकर धोनी भड़क गए थे. फिल्डिंग लगाने की बात नहीं मानने पर धोनी ने कुलदीप पर गुस्सा करते हुए कहा था कि क्या मैं पागल हूं यहां पे, मैं 300 वनडे खेल चुका हूं.
विराट की जगह रोहित शर्मा थे कप्तान
श्रीलंका के खिलाफ इंदौर टी-20 में विराट कोहली टीम में नहीं थे. उनकी जगह रोहित शर्मा कप्तानी कर रहे थे. मैच में कुलदीप यादव की गेंद पर लगातार रन बन रहे थे. जिससे विकेट के पीछे खड़े धोनी फील्डिंग बदलने की बात कह रहे थे लेकिन कुलदीप इसके लिए तैयान नहीं हो रहे हैं. कुलदीप ने उस घटना के बारे बताया,”कहीं फेंकों छक्का लग रहा था. मैदान बहुत छोटा था. मैं हर छक्का के बाद उन्हें (धोनी) देखता था. जिस पर वो हमेशा कहते थे कि थोड़ा बाहर, थोड़ा दूर रखो.”
विकेट गिरने के बाद धोनी ने कहा, यही कह रहा था मैं
कुलदीप ने उस मैच का जिक्र करते हुए आगे कहा,”जब मैं तीसरा या चौथा ओवर डाल रहा था तो एक गेंद पर बल्लेबाज ने रिवर्स स्विप से चौका मार दिया. जिस पर माही भाई मेरे पास आए और कहा कि कवर को डीप कर दो और प्वाइंट लगाओ. जिस पर मैंने बोला नहीं माही भाई ये ठीक है.
इस पर वो गुस्सा हो गए और कहा क्या मैं पागल हूं यहां पे, मैं 300 वनडे खेला हूं. उसके बाद वो चले गए. मैंने अगली गेंद पर विकेट ले ली तो माही भाई ने कहा यही कह रहा था मैं.” उस मैच में कुलदीप ने 3 और युजवेंद्र चहल ने 4 विकेट लिए थे.